CBSE 10th Board 2024 : रिजल्ट के बाद शैक्षणिक सफलता के लिए इमोशनल वेल बीइंग और मेन्टल हेल्थ का महत्व

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CBSE 10th board

CBSE 10th board 2024: यूपी बोर्डएमपी बोर्ड और पंजाब बोर्ड समेत कई राज्य बोर्डों ने 2024 की परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दिए हैं। इसी कड़ी में अब CBSE Board के विद्यार्थियों को अपने बोर्ड रिजल्ट का बेसब्री से इंतज़ार है। बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा CBSE 10th Result, मई 2024 में जारी किए जाने की उम्मीद है। मीडिया रिपोट्स के अनुसार, 10वीं के परिणाम 12 मई तक जारी हो सकते है। हालांकि, बोर्ड की तरफ से इस संबंध में अभी तक कोई भी आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है। रिजल्ट जारी होने के बाद परीक्षा में उपस्थित छात्र अपना परिणाम सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर अपने लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करके देख सकेंगे।

वहीं रिजल्ट के बाद शैक्षणिक सफलता के लिए सोशल और इमोशनल वेल बीइंग को शिक्षा के मुख्य लक्ष्य के रूप में देखा जाता है। लेकिन एकेडमिक के साथ इसे अनदेखा कर दिया जाता है और इसी का परिणाम है डिप्रेशन, तनाव, चिंता, स्ट्रेस। एक छात्र के लिए उसके शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ उसकी मेन्टल हेल्थ भी मत्वपूर्ण है। CBSE 10th board रिजल्ट के बाद एकेडमिक सक्सेस के लिए इमोशनल वेल बीइंग और मेन्टल हेल्थ का महत्व के बारे में जानने के यह ब्लॉग पढ़ें।

मेन्टल हेल्थ क्या है?

मेन्टल हेल्थ, फिजिकल हेल्थ की तरह है। जैसे आपके शरीर को स्वस्थ रहने की आवश्यकता होती है ठीक वैसे ही आपके दिमाग को भी स्वस्थ रहने की आवश्यकता होती है। एक मानसिक बीमारी एक विकार है जो एक व्यक्ति के रोज के काम करने में बाधा उत्पन्न करती है। छात्र कंसन्ट्रेट नहीं कर पाते हैं, जिससे वो अपनी पढ़ाई में पूरा ध्यान नहीं दे पते और उनका रिजल्ट बिगड़ जाता है।

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इमोशनल वेल बीइंग क्या है?

इमोशनल वेल बीइंग एक प्रकार से आपके इमोशन को मेजर करता है। बहुत सी बार ऐसा होता है कि आपका पढ़ने का मन नहीं होता या कुछ काम करने का मन नहीं होता है इसका कारण इमोशनल वेल बीइंग है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति का अपने मन पर अपने इमोशन पर कोई कण्ट्रोल नहीं होता है।

मेन्टल हेल्थ और इमोशनल वेल बीइंग के बीच अंतर

मानसिक स्वास्थ्य इस बात को प्रभावित करता है कि आप कैसे सोचते हैं, महसूस करते हैं और कार्य करते हैं। भावनात्मक रूप से स्वस्थ होने के लिए दूसरों के साथ सकारात्मक संबंध रखने की आवश्यकता होती है। जबकि इमोशनल वेल बीइंग का संबंध इस बात से है कि आप दूसरों के साथ कैसे बातचीत करते हैं, विशिष्ट भावनाएं जो आप हर दिन सामना करते हैं, और आप उन्हें कैसे मैनेज करते हैं।  

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CBSE 10th Board 2024 और मेन्टल हेल्थ पर इसका प्रभाव

रिजल्ट आने के समय के दौरान कई तरह से मेन्टल और इमोशनल हेल्थ प्रभावित हो सकती है:

  • डर: छात्रों को डर हो सकता है कि आगे क्या होगा, जैसे कि कॉलेज में प्रवेश या नौकरी की संभावनाएं।
  • डिप्रेशन और बर्नआउट: लंबे समय तक तनाव और चिंता से डिप्रेशन और बर्नआउट हो सकता है, जो माइंड और इमोशन पर गलत प्रभाव डाल सकता है।
  • तनाव और चिंता: जैसे-जैसे रिजल्ट आने के दिन पास आते हैं वैसे-वैसे छात्रों की चिंता और तनाव बढ़ती जाती है। वें इस बात से परेशान होते है कि उनके कितने परसेंट आयेंगे।
  • असफलता की भावना: कम ग्रेड या खराब प्रदर्शन से असफलता की भावना पैदा हो सकती है।
  • दबाव और उम्मीदें: अक्सर छात्रों को इस बात की चिंता होने लग जाती है कि क्या वें अपने माता-पिता और टीचर्स की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे या नहीं।

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उम्मीद है आप सभी को CBSE 10th Board 2024 से संबंधित सभी जानकारी मिल गयी होगी। इसी तरह के सभी बोर्ड एग्जाम की लेटेस्ट अपडेट के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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