गगनयान मिशन : भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के बढ़ते कदम, गगनयान की पहली टेस्ट फ्लाइट लॉन्च

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गगनयान मिशन

भारतीय स्पेश एजेंसी इसरो ने गगनयान मिशन की पहली टेस्ट फ्लाइट लॉन्च कर इतिहास रच दिया है। इसरो ने शनिवार सुबह 10 बजे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से गगनयान (Gaganyaan Mission) के क्रू मॉड्यूल को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। बैंक, UPSC और SSC आदि प्रतियोगी परीक्षाओं में इसरो के मिशन के बारे में पूछा जाता है और बीते वर्षों में इंटरव्यू में भी इसरो के मिशन से जुड़े प्रश्न देखे गए हैं। इसलिए गगनयान मिशन की लाॅन्चिंग से जुड़ी पूरी जानकारी के लिए इस ब्लाॅग को अंत तक पढ़ें।

इसरो का गगनयान मिशन पर काफी समय से काम चल रहा है। गगनयान का लक्ष्य पृथ्वी से 400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में पहुंचना है। यह भारतीय अंतरिक्ष संगठन (ISRO) द्वारा 2024 तक 5 से लेकर 7 दिनों के लिए तीन सदस्यीय दल को अंतरिक्ष में भेजने का एक मिशन है। गगनयान से संबंधित पेलोड ले जाने वाले एक परीक्षण वाहन के प्रक्षेपण कार्यक्रम को संशोधित करना पड़ा।

टीवी-डी1 का इंजन शुरू में स्टार्ट नहीं हो पाने के बाद दो घंटे की देरी के बाद इसरो वैज्ञानिकों ने 75 मिनट बाद मिशन को आगे बढ़ाया, जब उन्होंने रॉकेट को सटीकता के साथ लॉन्च किया और क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप का लक्ष्य हासिल किया। योजना के अनुसार बाद में पेलोड समुद्र में गिर गए, इस घटनाक्रम से हर्षोल्लास देखा गया।

गगनयान कार्यक्रम का लक्ष्य मनुष्यों को तीन दिनों के लिए 400 किमी की निचली पृथ्वी कक्षा में अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है।

कोई भी अंतरिक्ष मिशन हो, महत्वपूर्ण होता है। गगनयान के यात्रियों की बात की जाए तो इंडियन एयर फोर्भास के 1 ग्रुप कैप्टन और 3 विंग कमांडर को तैयार किया जा रहा है और इन्हें बैंगलोर में गगनयान मॉड्यूल की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसरो अभी गगनयान के क्रू मॉड्यूल के हाई-अल्टीट्यूड ड्रॉप टेस्ट करवा रहा है।

गगनयान मिशन की लागत कितनी है?

इसरो के किसी भी मिशन के पूरा होने में काफी खर्च आता है। गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) की लागत INR 9,023 या लगभग 10,000 करोड़ है। गगनयान मिशन एक प्रमुख राष्ट्रीय प्रयास होने जा रहा है।

गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) का उद्देश्य क्या है?

गगनयान मिशन के कुछ उद्देश्य इस प्रकार हैंः

  • यह लंबे समय में एक सतत इंडियन ह्यूमन स्पेश कोचिंग इंस्टिट्यूट की नींव रखेगा।
  • यह पहला स्वदेशी मिशन है जो भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगा।
  • गगनयान मिशन का उद्देश्य LEO को मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन शुरू करने के लिए स्वदेशी क्षमता को दिखाना है।
  • सौर प्रणाली और उससे आगे का पता लगाने के लिए रोबोट मिशन की दिशा में प्रगति।
  • ह्यूमन स्पेश एक्सप्लोरेशन, अन्य मिशन और साइंटिस्ट एक्सप्लोरेशन करने के लिए टेक्नोलाॅजी का प्रदर्शन।
  • वैश्विक अंतरिक्ष स्टेशन के विकास में सक्रिय रूप से सहयोग करने और राष्ट्र के हित के वैज्ञानिक प्रयोग करने की भविष्य की क्षमता।

गगनयान मिशन कितने चरणों में पूरा होगा?

रिसर्च और डेवलपमेंट में आने वाली चुनौती और टेक्नोलाॅजी का प्रदर्शन करने के लिए तैयार इसरो का गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) को पूरा होने में 3 चरण शामिल हैं। इसके तहते 3 उड़ानें कक्षा (Orbit) में भेजी जाएंगी। इस मिशन का पहला चरण मानवरहित होगा, दूसरे चरण में रोबोट को मिशन पर भेजा जाएगा। पहला और दूसरा कंप्लीट होने और पाॅजिटिव रिस्पांस आने के बाद तीसरे चरण में 3 अंतरिक्ष यात्रियों को भी भेजा जाएगा।

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FAQs

ISRO की फुल फाॅर्म क्या है?

ISRO की फुल फाॅर्म Indian Space Research Organization है।

भारत के गगनयान मिशन को क्या बोला जाता है?

भारत के गगनयान मिशन को गगनयान मानव मिशन बोला जाता है।

स्पेस साइंटिस्ट कौन होते हैं?

स्पेस साइंटिस्ट वे हैं जो स्पेस और उससे संबंधित चीजों की स्टडी और रिसर्च करते हैं।

उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) की पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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