Lal Bahadur Shastri : भारत के प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री का जन्म कहां हुआ था?

1 minute read
Lal Bahadur Shastri Ka Janm Kab Hua Tha (1)

Lal Bahadur Shastri Ka Janm Kab Hua Tha : लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सात मील दूर एक छोटे से रेलवे टाउन, मुगलसराय में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे। जब लाल बहादुर शास्त्री केवल डेढ़ वर्ष के थे तभी उनके पिता का देहांत हो गया था। लाल बहादुर शास्त्री का बचपन गरीबी में बीता था लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत से अपनी पढ़ाई पूरी कर भारत के प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहचान बनाई, जिसके बारे में कई बार स्टूडेंट्स से पूछा जाता है। इसलिए आज के इस ब्लॉग में आप Lal Bahadur Shastri Ka Janm Kab Hua Tha के बारे में जानेंगे।

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म- Lal Bahadur Shastri Ka Janm Kab Hua Tha?

लाल बहादुर शास्त्री भारतीय इतिहास के उन महान नेताओं में से एक थे जिन्होंने अपनी सादगी, ईमानदारी और दृढ़ निश्चय से देश को एक नई दिशा दी। 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में जन्मे शास्त्री जी ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई और बाद में भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने। उनके नेतृत्व में 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया नारा जय जवान, जय किसान आज भी प्रेरणा का स्रोत है। शास्त्री जी का जीवन संघर्ष और समर्पण का प्रतीक था, और उन्होंने देश की सेवा में अपने अद्वितीय योगदान से लोगों के दिलों में हमेशा के लिए जगह बना ली। 

लाल बहादुर शास्त्री के बारे में

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनके पिता, शारदा प्रसाद एक स्कूल शिक्षक थे और उनकी माँ का नाम रामदुलारी देवी था। दुर्भाग्यवश जब शास्त्री केवल एक वर्ष के थे, तब उन्होंने अपने पिता को खो दिया।

लाल बहादुर शास्त्री के पिता के निधन के बाद, उनकी माँ, रामदुलारी देवी ने अपने बच्चों के साथ अपने पिता के घर जाने का फैसला किया, जहाँ वे बस गए। इस तरह अपने पिता की मृत्यु जल्दी झेलने के बाद शास्त्री अपनी दो बहनों के साथ अपने नाना के घर में पले-बढ़े।

लाल बहादुर शास्त्री अपने शुरुआती दिनों से ही बहुत ईमानदार और मेहनती व्यक्ति थे। उन्होंने 1926 में काशी विद्यापीठ से प्रथम श्रेणी की डिग्री के साथ सफलतापूर्वक ग्रेजुएट की उपाधि प्राप्त की और शास्त्री विद्वान की उपाधि अर्जित की। अपने पूरे बचपन में, शास्त्री ने साहस, साहस के प्रति प्रेम, धैर्य, आत्म-नियंत्रण, शिष्टाचार और निस्वार्थता जैसे गुणों को सीखा।

पढ़ाई के प्रति अपने लगाव के बावजूद, शास्त्री ने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया और यहां तक कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने के लिए अपनी शिक्षा के साथ समझौता भी किया।

यह भी पढ़ें- Lal Bahadur Shastri Slogans in Hindi : लाल बहादुर शास्त्री के नारे जो आपको करेंगे प्रेरित

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में लाल बहादुर शास्त्री का योगदान क्या है?

एक युवा लड़के के रूप में, लाल बहादुर शास्त्री को राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन से एक मजबूत जुड़ाव महसूस हुआ। उनको प्रेरणा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के स्थापना समारोह के दौरान गांधीजी के एक ओजस्वी भाषण से मिली। इस भाषण ने उन पर गहरा प्रभाव डाला, जिससे वे गांधीजी के अनुयायी बन गये और स्वतंत्रता की लड़ाई में सक्रिय रूप से शामिल हो गये। दुर्भाग्य से, इस उद्देश्य के प्रति इस प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप शास्त्री को कई बार कारावास का सामना करना पड़ा। शास्त्री एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए आत्मनिर्भरता के सिद्धांतों में दृढ़ता से विश्वास करते थे। वह भाषणों में बड़े-बड़े वादे करने के बजाय अपने कार्यों के लिए याद किये जाने की इच्छा रखते थे।

भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शास्त्री का प्रमुख योगदान क्या था?

लाल बहादुर शास्त्री के योगदान में भोजन की कमी को दूर करने के लिए हरित क्रांति की शुरुआत करना, पाकिस्तान के साथ 1965 के युद्ध के दौरान भारत का नेतृत्व करना और सैन्य और कृषि दोनों क्षेत्रों के महत्व पर जोर देने के लिए “जय जवान जय किसान” के नारे को बढ़ावा देना शामिल है।

जय जवान जय किसान नारे का क्या महत्व है?

जय जवान जय किसान का नारा शास्त्री द्वारा सशस्त्र बलों (जवान) और किसानों (किसान) दोनों के योगदान को सम्मान और मान्यता देने के लिए दिया गया था। यह देश की सुरक्षा और कल्याण में इन दो क्षेत्रों द्वारा निभाई जाने वाली आवश्यक भूमिकाओं पर प्रकाश डालता है।

FAQs

लाल बहादुर शास्त्री भारत के कौनसे प्रधानमंत्री थे?

लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे।

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म कहां हुआ था?

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म मुगलसराय, आगरा और अवध का संयुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत (अब पं. दीन दयाल उपाध्याय नगर, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था।

भारत और पाकिस्तान के 1971 के युद्ध के वक़्त कौन प्रधानमंत्री थे?

भारत और पाकिस्तान के 1971 के युद्ध के वक़्त लाल बहादुर शास्त्री के प्रधानमंत्री थे।

आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में Lal Bahadur Shastri Ka Janm Kab Hua Tha के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*