देश 26 जनवरी को अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए तैयार है। इस दिन राष्ट्रपति कर्तव्य पथ पर झंडा फहराते है और जनता को संबोधित करते हैं। इस दिन रंगारंग कार्यक्रम किए जाते हैं। इसके अलावा इस दिन सेना की टुकड़ियों द्वारा तरह तरह के शक्ति प्रदर्शन भी किए जाते हैं। इस प्रोग्राम को टीवी पर लाइव दिखाया जाता है। इसके साथ ही इस मौके पर सेना की टुकड़ियां परेड भी करती हैं और इस दौरा न सैन्य सलामी भी दी जाती है। यहां आपको गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान सैन्य सलामी किसे दी जाती है? के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
गणतंत्र दिवस की परेड | मुख्य बिंदु |
सैन्य सलामी किसे दी जाती है | भारत के राष्ट्रपति को |
राष्ट्रपति का पद | भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर |
सलामी का उद्देश्य | संविधानिक अधिकार और राष्ट्र के प्रति सम्मान |
मुख्य अतिथि का सम्मान | विदेशी गणमान्य व्यक्ति को भी सम्मानित किया जाता है |
परंपरा का महत्व | राष्ट्र की एकता, शक्ति और सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन। |
गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान सैन्य सलामी किसे दी जाती है?
गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान सैन्य सलामी माननीय राष्ट्रपति को दी जाती है। राष्ट्रपति को भारत की तीनों सेनाओं थल सेना, वायु सेना और जल सेना का प्रमुख माना जाता है। तीनों सेनाओं के का प्रमुख होने के कारन उन्हने सम्मानवश परेड के समय सैन्य सलामी दी जाती है। सलामी राष्ट्र के संवैधानिक अधिकार के प्रति सम्मान और निष्ठा का प्रतीक है। इसके अतिरिक्त, परेड में मुख्य अतिथि आमतौर पर एक विदेशी गणमान्य व्यक्ति को भी सम्मानित किया जाता है जो भारत के राजनयिक संबंधों का प्रतीक है। सशस्त्र बलों द्वारा औपचारिक सलामी, सांस्कृतिक और सैन्य कौशल के भव्य प्रदर्शन के साथ मिलकर, राष्ट्र की एकता, शक्ति और विरासत को रेखांकित करती है।
यह भी पढ़ें- Essay on Republic Day in Hindi 2025: गणतंत्र दिवस पर निबंध
26 जनवरी की परेड दिल्ली में ही क्यों की जाती है?
26 जनवरी की परेड दिल्ली में ही क्यों की जाती है के बारे में यहां बताया जा रहा है-
- दिल्ली भारत की राजधानी है। राजधानी राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करती है। इसलिए 26 जनवरी की परेड को दिल्ली में ही आयोजित किया जाता है।
- राजधानी को किसी भी देश एक सबसे प्रमुख नगर माना जाता है। भारत में हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर किसी अन्य देश के राष्ट्र प्रमुख को बुलाए जाने की प्रथा है। इसलिए 26 जनवरी की परेड को दिल्ली में आयोजित किया जाता है ताकि अन्य राष्ट्र के प्रमुख आकर भारत जी राजधानी की सुंदरता को देख सकें।
- दिल्ली में राष्ट्रपति भवन स्थित है। राष्ट्रपति 26 जनवरी के दिन झंडा फहराते हैं और भारत की जनता को सम्बोधित करते हैं। इसलिए 26 जनवरी के कार्यक्रम को दिल्ली में ही आयोजित किया जाता है।
गणतंत्र दिवस परेड (The Republic Day Parade)
गणतंत्र दिवस परेड का शुभारंभ ध्वजारोहण के बाद किया जाता है। यह परेड गणतंत्र दिवस का मुख्य आकर्षण होता है, जिसमें सेना के साथ ही राज्यों की झांकियों को भी शामिल किया जाता है। इस परेड में भारती की तीनों सेनाओं के साथ ही अद्धसैनिक बलों भी भाग लेते हैं।
यह भी पढ़ें – Republic Day Quiz in Hindi – जानिए गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ प्रश्न
FAQs
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति 2025 में गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
गणतंत्र दिवस 2025 का विषय स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास है, जो विरासत और विकास पर जोर देता है।
नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित इस परेड में भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विरासत और प्रगति को दर्शाया जाता है।
स्कूल इस दिन को मनाने के लिए ध्वजारोहण समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भाषण और प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं।
15 अगस्त 1947 में भारत को आजादी मिली थी।
संबंधित ब्लाॅग्स
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान सैन्य सलामी किसे दी जाती है? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के जीके और ट्रेंडिंग इवेंट्स से संबंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।