वर्तमान समय में दुनिया में कुल 195 देश हैं। इन कुल देशों में 193 देश संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश हैं जबकि ‘होली सी’ और ‘फिलिस्तीन’ गैर-सदस्य पर्यवेक्षक देशों की सूची में शामिल हैं। आज विश्व में कुछ देश तो बहुत बड़े हैं वहीं कुछ ऐसे भी देश हैं जिनका क्षेत्रफल बहुत कम हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कुछ देशों की जनसंख्या तो लाख से भी कम हैं। वहीं आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त Duniya Ka Sabse Chota Desh यूरोप के देशों में से एक ‘वैटिकन सिटी’ है। जो इटली की राजधानी रोम के बीचों-बीच बसा हुआ है।
यहाँ आपको बता दें कि वैटिकन सिटी से भी एक छोटा देश है। जो दो पिलरो पर टिका हुआ है, जिसका क्षेत्रफल 250 मीटर है और यहाँ की जनसंख्या मात्र 27 है। हम बात कर रह रहे है इंग्लैंड के सफोल्क बीच से करीब 10 किमी की दूरी पर स्थित ‘सीलैंड’ देश के बारे में जो देखने में एक बास्केटबॉल कोर्ट की तरह नजर आता है। यह देश एक किले पर बसा है जो खंडहर हो चुका है। इसे सीलैंड के साथ-साथ ‘रफ फोर्ट’ के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते है Duniya Ka Sabse Chota Desh कहे जाने वाले ‘सीलैंड’ देश के बारे में।
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सीलैंड का इतिहास
Duniya Ka Sabse Chota Desh सीलैंड है जिसका आधिकारिक नाम ‘प्रिंसिपैलिटी ऑफ सीलैंड’ है। माना जाता है कि इस किले को ब्रिटेन द्वारा दूसरे विश्व युद्ध के दौरान एंटी-एयरक्राफ्ट डिफेंसिव गन प्लेटफार्म के रूप में बनाया गया था। लेकिन ब्रिटेन की सेना ने 1950 के दशक में इस किले को खाली कर दिया था। तभी से सीलैंड पर अलग-अलग लोगों का कब्जा रहा है। सीलैंड को ‘माइक्रो नेशन’ भी कहा जाता है। बता दें कि माइक्रो नेशन वे देश होते हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मान्यता नहीं मिलती। यानी कि ये देश किसी देश का हिस्सा ही होते हैं।
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सीलैंड पर शासन
माइक्रो नेशन कहे जाने वाला Duniya Ka Sabse Chota Desh सीलैंड पर वर्ष 2012 में ‘रॉय बेट्स‘ नाम के एक शख्स ने स्वयं को सीलैंड का प्रिंस घोषित किया था। लेकिन रॉय की बेट्स मृत्यु के बाद उनके पुत्र ‘माइकल’ ने यहाँ शासन किया। बता दें की इस देश की अपनी डार्क टिकट, पासपोर्ट और करेंसी भी है जिस पर रॉय बेट्स की पत्नी की तस्वीर लगी हुई है। वहीं सीलैंड का अपना राष्ट्रीय झंडा भी है जिसका रंग लाल, सफेद और काला है।
डोनेशन से चलती है इकॉनमी
सीलैंड का क्षेत्रफल मात्र 250 मीटर है इसलिए यहाँ आजीविका का कोई साधन नहीं है। यहाँ की इकॉनमी पूरी तरह से डोनेशन पर निर्भर है। जब दुनिया को इटरनेट के माध्यम से इस छोटे से देश के बारे में पता चला तो उन्होंने इस देश को डोनेशन देना शुरू किया। जिससे यहाँ रहने वाले निवासियों को आर्थिक मदद मिलने लगी। हालांकि अब जैसे-जैसे लोगों को इस देश के बारे में पता चल रहा है, लोग यहां पर्यटन के लिए पहुंच रहे हैं।
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आशा है आपको Duniya Ka Sabse Chota Desh कहे जाने वाले सीलैंड से संबंधित सभी आवश्यक जानकरी मिल गई होगी। दुनिया के अन्य देशों की राजधानी और उनके इतिहास के बारे जानने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।