प्रतियोगी परीक्षाओं में करंट अफेयर्स से जुड़े क्वेश्चन पूछे जाते हैं, क्योंकि करंट अफेयर्स का उद्देश्य मनुष्य की समझ को विस्तार करना है। UPSC में प्री और मेंस एग्जाम के अलावा इंटरव्यू का भी महत्वपूर्ण रोल है, इसलिए कैंडिडेट्स को रोजाना हो रहीं आसपास और देश-दुनिया की घटनाओं को समझना होगा। आज हम इस ब्लाॅग Global Warming in Hindi में जलवायु परिवर्तन क्या है और इसके कारणों के बारे में जानेंगे, जिसे आप अपनी तैयारी में जोड़ सकते हैं।
जलवायु परिवर्तन क्या है?
ग्लोबल वार्मिंग यानी जलवायु परिवर्तन (Global Warming in Hindi) को तापमान और मौसम होने वाले परिवर्तन से जोड़ा जाता है। वायुमंडल में ग्रीन हाउस गैसों के बढ़ने के कारण पृथ्वी के औसतन तापमान में होने वाली वृद्धि को ग्लोबल वार्मिंग या जलवायु परिवर्तन कहते हैं। ग्लेशियरों का पिघलना और समुद्री जलस्तर बढ़ना भी ग्लोबल वार्मिंग का असर है। कुछ रिसर्च और रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते कुछ वर्षों में देखा गया है कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से पृथ्वी के तापमान में वृद्धि हुई है।
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जलवायु परिवर्तन के कारण क्या हैं?
Global Warming in Hindi जानने के साथ इसके कारण भी समझना आवश्यक है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण यहां बताए जा रहे हैंः
- गैसों का उत्सर्जन- विनिर्माण और उद्योग उत्सर्जन का उत्पादन करते हैं। निर्माण उद्योग की तरह खनन और अन्य औद्योगिक प्रक्रियाएं भी गैसें छोड़ती हैं। विनिर्माण प्रक्रिया में उपयोग की जाने वाली मशीनें अक्सर कोयला, तेल या गैस पर चलती हैं; और कुछ सामग्रियां, जैसे प्लास्टिक, जीवाश्म ईंधन से प्राप्त रसायनों से बनाई जाती हैं। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की वजह से जलवायु काफी परिवर्तित हो रही है।
- वनों की कटाई- खेतों या चरागाहों के निर्माण के लिए या अन्य कारणों से जंगलों को काटने से उत्सर्जन होता है, क्योंकि जब पेड़ों को काटा जाता है, तो वह अपने द्वारा संग्रहीत कार्बन छोड़ते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर साल लगभग 12 मिलियन हेक्टेयर जंगल नष्ट हो जाते हैं। वनों की कटाई, वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लगभग एक चौथाई के लिए जिम्मेदार है।
- परिवहन का ज्यादा उपयोग- अधिकांश कारें, ट्रक, जहाज और विमान जीवाश्म ईंधन पर चलते हैं। यह परिवहन को ग्रीनहाउस गैसों, विशेषकर कार्बन-डाइऑक्साइड उत्सर्जन का एक प्रमुख कारण है। जहाजों और विमानों से उत्सर्जन लगातार बढ़ रहा है।
- भोजन उत्पादन (फूड मैन्युफैक्चरिंग) में गैसों का उत्सर्जन- भोजन के उत्पादन में ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन का कारण शामिल है। जीवाश्म ईंधन के साथ कृषि उपकरण या मछली पकड़ने वाली नौकाओं को चलाने के लिए ऊर्जा का उपयोग। यह सब भोजन उत्पादन यानी फूड मैन्युफैक्चरिंग को जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारण बनाता है। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन भोजन की पैकेजिंग और वितरण से भी होता है।
- बिजली खपत- विश्व स्तर पर आवासीय और व्यावसायिक बिल्डिंग आधी से अधिक बिजली की खपत करती हैं। ये बिल्डिंग हीटिंग और कूलिंग के लिए कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस का उपयोग करती हैं, इसलिए काफी मात्रा में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन होता है।
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव क्या हैं?
Global Warming in Hindi जानने के साथ इसके प्रभाव भी समझना आवश्यक है। ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव यहां बताए जा रहे हैंः
- ग्लेशियरों के गायब होने, जल्दी बर्फ पिघलने और गंभीर सूखे के कारण पानी की अधिक कमी हो जाएगी और जंगलों में आग का खतरा बढ़ता रहेगा।
- गर्मी बढ़ेगी और बीते कुछ वर्षों में देखा जा सकता है कि सभी भूमि क्षेत्रों में अधिक गर्म दिन और लू चल रही है।
- जलवायु परिवर्तन के कारण पानी की उपलब्धता बदल रही है, जिससे अधिक क्षेत्रों में इसकी कमी हो रही है।
- ग्लोबल वार्मिंग के कारण पहले से ही पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पानी की कमी हो गई है और इससे कृषि सूखे का खतरा बढ़ गया है, जिससे फसलों पर असर पड़ रहा है।
- ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बढ़ती गर्मी से बीमारियों का खतरा अधिक होता है और बाहर काम करना कठिन बन जाता है।
- समुद्र का स्तर बढ़ने से पूर्वी समुद्री तटों पर और खाड़ी जैसे अन्य क्षेत्रों में और भी अधिक तटीय बाढ़ आ जाएगी।
- जंगलों, खेतों और शहरों को परेशान करने वाले नए कीटों, भारी बारिश और बढ़ती बाढ़ का सामना करना पड़ेगा। ये सभी कृषि और मत्स्य पालन को नुकसान पहुंचा सकते हैं या नष्ट कर सकते हैं।
- जलवायु परिवर्तन मूंगा चट्टानों और अल्पाइन घास के मैदानों, जैसे- आवासों का विघटन, कई पौधों और जानवरों की प्रजातियों को विलुप्त होने की ओर ले जा सकता है।
- पराग-उत्पादक रैगवीड की बढ़ती वृद्धि, वायु प्रदूषण के उच्च स्तर और रोगजनकों और मच्छरों के लिए अनुकूल स्थितियों के प्रसार के कारण एलर्जी, अस्थमा और संक्रामक रोग का प्रकोप अधिक हो जाएगा।
FAQs
जब किसी क्षेत्र विशेष के औसतन मौसम में परिवर्तन आता है तो उसे जलवायु परिवर्तन या ग्लोबल वार्मिंग कहा जाता है।
भारत में ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन लगातार बढ़ रहा है और इससे कई नुकसान हैं।
एनवायरोमेंट में गैसों के बढ़ने से जलवायु बदल रही है।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको Global Warming in Hindi की पूरी जानकारी मिल गई होगी। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।