IIM-विशाखापत्तनम ने युवाओं के समय और खर्च को ध्यान में रखते हुए एक समाधान निकाला है, जिसमें IIM विशाखापत्तनम द्वारा हाइब्रिड EMBA प्रोग्राम को लॉन्च किया गया है। हाइब्रिड EMBA को लॉन्च करने वाला यह देश का दूसरा IIM बन गया है, जिसका लक्ष्य समय के साथ शिक्षा प्रणाली में सुधार करके व्यवस्थाओं को बेहतर करना है।
COVID-19 महामारी की शुरुआत के बाद से, शैक्षणिक संस्थान छात्रों की बदली हुई प्राथमिकताओं के साथ उन्हें संरेखित करने के लिए अपने पाठ्यक्रमों में बदलाव कर रहे हैं। इंडियन इंस्टीट्यूशन ऑफ मैनेजमेंट (IIM)-विशाखापत्तनम ने रविवार को हाइब्रिड मोड में ‘एक्सक्यूटिव मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन’ (ईएमबीए) प्रोग्राम का शुभारंभ किया।
बर्गर किंग इंडिया के अध्यक्ष, डी शिवकुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और बताया कि कैसे इतिहास में आविष्कार की गई हर नई तकनीक पर पदधारियों ने ठंडा पानी डाला है। इस कार्यक्रम में 18 भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित कुल 148 छात्र शामिल रहे। जिन्होंने इस प्रोग्राम में प्रवेश प्राप्त किया है।
डी शिवकुमार ने इस अवसर पर आगे कहा, “MBA एक विस्तृत डिग्री है, जिसका काम उम्मीदवारों को विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक क्षेत्रों में पारंगत बनाना, साथ ही उनकी स्किल्स को निखारना है।” उन्होंने अपने संबोधन में छात्रों को इस बात पर बल देने के लिए कहा कि उनका विज़न दिल से डिजिटल और टिकाऊ होना चाहिए।
IIM के निदेशक प्रोफेसर एम चंद्रशेखर ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी का हवाला देते हुए, कहा कि “लीडरशिप और लर्निंग दोनों ही एक दूसरे के लिए अनिवार्य है।” उन्होंने आगे कहा, “इस प्रोग्राम के माध्यम से IIM और इसके डिपार्टमेंट्स छात्रों से जुड़ने का प्रयास करेंगे, साथ ही छात्रों को एक बेहतर करियर की संभावनाओं को खोजना सिखाएंगे।”
इसी प्रकार की और अधिक महत्वपूर्ण न्यूज़ अपडेट्स के लिए Leverage Edu के साथ बने रहिए।