लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) अपने यहां के 28 डिपार्टमेंट्स में पोस्ट-डॉक्टरल सर्टिफिकेट कोर्स (PDCC) शुरू करेगी। यह कोर्सेज उन छात्रों के लिए है, जिन्होंने पोस्टग्रेडुएशन पूरी कर ली है। ऐसा होने से मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी दूर करने में मदद मिलेगी।
PDCC की कोर्स अवधि
PDCC दो साल का प्रोग्राम है जो मेडिकल, सर्जरी, पीडिएट्रिक्स, ऑब्स्टेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी और साइकियाट्री सहित विभिन्न विभागों में पेश किया जाएगा।
यह निर्णय 9 जनवरी 2024 को KGMU की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता KGMU की कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने की। बैठक में एकेडमिक काउंसिल के सदस्य, सभी विभागों के प्रमुख और प्रोफेसर शामिल हुए।
KGMU PDCC के लिए नियम बनाएगा
हाल के महीनों में, इन विभागों ने PDCC फेलोशिप कोर्स शुरू करने के लिए डीन कार्यालय में आवेदन किया है। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोर्स शुरू करने के लिए नियमों को सुव्यवस्थित करने का निर्णय लिया है। अब KGMU PDCC के लिए नियम बनाएगा जिसमें विभाग में डॉक्टरों की संख्या, OPD और आंतरिक रोगी (inpatient), बिस्तर आदि शामिल होंगे।
नेशनल मेडिकल कमीशन ने रिसर्च और क्लीनिकल स्किल डेवेलपमेंन्ट को बढ़ावा देने के लिए मेडिकल कॉलेजों में पोस्ट-डॉक्टरल फ़ेलोशिप कोर्स शुरू किया है। ये कोर्स पहले स्वयं मेडिकल इंस्टीट्यूशंस द्वारा बनाए और अप्रूव किए गए थे। नए नियमों में पोस्टग्रेजुएट छात्रों के लिए छुट्टियां और काम के घंटे का प्रावधान भी शामिल है। इन सुधारों का उद्देश्य देशभर में मेडिकल एजुकेशन और प्रैक्टिस के स्टैंडर्ड्स को बढ़ाना है।
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के बारे में
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) एक मेडिकल स्कूल, अस्पताल और मेडिकल यूनिवर्सिटी है जो लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित है। 16 सितंबर 2002 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पारित एक एक्ट द्वारा मेडिकल स्कूल को एक मेडिकल यूनिवर्सिटी में बदल दिया गया था।
इसी और अन्य प्रकार के Leverage Edu न्यूज़ अपडेट्स के साथ बने रहिए।