इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी, मद्रास (IIT मद्रास) ने अपने सेंटर फॉर आउटरीच एंड डिजिटल एजुकेशन (CODE) के माध्यम से ‘प्रैक्टिसिंग इंजीनियरों के लिए एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजीज’ में ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू किया है।
इंस्टिट्यूट की ओर से बताया गया कि एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (AM) विभिन्न इंजीनियरिंग और बायोमेडिकल घटकों (components) के उत्पादन के लिए प्रक्रिया के रूप में उभर रही है। इंजीनियरिंग और बायोमेडिकल एप्लीकेशंस में AM के उपयोग की बहुत बड़ी संभावना है।
प्रोग्राम में एडमिशन के लिए डायरेक्ट लिंक
IIT मद्रास के मेटलर्जिकल और मैटेरियल्स इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मुरुगैयान अमृतलिंगम ने कहा कि यह प्रोग्राम उन इंजीनियरों के लिए है, जिन्होंने एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग पर एजुकेशन नहीं ली है। इसका उद्देश्य एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलाॅजी के फंडामेंटल्स और व्यावहारिक ज्ञान देना है।
IIT मद्रास की बड़ी पहल, कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट में शुरू किया ऑनलाइन कोर्स
प्रोग्राम के लिए यह योग्यता होना जरूरी
इस प्रोग्राम के लिए कैंडिडेट्स के पास इंजीनियरिंग या एप्लाइड साइंसेज या बेसिक साइंसेज में ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ कम से कम 3 साल का कार्य अनुभव होना जरूरी है। ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, रजिस्ट्रेशन करने की अंतिम तिथि 20 सितंबर 2023 है। कैंडिडेट्स एडमिशन के लिए ऊपर दिए गए डायरेक्ट लिंक से अप्लाई कर सकते हैं।
इस फील्ड में शुरू कर सकते हैं अपना करियर
इस प्रोग्राम से कैंडिडेट्स को एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के लिए डिजाइन रणनीति और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रियाओं के ऑपरेटिंग प्रिंसिपल्स को समझाना है। इस कोर्स के पूरा होने पर कैंडिडेट्स एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में अपना करियर शुरू कर सकते हैं।
IIT मद्रास के बारे में
IIT मद्रास इंडियन गवर्मेंट द्वारा स्थापित तीसरा IIT है। यह टेक्नोलाॅजी और रिसर्च इंस्टिट्यूट है, इस पहले मद्रास के नाम से जाना जाता था। इसे 1959 में स्थापित किया गया था। NIRF रैंकिंग 2023 में भी IIT मद्रास का जलवा बरकरार है और बीते 8 सालों से यह संस्थान इस लिस्ट में टॉप पर है।
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