गवर्मेंट जॉब्स पाने के लिए लाखों संख्या में स्टूडेंट्स मेहनत करते हैं, लेकिन सफलता तब प्राप्त होती है जब सबसे हटकर सोचा जाए। बता दें, नौकरी के लिए जितना महत्वपूर्ण है मेहनत करना उतना ही जरूरी है सही दिशा की। टीचर की जॉब बहुत से स्टूडेंट की पहली पसंद बन चुकी है, जिसमें लाखों की संख्या में लोग आवेदन करते हैं, चाहे वो CTET, UPTET, DSSSC या कहें KVS की। इसमें सबसे प्रमुख है KVS, तो आइये जानते हैं केवीएस क्या है, क्या है किसका एग्जाम पैटर्न और कौन दे सकता है यह परीक्षा। इन सब सवालों के जवाब आपको आज यहां मिलेंगे। तो चलिए जानते हैं KVS Syllabus in Hindi के बारे में और कैसे करनी है इसकी तैयारी।
संस्थान का नाम | केन्द्रीय विद्यालय संगठन (KVS) |
भर्ती परीक्षा का नाम | टीजीटी, पीजीटी, पीआरटी |
कैटेगरी | सिलेबस |
आधिकारिक वेबसाइट | www.kvsangathan.nic.in |
This Blog Includes:
- KVS का एग्जाम पैटर्न क्या है?
- KVS के लिए आयु सीमा
- KVS के लिए शैक्षणिक योग्यता
- KVS सिलेबस क्या है?
- पोस्टग्रेजुएट लेवल पोस्ट (PGT) विषय का सेलेबस-
- ग्रेजुएट लेवल पोस्ट (TGT) विषय का सेलेबस-
- ग्रेजुएट लेवल पोस्ट (PRT) विषय का सेलेबस-
- विभिन्न कोर्स की परीक्षाओं के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम होते हैं। लेकिन कुछ अनुभाग सभी पाठ्यक्रमों के लिए समान हैं। यहां केवीएस भर्ती 2023 के लिए सभी वर्गों का पाठ्यक्रम दिया गया है.
- KVS 2023 का वेतन
- KVS के लिए आवेदन प्रक्रिया-
- KVS एग्जाम के लिए चयन प्रक्रिया
- FAQs
KVS क्या है?
KVS Syllabus 2023 In Hindi: केंद्रीय विद्यालय 1963 में सिस्टम एक्सिस्टेंस में आई, उसे ‘केंद्रीय विद्यालय’ के नाम से जाना गया। इसका मुख्य कारण यह था की भारतीय रक्षा सेवा कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षित करना है जो अक्सर दूरस्थ स्थानों पर तैनात होते हैं। आपको बता दें की भारत में 1,245 और विदेश में तीन स्कूल शामिल हैं। भारत में केंद्रीय सरकारी स्कूलों की एक सिस्टम है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MNHRD) के तत्वावधान में स्थापित की गई थी।
KVS का एग्जाम पैटर्न क्या है?
KVS PRT Exam (प्राइमरी स्तर शिक्षक परीक्षा )
KVS PRT, TGT और PGT एग्जाम में 180 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसके लिए 3 घंटे (180 मिनट) का समय दिया जाता है। स्टूडेंट्स नीचे दी गई टेबल के माध्यम से आप परीक्षा पैटर्न को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
विषय | प्रश्नों की संख्या | कुल अंक |
-सामान्य हिंदी -सामान्य अंग्रेजी | -10 -10 | -10 -10 |
-सामान्य जागरूकता और करंट अफेयर्स -रीजनिंग -कम्प्यूटर साक्षरता | -10 -5 -5 | -10 -5 -5 |
शिक्षा और नेतृत्व पर दृष्टिकोण | 60 | 60 |
संबंधित विषय | 80 | 80 |
कुल | 180 | 180 |
KVS के लिए आयु सीमा
केवीएस विभिन्न पदों के लिए केंद्रीय विद्यालय की आयु सीमा अलग-अलग है। नीचे दी गई स्टेप्स से आप पीजीटी, टीजीटी और पीआरटी के लिए आयु सीमा की जानकारी ले सकते हैं।
पोस्ट केवीएस | आयु सीमा |
पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) | 40 वर्ष |
प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) | 35 वर्ष |
प्राथमिक शिक्षक (पीआरटी) | 30 वर्ष |
KVS के लिए शैक्षणिक योग्यता
केवीएस शैक्षणिक योग्यता अलग अलग पदों के अनुसार है, जिसके लिए स्टूडेंट्स नीचे देखें-
पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) के लिए-
- दो वर्षीय इंटीग्रेटेड पोस्ट ग्रेजुएट एम.एससी. संबंधित विषय में एनसीईआरटी के रीजनल कॉलेज ऑफ एजुकेशन से कोर्स।
- किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बी.एड या समकक्ष डिग्री।
- हिंदी और अंग्रेजी माध्यम में शिक्षण में प्रोफिसिएंसी का होना आवश्यक है।
ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) के लिए-
- किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बी.एड या समकक्ष डिग्री।
- एनसीटीई द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार सीबीएसई द्वारा आयोजित केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) पेपर- II में उत्तीर्ण।
- एनसीईआरटी के रीजनल कॉलेज ऑफ एजुकेशन में 4 साल के डिग्री कोर्स में उम्मीदवारों के पास कुल मिलाकर और साथ ही संबंधित विषयों में कम से कम 50% अंक हों।
- हिंदी और अंग्रेजी माध्यम में शिक्षण में प्रोफिसिएंसी का होना आवश्यक है।
प्राथमिक शिक्षक (पीआरटी) के लिए-
- कम से कम 50% अंकों के साथ सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) और प्रारंभिक शिक्षा में 2 साल का डिप्लोमा (चाहे किसी भी नाम से जाना जाए)
- कम से कम 50% अंकों के साथ सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) और 4 वर्षीय बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजुकेशन (बी. एल. एड.)
- कम से कम 50% अंकों के साथ सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) और शिक्षा में 2 वर्षीय डिप्लोमा (विशेष शिक्षा)
KVS सिलेबस क्या है?
पोस्टग्रेजुएट लेवल पोस्ट (PGT) विषय का सेलेबस-
विभिन्न कोर्स की परीक्षाओं के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम होते हैं। लेकिन कुछ अनुभाग सभी पाठ्यक्रमों के लिए समान हैं। यहां केवीएस भर्ती 2023 के लिए सभी वर्गों का पाठ्यक्रम दिया गया है
विषय | कोर्स |
सामान्य अंग्रेजी | -Unseen Passages -Voice -Fill in the Blanks -Sentence Rearrangement -Verb -Error Correction -Idioms -Modal -Synonyms -Adjective -Antonyms -Tenses -Vocabulary -Comprehension -Punctuations -Narrations -Articles -Prepositions Subject -Verb Agreement -Adverb |
सामान्य हिंदी | -वचन -मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ -विशेषण -तत्सम तद्भव -लिंग -सन्धि -वाक्य निर्माण -अव्यय -क्रिया -अनेकार्थक -समानार्थी शब्द -पर्यायवाची -संज्ञा -समास -उपसर्ग एवं प्रत्यय -विराम चिन्हों की पहचान एवं उपयोग -विपरीपार्थक -सर्वनाम -देशज एवं विदेशी शब्द -अलंकार -भाषा |
सामान्य ज्ञान | -भारतीय कला एवं संस्कृति -खेल -मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास प्राचीन -सामयिकी -भूगोल -जनगणना -राजनीति किताबें और उनके लेखक -पुरस्कार |
रीजनिंग | -मीरर इमेज आर्डर एंड रैंकिंग -अल्फा न्यूमेरिक सिंबल सीरीज -पज़ल्स एंड सीटिंग अरेंजमेंट -कोडिंग-डिकोडिंग -डेटा सफिशेंसी -लॉजिकल रीजनिंग -ब्लड रिलेशन -डिरेक्शंस सिल्लोजिसम |
कंप्यूटर नॉलेज | -जेनरेशन एंड टाइप्स ऑफ़ कंप्यूटर जनरल सोनीपत ऑफ़ सोशल नेटवर्किंग ब्रोसेर्स एंड सर्च इंजनस अब्रीवीएशन इंटरनेट -कंप्यूटर मेमोरी या स्टोरेज डिवाइस -हिस्ट्री एंड इवैल्यूएशन ऑफ़ कंप्यूटर वेब टेक्नोलॉजी कंप्यूटर -सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर -डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम्स ऑपरेटिंग सिस्टम बेसिक कंप्यूटर टेक्नोलॉजी और शॉर्टकट |
पर्सपेक्टिव्स ऑन एजुकेशन एंड लीडरशिप | (A) शिक्षार्थी को समझना वृद्धि, परिपक्वता और विकास की अवधारणा, विकास के सिद्धांत और बहस, विकास कार्य और चुनौतियाँ विकास के क्षेत्र: शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक-भावनात्मक, नैतिक आदि, विकास में विचलन और इसके निहितार्थ। किशोरावस्था को समझना: संस्थागत समर्थन डिजाइन करने की आवश्यकताएं, चुनौतियाँ और निहितार्थ। प्राथमिक और माध्यमिक समाजीकरण एजेंसियों की भूमिका। होम स्कूल की निरंतरता सुनिश्चित करना। (B) शिक्षण शिक्षण को समझना सीखने-व्यवहारवाद, संज्ञानात्मकवाद और रचनावाद पर सैद्धांतिक परिप्रेक्ष्य उनके निहितार्थों के विशेष संदर्भ में: (i) शिक्षक की भूमिका (ii) शिक्षार्थी की भूमिका (iii) शिक्षक-छात्र संबंध की प्रकृति (iv) शिक्षण विधियों का चुनाव (v) कक्षा का वातावरण (vi) अनुशासन, शक्ति आदि की समझ सीखने को प्रभावित करने वाले कारक और उनके निहितार्थ: (i) कक्षा निर्देश डिजाइन करना, (ii) छात्र गतिविधियों की योजना बनाना और, (iii) स्कूल में सीखने के स्थान बनाना शिक्षण-अधिगम की योजना एवं संगठन (i) पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या की अवधारणा, प्रकट और छिपा हुआ पाठ्यचर्या (ii) मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता, प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (iii) योग्यता आधारित शिक्षा, अनुभवात्मक शिक्षा, आदि। (iv) अनुदेशात्मक योजनाएँ: -वर्ष योजना, इकाई योजना, पाठ योजना (v) शिक्षण सामग्री और संसाधन (vi) शिक्षण-अधिगम के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) (vii) सीखने का मूल्यांकन, सीखने के लिए और सीखने के रूप में: प्रत्येक योजना में अर्थ, उद्देश्य और विचार शिक्षण सीखने की प्रक्रियाओं को बढ़ाना: रचनात्मक शिक्षण के साधन के रूप में कक्षा अवलोकन और प्रतिक्रिया, विचार और संवाद (C) एक अनुकूल सीखने का माहौल बनाना विविधता, विकलांगता और समावेशन की अवधारणाएँ, सामाजिक संरचना के रूप में विकलांगता के निहितार्थ, विकलांगता के प्रकार-उनकी पहचान और हस्तक्षेप, स्कूल मानसिक स्वास्थ्य की अवधारणा, सभी छात्रों और कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य के उपचारात्मक, निवारक और प्रोत्साहन आयामों को संबोधित करती है। मार्गदर्शन एवं परामर्श का प्रावधान। विद्यालय और समुदाय को एक शिक्षण संसाधन के रूप में विकसित करना। (D) स्कूल संगठन और लीडरशिप चिंतनशील व्यवसायी, टीम निर्माता, आरंभकर्ता, प्रशिक्षक और संरक्षक के रूप में लीडर – स्कूल नेतृत्व पर परिप्रेक्ष्य: निर्देशात्मक, वितरित और परिवर्तनकारी – दृष्टि निर्माण, लक्ष्य निर्धारण और विद्यालय विकास योजना बनाना, शिक्षण अधिगम को मजबूत करने के लिए स्कूल प्रक्रियाओं और मंचों का उपयोग करना – वार्षिक कैलेंडर, समय-सारणी, अभिभावक शिक्षक मंच, स्कूल असेंबली, शिक्षक विकास मंच, शिक्षण में सुधार के लिए उपलब्धि – डेटा का उपयोग करना – सीखना, स्कूल स्व-मूल्यांकन और सुधार, समुदाय, उद्योग और अन्य पड़ोसी स्कूलों और उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ साझेदारी बनाना (E) शिक्षा में परिप्रेक्ष्य एनईपी-2020: प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा, सीखने की नींव; मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता स्कूलों में पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र, समग्र और एकीकृत शिक्षा, समतामूलक और – समावेशी शिक्षा: सभी के लिए सीखना, योग्यता आधारित शिक्षा और शिक्षा। – बाल अधिकारों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत, सुरक्षित स्कूल वातावरण के लिए बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा और प्रावधान, बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009, स्कूली शिक्षा के विशेष संदर्भ में शिक्षा में राष्ट्रीय नीतियों का ऐतिहासिक अध्ययन करना, स्कूल पाठ्यक्रम सिद्धांत, परिप्रेक्ष्य, सीखना और ज्ञान, पाठ्यचर्या क्षेत्र, स्कूल चरण – शिक्षाशास्त्र और मूल्यांकन |
ग्रेजुएट लेवल पोस्ट (TGT) विषय का सेलेबस-
विभिन्न कोर्स की परीक्षाओं के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम होते हैं। लेकिन कुछ अनुभाग सभी पाठ्यक्रमों के लिए समान हैं। यहां केवीएस भर्ती 2023 के लिए सभी वर्गों का पाठ्यक्रम दिया गया है.
विषय | कोर्स |
सामान्य अंग्रेजी | -Articles -Modal -Narration -Pronoun -Adverb -Adjective -Verb -Preposition Tenses -Punctuation -Voice -Vocabulary -Idioms & phrases -Antonym & Synonyms -Reading Comprehension -Word Power |
सामान्य हिंदी | -भाषा -संज्ञा एवं संज्ञा के भेद -सर्वनाम एवं सर्वनाम के भेद -विशेषण एवं विशेषण के भेद -क्रिया एवं क्रिया के भेद -वचन -लिंग -उपसर्ग एवं प्रत्यय -वाक्य निर्माण (सरल, संयुक्त एवं मिश्रित वाक्य) -पर्यायवाची -विपरीपार्थक -अनेकार्थक -समानार्थी शब्द -मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ -अलंकार -सन्धि -तत्सम तद्भव -देशज एवं विदेशी शब्द -समास -पद परिचय -पठन कौशल -शब्द -सामर्थ्य -देशज एवं विदेशी शब्द -अलंकार -भाषा |
सामान्य ज्ञान | भारतीय कला एवं संस्कृति -खेल -मध्यकालीन एवं आधुनिक – इतिहास – भूगोल – जनगणना -राजनीति -किताबें और उनके लेखक -पुरस्कार -वर्तमान मामले -अर्थशास्त्र -संविधान -रोजमर्रा का विज्ञान -वैज्ञानिक अनुसंधान -राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय संगठन/संस्थान |
रीजनिंग | वर्बल एंड नॉन-वर्बल – प्रॉब्लम-सॉल्विंग -ब्लड रिलेशन -अरिथमेटिकल रीजनिंग – मिरर इमेज – डिरेक्शंस पज़ल्स एंड सीटिंग अरेंजमेंट -डाटा सफिशन्सी -कोडिंग-डिकोडिंग -आर्डर एंड रैंकिंग -अल्फा न्यूमेरिक -सिंबल सीरीज |
कंप्यूटर नॉलेज | -बेसिक कंप्यूटर टेक्नोलॉजी और शॉर्टकटवेब टेक्नोलॉजी -डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम्स ब्रोसेर्स एंड सर्च इंजनस -इंटरनेट -जनरल कांसेप्ट ऑफ़ सोशल नेटवर्किंग -कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर -कंप्यूटर मेमोरी या स्टोरेज डिवाइस -कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर -हिस्ट्री एंड इवैल्यूएशन ऑफ़ कंप्यूटर -जेनरेशन एंड टाइप्स ऑफ़ कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम |
पर्सपेक्टिव्स ऑन एजुकेशन एंड लीडरशिप, | (A ) शिक्षार्थी को समझना वृद्धि, परिपक्वता और विकास की अवधारणा, विकास के सिद्धांत और बहस, विकास कार्य और चुनौतियाँ -विकास के क्षेत्र: शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक-भावनात्मक, नैतिक आदि, विकास में विचलन और इसके निहितार्थ। -किशोरावस्था को समझना: संस्थागत समर्थन डिजाइन करने की आवश्यकताएं, चुनौतियाँ और निहितार्थ। -प्राथमिक और माध्यमिक समाजीकरण एजेंसियों की भूमिका। -होम स्कूल की निरंतरता सुनिश्चित करना। (B) शिक्षण शिक्षण को समझना सीखने-व्यवहारवाद, संज्ञानात्मकवाद और रचनावाद पर सैद्धांतिक परिप्रेक्ष्य उनके निहितार्थों के विशेष संदर्भ में: (i) शिक्षक की भूमिका (ii) शिक्षार्थी की भूमिका (iii) शिक्षक-छात्र संबंध की प्रकृति (iv) शिक्षण विधियों का चुनाव ( v) कक्षा का वातावरण (vi) अनुशासन, शक्ति आदि की समझ सीखने को प्रभावित करने वाले कारक और उनके निहितार्थ: (i) कक्षा निर्देश डिजाइन करना, (ii) छात्र गतिविधियों की योजना बनाना और, (iii) स्कूल में सीखने के स्थान बनाना – शिक्षण-अधिगम की योजना एवं संगठन (i) पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या की अवधारणा, प्रकट और छिपा हुआ पाठ्यचर्या (ii) मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता, प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (iii) योग्यता आधारित शिक्षा, अनुभवात्मक शिक्षा, आदि। (iv) अनुदेशात्मक योजनाएँ: -वर्ष योजना, इकाई योजना, पाठ योजना (v) शिक्षण सामग्री और संसाधन (vi) शिक्षण-अधिगम के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) (vii) सीखने का मूल्यांकन, सीखने के लिए – सीखने के रूप में: प्रत्येक योजना में अर्थ, उद्देश्य और विचार शिक्षण सीखने की प्रक्रियाओं को बढ़ाना: रचनात्मक शिक्षण के साधन के रूप में कक्षा अवलोकन और प्रतिक्रिया, विचार और संवाद (C) एक अनुकूल सीखने का माहौल बनाना विविधता, विकलांगता और समावेशन की अवधारणाएँ, सामाजिक संरचना के रूप में विकलांगता के निहितार्थ, विकलांगता के प्रकार-उनकी पहचान और हस्तक्षेप, स्कूल मानसिक स्वास्थ्य की अवधारणा, सभी छात्रों और कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य के उपचारात्मक – मार्गदर्शन एवं परामर्श का प्रावधान – विद्यालय और समुदाय को एक शिक्षण संसाधन के रूप में विकसित करना (D) स्कूल संगठन और लीडरशिप चिंतनशील व्यवसायी, टीम निर्माता, आरंभकर्ता, प्रशिक्षक और संरक्षक के रूप में लीडर – स्कूल नेतृत्व पर परिप्रेक्ष्य: निर्देशात्मक, वितरित और परिवर्तनकारी, दृष्टि निर्माण, लक्ष्य निर्धारण और विद्यालय विकास योजना बनाना, शिक्षण अधिगम को मजबूत करने के लिए स्कूल प्रक्रियाओं और मंचों का उपयोग करना – वार्षिक कैलेंडर, समय-सारणी, अभिभावक शिक्षक मंच, स्कूल असेंबली, शिक्षक विकास मंच, शिक्षण में सुधार के लिए उपलब्धि डेटा का उपयोग करना – सीखना, स्कूल स्व-मूल्यांकन और सुधार समुदाय, उद्योग और अन्य पड़ोसी स्कूलों और उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ साझेदारी बनाना (E)शिक्षा में परिप्रेक्ष्य एनईपी-2020: प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा, सीखने की नींव; मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता स्कूलों में पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र, समग्र और एकीकृत शिक्षा, समता, – मूलक और समावेशी शिक्षा: सभी के लिए सीखना, योग्यता आधारित शिक्षा और शिक्षा। – बाल अधिकारों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत, सुरक्षित स्कूल वातावरण के लिए बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा और प्रावधान, बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009, स्कूली शिक्षा के विशेष संदर्भ में शिक्षा में राष्ट्रीय नीतियों का ऐतिहासिक अध्ययन करना, स्कूल पाठ्यक्रम सिद्धांत, परिप्रेक्ष्य, सीखना और ज्ञान, पाठ्यचर्या क्षेत्र, स्कूल चरण – शिक्षाशास्त्र और मूल्यांकन |
ग्रेजुएट लेवल पोस्ट (PRT) विषय का सेलेबस-
विभिन्न कोर्स की परीक्षाओं के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम होते हैं। लेकिन कुछ अनुभाग सभी पाठ्यक्रमों के लिए समान हैं। यहां केवीएस भर्ती 2023 के लिए सभी वर्गों का पाठ्यक्रम दिया गया है.
विषय | कोर्स |
सामान्य अंग्रेजी – | -Articles Modal Narration -Pronoun -Adverb -Adjective -Verb -PrepositionTenses -Punctuation -Voice -Vocabulary -Idioms & phrases -Antonym & Synonyms -Reading Comprehension -Word Power |
सामान्य हिंदी- | -भाषासंज्ञा एवं संज्ञा के भेद -सर्वनाम एवं सर्वनाम के भेद -विशेषण एवं विशेषण के भेद -क्रिया एवं क्रिया के भेद, वचनलिंग, उपसर्ग एवं प्रत्ययवाक्य -निर्माण (सरल, संयुक्त एवं मिश्रित वाक्य) -पर्यायवाची -विपरीपार्थक -अनेकार्थक -समानार्थी -शब्दमुहावरे एवं लोकोक्तियाँ -अलंकार -सन्धि -तत्सम -तद्भव -देशज एवं विदेशी शब्द -समास पद परिचय पठन कौशल शब्द सामर्थ्य |
जनरल नॉलेज एंड करंट अफेयर्स | -जनरल नॉलेज एंड करंट अफेयर्स -अवार्ड्स -किताबें और उनके लेखक -स्पोर्ट्स हिस्ट्री- अन्सिएंट मिडिवल एंड मॉडर्न -जियोग्राफी -करंट अफेयर्स -पॉलिटी इकोनॉमिक्स कंस्टीटूशन -इंडियन आर्ट एंड कल्चर एवरीडे साइंस साइंटिफिक -रिसर्च नेशनल/इंटरनेशनल -ऑर्गनिज़तिओन्स /इंस्टीटूशन्स |
रीजनिंग | -वर्बल एंड नॉन-वर्बल -प्रॉब्लम-सॉल्विंगब्लड -रिलेशन -अरिथमेटिकल रीजनिंग -मिरर इमेज -डिरेक्शंस पज़ल्स एंड सीटिंग अरेंजमेंट -डाटा सफिशन्सी -कोडिंग-डिकोडिंग -आर्डर एंड रैंकिंग -अल्फा न्यूमेरिक सिंबल सीरीज |
कंप्यूटर नॉलेज | -अब्रीवीएशन -बेसिक कंप्यूटर टेक्नोलॉजी और शॉर्टकट -वेब टेक्नोलॉजी -डेटाबेस मैनेजमेंट -सिस्टम्स ब्रोसेर्स एंड सर्च इंजनस -इंटरनेटजनरल कांसेप्ट ऑफ़ सोशल नेटवर्किंग -कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर -कंप्यूटर मेमोरी या स्टोरेज डिवाइस -कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर -हिस्ट्री एंड इवैल्यूएशन ऑफ़ कंप्यूटरजेनरेशन एंड टाइप्स ऑफ़ -कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम |
पर्सपेक्टिव्स ऑन एजुकेशन एंड लीडरशिप | (A ) शिक्षार्थी को समझना -परिपक्वता और विकास की अवधारणा -विकास के सिद्धांत और बहस -विकास कार्य और चुनौतियाँ -विकास के क्षेत्र: शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक-भावनात्मक, नैतिक आदि, विकास में विचलन और इसके निहितार्थ। -किशोरावस्था को समझना: संस्थागत समर्थन डिजाइन करने की आवश्यकताएं, चुनौतियाँ और निहितार्थ। -प्राथमिक और माध्यमिक समाजीकरण एजेंसियों की भूमिका। -होम स्कूल की निरंतरता सुनिश्चित करना। (B) शिक्षण शिक्षण को समझना -सीखने-व्यवहारवाद, संज्ञानात्मकवाद और रचनावाद पर सैद्धांतिक परिप्रेक्ष्य उनके निहितार्थों के विशेष संदर्भ में: (i) शिक्षक की भूमिका (ii) शिक्षार्थी की भूमिका (iii) शिक्षक-छात्र संबंध की प्रकृति (iv) शिक्षण विधियों का चुनाव (v) कक्षा का वातावरण (vi) अनुशासन, शक्ति आदि की समझ सीखने को प्रभावित करने वाले कारक और उनके निहितार्थ: (i) कक्षा निर्देश डिजाइन करना, (ii) छात्र गतिविधियों की योजना बनाना और, (iii) स्कूल में सीखने के स्थान बनाना शिक्षण-अधिगम की योजना एवं संगठन (i) पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या की अवधारणा, प्रकट और छिपा हुआ पाठ्यचर्या (ii) मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता, प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (iii) योग्यता आधारित शिक्षा, अनुभवात्मक शिक्षा, आदि। (iv) अनुदेशात्मक योजनाएँ: -वर्ष योजना, इकाई योजना, पाठ योजना (v) शिक्षण सामग्री और संसाधन (vi) शिक्षण-अधिगम के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी)(vii) सीखने का मूल्यांकन, सीखने के लिए – सीखने के रूप में: प्रत्येक योजना में अर्थ, उद्देश्य और विचार शिक्षण सीखने की प्रक्रियाओं को बढ़ाना: रचनात्मक शिक्षण के साधन के रूप में कक्षा अवलोकन और प्रतिक्रिया, विचार और संवाद (C) एक अनुकूल सीखने का माहौल बनाना विविधता, विकलांगता और समावेशन की अवधारणाएँ, सामाजिक संरचना के रूप में विकलांगता के निहितार्थ, विकलांगता के प्रकार-उनकी पहचान और हस्तक्षेपस्कूल मानसिक स्वास्थ्य की अवधारणा, सभी छात्रों और कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य के उपचारात्मक, निवारक और प्रोत्साहन आयामों को संबोधित करती है। मार्गदर्शन एवं परामर्श का प्रावधान।विद्यालय और समुदाय को एक शिक्षण संसाधन के रूप में विकसित करना। (D) स्कूल संगठन और लीडरशिप चिंतनशील व्यवसायी, टीम निर्माता, आरंभकर्ता, प्रशिक्षक और संरक्षक के रूप में लीडर – स्कूल नेतृत्व पर परिप्रेक्ष्य: निर्देशात्मक, वितरित और परिवर्तनकारी, दृष्टि निर्माण, लक्ष्य निर्धारण और विद्यालय विकास योजना बनाना, शिक्षण अधिगम को मजबूत करने के लिए स्कूल प्रक्रियाओं और मंचों का उपयोग करना – वार्षिक कैलेंडर, समय-सारणी, अभिभावक शिक्षक मंच, स्कूल असेंबली, शिक्षक विकास मंच, शिक्षण में सुधार के लिए उपलब्धि डेटा का उपयोग करना – सीखना, स्कूल स्व-मूल्यांकन और सुधार समुदाय, उद्योग और अन्य पड़ोसी स्कूलों और उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ साझेदारी बनाना – शिक्षण समुदाय बनाना (E)शिक्षा में परिप्रेक्ष्य एनईपी-2020: प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा, सीखने की नींव; मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता स्कूलों में पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र, समग्र और एकीकृत शिक्षा – समतामूलक और समावेशी शिक्षा: सभी के लिए सीखना, योग्यता आधारित शिक्षा और शिक्षा। – बाल अधिकारों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत, सुरक्षित स्कूल वातावरण के लिए बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा और प्रावधान, बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009, स्कूली शिक्षा के विशेष संदर्भ में शिक्षा में राष्ट्रीय नीतियों का ऐतिहासिक अध्ययन करना, स्कूल पाठ्यक्रम सिद्धांत, परिप्रेक्ष्य, सीखना और ज्ञान, पाठ्यचर्या क्षेत्र, स्कूल चरण – शिक्षाशास्त्र और मूल्यांकन |
KVS 2023 का वेतन
केवीएस भर्ती के विभिन्न रिक्तियां हैं। विभिन्न रिक्तियों के लिए वेतनमान नीचे सारणीबद्ध है।
पीजीटी | INR 56,100 – 1,77,500 |
टीजीटी | INR 44,900 – 1,42,400 |
पीआरटी | INR 35,400 – 1,12,400 |
KVS के लिए आवेदन प्रक्रिया-
केवीएस भर्ती के लिए आवेदन करने के लिए आपको नीचे दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा।
- सबसे पहले स्टूडेंट्स www.kvsagathan.nic.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करें।
- अब आपको केवीएस भर्ती में आवेदन करने वाले सभी पदों के लिए आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा।
- आप डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं.
- अपने आवेदन में 50 केबी से कम का डिजिटल पासपोर्ट आकार का फोटो जोड़ें। 20kb से कम का डिजिटल हस्ताक्षर जोड़ें।
- यदि आप केवीएस भर्ती की प्रक्रिया में अंतिम चरण के लिए चुने जाते हैं तो सूचनाएं प्राप्त करने के लिए अपना ईमेल पता और मोबाइल नंबर सक्रिय करें।
KVS एग्जाम के लिए चयन प्रक्रिया
केवीएस भर्ती के लिए उम्मीदवारों का चयन निम्न प्रकार होता है.
- लिखित परीक्षा
- इंटरव्यू
FAQs
KVS एक सरकारी जॉब है, यह केंद्र सरकार द्वारा निकलती है।
केन्द्रीय विद्यालय संगठन (KVS) के कुल 1,248 स्कूल हैं, जिसमें से 1,245 भारत में और तीन विदेश में हैं।
केवीएस के तहत होने वाली प्रिंसिपल के पदों के लिए न्यूनतम आयु 35 वर्ष और अधिकतम आयु 50 वर्ष है।
KVS Syllabus in Hindi के बारे में आपको साडी जानकारी मिल गई होगी। केवीएस भर्ती और परीक्षा तिथियों पर नवीनतम अपडेट जानने के लिए हमारे साथ बने रहें। विदेश में अध्ययन से संबंधित किसी भी प्रश्न के लिए, बेझिझक लीवरेज एडु से जुड़ें। हमें किसी विदेशी विश्वविद्यालय में पढ़ाई से लेकर वहां बसने तक की पूरी प्रक्रिया में आपकी मदद करने में खुशी होगी! हमसे अभी संपर्क करें!
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kya negative marking hai
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प्रथा जी, केवीएस की परीक्षा में कोई निगेटिव मार्किंग नहीं है।
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2 comments
kya negative marking hai
प्रथा जी, केवीएस की परीक्षा में कोई निगेटिव मार्किंग नहीं है।