Savitribai Phule Quotes in Hindi: समय-समय पर भारत में ऐसे समाज सुधारकों ने जन्म लिया, जिन्होंने समाज के कल्याण के लिए ऐसे महान काम किए कि जिनके बाद इतिहास में उनका नाम अमर हो गया। भारत में जन्में कई ऐसे महान समाज सुधारकों ने विश्व को भारत की मूल पहचान सनातन संस्कृति से परिचित करवाया। हमें अपने जीवन में ऐसे ही महान समाज सुधारकों के विचारों को अवश्य पढ़ लेना चाहिए, जिनके विचार हमारे समाज का मार्गदर्शन करते हैं। ऐसे ही महान समाज सुधारकों में से एक ‘सावित्रीबाई फुले’ भी थीं। इस ब्लॉग में आप सावित्रीबाई फुले के विचार (Savitribai Phule Quotes in Hindi) को पढ़ पाएंगे, जो आपको जीवनभर प्रेरित करेंगे। सावित्रीबाई फुले के महान विचारों को जानने के लिए आपको यह ब्लॉग अंत तक पढ़ना पड़ेगा।
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सावित्रीबाई फुले के बारे में
सावित्रीबाई फुले भारत की एक अग्रणी सामाजिक सुधारक थीं, जिन्होंने 19वीं सदी में महिलाओं की शिक्षा और अधिकारों तथा जाति भेदभाव को मिटने के लिए जीवनभर संघर्ष किया। उन्हें भारत की पहली महिला शिक्षिका का भी दर्जा प्राप्त है और वे महिला आंदोलन की अग्रणी हस्तियों में से एक हैं।
सावित्रीबाई फुले जी का जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र में हुआ था। सावित्रीबाई पहली महिला शिक्षक के रूप में जानी जाती हैं, जिन्होंने भारत में पहली-सर्व-बालिका विद्यालय में पढ़ाया। उन्होंने अपना सारा जीवन वंचितों के उत्थान और अछूतों को समाज का एक समान हिस्सा बनाकर जाति व्यवस्था को समाप्त करने के लिए समर्पित कर दिया।
वर्ष 1852 में उन्होंने अछूत लड़कियों के लिए एक स्कूल खोला और उन्हें मुफ्त में पढ़ाकर भारत की पहली महिला शिक्षक बनीं। सावित्रीबाई फुले जी का निधन 10 मार्च, 1897 को हुआ था।
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सावित्रीबाई फुले के विचार – Top 10 Savitribai Phule Quotes in Hindi
सावित्रीबाई फुले के विचार (Top 10 Savitribai Phule Quotes in Hindi) कुछ इस प्रकार हैं, जो सदैव आपका मार्गदर्शन करेंगे-
ज्ञान बिना सब कुछ खो जावे, बुद्धि बिना हम पशु हो जावें, अपना वक्त न करो बर्बाद, जाओ, जाकर शिक्षा पाओ।
स्त्रियां सिर्फ रसोई और खेत पर काम करने के लिए नहीं बनी है, वह पुरुषों से बेहतर कार्य कर सकती है।
दलित औरतें शिक्षा की तब और अधिकारी हो जाती है, जब कोई उनके ऊपर जुल्म करता है।
कोई तुम्हें कमजोर समझे इससे पहले,तुम्हें शिक्षा के महत्व को समझना होगा।
हमारे शिक्षाविदों ने स्त्री शिक्षा को लेकर अधिक विश्वास नहीं दिखाया, जबकि हमारा इतिहास बताता है, पूर्व समय में महिलाएं भी विदुषी थी।
पितृसत्तात्मक समाज यह कभी नहीं चाहेगा कि स्त्रियां उनकी बराबरी करें।
शिक्षा स्वर्ग का मार्ग खोलता है, स्वयं को जानने का मौका देता है।
हमारे जानी दुश्मन का नाम अज्ञान है, उसे धर दबोचो मजबूत पकड़कर पीटो और उसे जीवन से भगा दो।
कब तक तुम गुलामी की बेड़ियों में जकड़ी रहोगी, उठो और अपने,अधिकारों के लिए संघर्ष करो।
एक सशक्त शिक्षित स्त्री सभ्य समाज का निर्माण कर सकती है।
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सावित्रीबाई फुले के अनमोल विचार
सावित्रीबाई फुले के विचार विद्यार्थियों को हमेशा ही एक नई दिशा दिखाने का कार्य तो करेंगे ही, साथ ही शिक्षा के महत्व के बारे में छात्रों को समझाएंगे। विद्यार्थियों के लिए Savitribai Phule Quotes in Hindi कुछ इस प्रकार हैं:
शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिसका उपयोग आप पूरे समुदाय को बदलने के लिए कर सकते हैं।
कोई तुम्हें कमजोर समझे, इससे पहले तुम्हे शिक्षा के महत्व को समझना होगा।
शिक्षा स्वर्ग का द्वार खोलती है, खुद को जानने का अवसर देती है।
मेरा मानना है कि शिक्षा हर महिला की मुक्ति की कुंजी है।
स्त्रियां सिर्फ रसोई और खेत पर काम करने के लिए नहीं बनी है, वह पुरुषों से बेहतर कार्य कर सकती हैं।
किसी और को शिक्षित करने से पहले आपको खुद को शिक्षित करना चाहिए।
बेटी के विवाह से पहले उसे शिक्षित बनाओ ताकि वह आसानी से अच्छे बुरे में फर्क कर सके।
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सावित्रीबाई फुले के सामाजिक विचार
सावित्रीबाई फुले के सामाजिक विचार (Savitribai Phule Quotes in Hindi) निम्नलिखित हैं-
तुम गाय, बकरी को सहलाते हो, नाग पंचमी पर नाग को दूध पिलाते हो, लेकिन दलितों को तुम इंसान नहीं, अछूत मानते हो।
देश में स्त्री साक्षरता की भारी कमी है, क्योंकि यहां की स्त्रियों को, कभी बंधन मुक्त होने ही नहीं दिया गया।
समाज तथा देश की प्रगति तब तक नहीं हो सकती, जब तक कि वहां कि महिलाएं शिक्षित ना हो।
जितना अधिक आप जानते हैं, आपके डरने की संभावना उतनी ही कम होगी।
चौका बर्तन से ज्यादा जरूरी है पढ़ाई, क्या तुम्हें मेरी बात समझ में आई?
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सावित्रीबाई फुले पर प्रसिद्ध हस्तियों के विचार – Lines on Savitribai Phule in Hindi
सावित्रीबाई फुले पर प्रसिद्ध हस्तियों के विचार (Lines on Savitribai Phule in Hindi) कुछ इस प्रकार हैं –
“सावित्रीबाई केवल मेरी पत्नी नहीं थीं, बल्कि वे मेरी सहकर्मी और समाज सुधार की सच्ची साथी थीं। उन्होंने हर कदम पर मेरा साथ दिया और महिलाओं की शिक्षा में अपना जीवन समर्पित कर दिया।” – महात्मा ज्योतिराव फुले
“सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका बनकर केवल शिक्षा का प्रसार नहीं कर रही थीं, बल्कि वे एक नई क्रांति की शुरुआत कर रही थीं। उनका योगदान भारतीय समाज के उत्थान के लिए अमूल्य है।” – डॉ. भीमराव अंबेडकर
“सावित्रीबाई फुले ने समाज की जड़ों में व्याप्त असमानता और अज्ञानता को दूर करने के लिए जो कार्य किया, वह अद्वितीय है। उनके प्रयास हमें सच्ची मानवता का पाठ पढ़ाते हैं।” – महात्मा गांधी
“सावित्रीबाई फुले भारतीय महिलाओं के अधिकारों की पहली सशक्त आवाज थीं। उनकी शिक्षा और सुधार के प्रति प्रतिबद्धता आज भी प्रेरणा देती है।” – पंडित जवाहरलाल नेहरू
“सावित्रीबाई फुले ने समाज में महिलाओं और दलितों के अधिकारों के लिए जो लड़ाई लड़ी, वह हर क्रांतिकारी के लिए प्रेरणादायक है।” – सुभाष चंद्र बोस
“सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं के लिए शिक्षा का जो बीज बोया, वही आज के महिला सशक्तिकरण का आधार है। उनकी शिक्षाएं और संघर्ष हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।” – सरोजिनी नायडू
“सावित्रीबाई फुले का जीवन इस बात का प्रमाण है कि एक महिला अपनी शिक्षा और दृढ़ निश्चय से समाज में क्रांति ला सकती है।” – राम मनोहर लोहिया
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FAQs
सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका, समाज सुधारक और कवयित्री थीं। उन्होंने महिला शिक्षा, दलित उत्थान और सामाजिक समानता के लिए अपना जीवन खपाया और समाज का मार्गदर्शन किया।
सावित्रीबाई फुले के उद्धरण उनके विचारों और सामाजिक सुधार के संदेश को दर्शाते हैं। उनके उद्धरण महिलाओं की शिक्षा, जातिवाद के खिलाफ संघर्ष और समानता की भावना को प्रेरित करते हैं।
सावित्रीबाई फुले के कुछ प्रेरणादायक उद्धरण निम्नलिखित हैं-
“ज्ञान ही शक्ति है। अगर आप शिक्षित हैं, तो आप सबकुछ हासिल कर सकते हैं।”
“स्त्री शिक्षा से ही समाज का वास्तविक विकास संभव है।”
“जातिवाद और भेदभाव को मिटाना हमारा कर्तव्य है।”
उनके उद्धरण समाज में बदलाव लाने और समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सावित्रीबाई फुले के विचार हमें यह याद दिलाते हैं कि शिक्षा और समानता समाज की प्रगति के लिए आवश्यक हैं।
सावित्रीबाई फुले के उद्धरणों का उपयोग प्रेरणादायक भाषणों, निबंधों, लेखों, और सोशल मीडिया पोस्ट में किया जा सकता है। उनके उद्धरण महिलाओं की शिक्षा और समानता के लिए जागरूकता फैलाने में सहायक होते हैं।
हाँ, सावित्रीबाई फुले के उद्धरण समाजशास्त्र, निबंध लेखन, और महिला सशक्तिकरण से जुड़े प्रश्नों में उपयोगी हो सकते हैं। ये उद्धरण आपके उत्तरों को अधिक प्रभावशाली और विचारशील बना सकते हैं।
सावित्रीबाई फुले के उद्धरण महिलाओं को शिक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूक करते हैं। इनका एक ही संदेश होता है कि हर महिला को अपनी स्वतंत्रता और आत्मसम्मान के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
सावित्रीबाई फुले के उद्धरण हमें शिक्षा, समानता, और सामाजिक सुधार के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा देते हैं। वे हमें यह सिखाते हैं कि बदलाव लाने के लिए हमें निडर होकर अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए।
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आशा है कि इस ब्लॉग में दिए गए सावित्रीबाई फुले के विचार (Savitribai Phule Quotes in Hindi) आपको पसंद आए होंगे, साथ ही ये विचार आपको जीवनभर प्रेरित करेंगे। इसी प्रकार के कोट्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।