Essay on Dussehra in Hindi : दशहरा हिंदू धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला एक बड़ा त्यौहार है और इसे बड़े त्यौहारों में से एक माना जाता है। पूरे देश में लोग दशहरा को बड़े उत्साह और समर्पण के साथ मनाते हैं। हर कोई इस त्यौहार का बेसब्री से इंतज़ार करता है। भारत के कुछ क्षेत्रों में दशहरा को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। दशहरा एक बहुत बड़ा हिंदू पर्व है, जिसे लोग ‘बुराई पर अच्छाई की जीत’ के रूप में मनाते हैं। एग्जाम के समय स्कूल में बच्चों को दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) लिखने को कहा जाता है, इसलिए इस ब्लाॅग में आपको सरल तरीके से इस पर्व की विशेषता बताएंगे जिससे दशहरा पर निबंध आसानी से समझ सकें।
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दशहरा के बारे में
दशहरा भारत में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। दशहरे पर भगवान राम की पूजा की जाती है और दशहरे का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू धर्म में विजयादशमी को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है। उत्तर या पश्चिमी भारत के अधिकांश राज्यों में दशहरा भगवान राम के सम्मान में मनाया जाता है। दशहरे के पीछे की कहानी भगवान राम की रावण पर विजय को दर्शाती है। यह त्योहार हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार अश्विन महीने के 10वें दिन पड़ता है। इस त्योहार के उत्सव में बुराई के विनाश को चिह्नित करने के लिए रावण के पुतले जलाए जाते हैं।
100 शब्दों में दशहरा पर निबंध
100 शब्दों में दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) इस प्रकार है-
दशहरा भारत देश में मनाए जाने वाले प्रसिद्ध त्योहार में से एक है। यह पर्व उस उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जब भगवान राम ने लंका के राजा रावण को हराया था। उस दिन सभी को एक संदेश मिला था कि हमेशा अच्छाई और पवित्रता, बुराई पर विजय प्राप्त करती है। कई शहरों और गांवों में इस पर्व के दिन मेले का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें परिवार के सभी सदस्य तैयार होकर दशहरे में रावण दहन, आतिशबाजी और स्थानीय रंगमंच समूह रामलीला का नाटक देखने जाते हैं। जो रामायण की प्रसिद्ध पौराणिक कथाओं पर आधारित होती है।
200 शब्दों में दशहरा पर निबंध
200 शब्दों में दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) इस प्रकार है-
दशहरा भगवान राम की रावण पर विजय के रूप में मनाया जाता है। कई स्थानों पर इस दिन बुराई के विनाश का संकेत देने के लिए आतिशबाजी के साथ रावण के पुतले जलाए जाते हैं। दशहरा या विजयदशमी भगवान राम की विजय और दुर्गा पूजा के रूप या फिर यह शक्ति-पूजा का पर्व है। दशहरा के दिन अपराजिता की पूजा करना भी शुभ माना गया है और यह भी मान्यता है कि दिन अपराजिता की पूजा करने से सालभर हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। इस दिन, विजय दिवस के रूप में शस्त्रों की पूजा की जाती है। हर साल नवरात्रि के समापन पर विजयादशमी का त्योहार या दशहरा मनाया जाता है।
दशहरा पूरे भारत में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। गांव में दशहरा बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। गांव के लोग बड़े ही श्रद्धा के साथ पूजा के लिए आगे आते हैं और बाद में एक-दूसरे शुभकामनाएं देते हैं। गांव और शहरों में दशहरा से कुछ दिन पहले रामलीला और मेलों का आयोजन होता है और दशहरा वाले दिन असत्य पर सत्य की जीत के रूप में रावण के पुतले दहन किए जाते हैं। दशहरा पर लोगों के घऱों में पूजा-पाठ का भी आयोजन होता है।
500 शब्दों में दशहरा पर निबंध
500 शब्दों में दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) इस प्रकार है-
प्रस्तावना
कई लोगों के लिए दशहरा का मतलब दिवाली की तैयारी शुरू करना है, जो विजयदशमी के 20 या 21 दिन बाद मनाई जाती है। रामायण के अनुसार भगवान राम ने रावण का वध कर बुराई पर विजय प्राप्त की। इस दिन को मनाने के लिए लोग विजयादशमी या दशहरा उत्सव मनाते हैं और पूरे देश में दशहरा उत्सव मनाया जाता है। हर साल नवरात्रि के समापन पर विजयादशमी का त्योहार या दशहरा मनाया जाता है।
दशहरा कब मनाया जाता है?
दशहरा का त्यौहार हिंदू लूनिसोलर कैलेंडर के अनुसार अश्विन या कार्तिक माह में 10वें दिन मनाया जाता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक सितंबर-अक्टूबर माह से मिलता-जुलता है। यह त्योहार नवरात्रि में दुर्गा पूजा के दसवें दिन और दीपावली से 20 दिन पहले मनाया जाता है।
दशहरा क्यों मनाया जाता है?
जब दशहरा या विजयादशमी की बात आती है, तो इसके बारे में कई कहानियां हैं कि कैसे यह त्योहार पूरे भारत में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। उदाहरण के लिए, उत्तर या पश्चिमी भारत के अधिकांश राज्यों में दशहरा भगवान राम के सम्मान में मनाया जाता है। दशहरे के पीछे की कहानी भगवान राम की रावण पर विजय को दर्शाती है। यह दिन राम लीला के अंत का भी प्रतीक है – राम, सीता और लक्ष्मण की कहानी का पुनर्कथन।
दुर्गा पूजा और दशहरा में क्या अंतर है?
दुर्गा पूजा और दशहरा देखा जाएं तो दोनों बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन देवी दुर्गा ने नौ दिनों तक चले भयंकर युद्ध में दुष्ट राक्षस महिषासुर का वध किया था और नवरात्रि के दसवें दिन उसका वध किया था इस रूप में हम कह सकते हैं कि, बुराई पर अच्छाई की विजय हुई थी। कहा जाता है कि युद्ध में जाने से पहले भगवान राम ने शक्ति और वीरता के लिए देवी दुर्गा की पूजा की थी। हम हर वर्ष सितंबर-अक्टूबर के माह में दशहरा अत्यधिक हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं और हर गाँव या शहर में मेलों का आनंद लेते हैं।
उपसंहार
कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान राम ने रावण के साथ युद्ध करके उसका वध किया था और माता दुर्गा द्वारा राक्षसों के साथ नौ दिनों तक भयंकर युद्ध के बाद उनका का संहार किया था। दशहरा हिंदू धर्म के विश्वास का एक प्रमुख अंग है। दशहरा का दिन ‘असत्य पर सत्य की जीत’ का प्रतीक है।
दशहरा पर 10 लाइन्स
दशहरा पर 10 लाइन्स इस प्रकार हैंः
- दशहरा भारतीय महाकाव्य रामायण में राक्षस रावण पर भगवान राम की जीत का प्रतीक है।
- दशहरा सबसे लोकप्रिय हिंदू त्योहार है जो 10 दिनों तक मनाया जाता है।
- दशहरा को नवरात्रि उत्सव के रूप में भी जाना जाता है, जो भारतीय घरों में खुशी और विजय के लिए मनाया जाता है।
- हिंदू धर्म में दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने वाले त्योहारों में से एक है।
- संस्कृत में दशहरा शब्द का अर्थ है 10 बुराइयों से छुटकारा पाना।
- राम-लीला रामायण का एक अभिनय है जो आमतौर पर विजयादशमी के दिन किया जाता है।
- दशहरा पर रावण, कुंभकरण और मेघनाथ जैसे राक्षसों के पुतले जलाए जाते हैं।
- 10 सिर वाले रावण को जलाने के लिए आतिशबाजी होती है और विजयादशमी के दिन यह बड़ा नजारा होता है।
- दशहरा को विजयादशमी (Vijaydashmi in Hindi) के नाम से भी जाना जाता है।
- दशहरा एक पारंपरिक त्योहार है जो सच्चाई, अच्छे कर्म और नैतिक मूल्य सिखाता है।
दशहरा के बारे में रोचक तथ्य
दशहरा के बारे में रोचक तथ्यों को जरूर जानना चाहिए, जोकि इस प्रकार हैंः
- दशहरा को विजय दशमी (Vijaydashmi in Hindi) के नाम से भी जाना जाता है, जो दसवें दिन विजय का प्रतीक है।
- ऐसा माना जाता है कि दशहरे पर देवी अपने पति भगवान शिव के पास लौट आईं।
- भारत के उत्तरी क्षेत्र में नवरात्रि के पहले दिन जौं के बीज बोये जाते हैं और इन अंकुरों का उपयोग दशहरे के दिन अच्छे भाग्य और धन के लिए एक अच्छा शगुन माना जाता है।
- दशहरों को कृषि उत्सव के रूप में देखा जाता है, क्योंकि दशहरे पर खरीफ फ़सलों की कटाई की जाती है और रवि फ़सलों का बीजारोपण किया जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि दशहरा का पहला भव्य उत्सव 17वीं शताब्दी में तत्कालीन राजा वोडेयार के आदेश पर मैसूर पैलेस में हुआ था।
- भारत में सबसे प्रसिद्ध दशहरा उत्सव मैसूर शहर में मनाया जाता है। पूरे शहर में उनकी मूर्ति की भव्य शोभा यात्रा निकाली जाती है।
- दशहरा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि बांग्लादेश, नेपाल और मलेशिया में भी मनाया जाता है। यह मलेशिया में राष्ट्रीय अवकाश है।
- दशहरा मौसम के अंत का भी प्रतीक है क्योंकि दशहरा के दौरान हम गर्मियों को अलविदा कहते हैं, और यह सर्दियों के मौसम का समय है।
- इस दिन रावण के पुतले के साथ कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले भी जलाये जाते हैं।
- ऐसा माना जाता है कि दशहरा वह दिन है जब सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म अपना लिया था।
- दशहरे के दिन ही डॉ. बी.आर. आंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाया था।
FAQs
रामलीला।
1955 से रावण दहन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। यह प्रचलन 1954 में दशहरा कमेटी के गठन के बाद से शुरू हुआ।
मेघनाद।
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