केंद्र सरकार भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नया कदम उठाने जा रही है। भारतीय संस्कृति और वैदिक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार पूरे देश में 5 क्षेत्रीय केंद्र शुरू करेगी। इन केंद्रों में प्राचीन वैदिक शिक्षा की जानकारी दी जाएगी। इन केंद्रों का नाम महर्षि संदीपनी राष्ट्रीय वेद संस्कृति शिक्षा बोर्ड होगा। इसका एकमात्र सेंटर अगस्त 2022 में उज्जैन में खोला गया था।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने की पुष्टि
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बात की जानकारी राज्यसभा में सदन को दी। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य सभा में घोषणा करते हुए बताया कि उज्जैन केंद्र के अलावा महर्षि संदीपनी राष्ट्रीय वेद संस्कृति शिक्षा बोर्ड (MSRVSSB) के पांच अन्य क्षेत्रीय केंद्र पूरे देश में खोले जाएंगे।
पहले दो केंद्र पूर्वोत्तर राज्यों में खोलने की योजना
वैदिक संस्कृति को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से महर्षि संदीपनी राष्ट्रीय वेद संस्कृति शिक्षा बोर्ड (MSRVSSB) के पहले दो केंद्र भारत के पूर्वोत्तर भाग में शुरू किए जाएंगे। इस बात की जानकारी शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यसभा में सदन को दी। MSRVSSB के पहले केंद्र का उदघाटन मध्य प्रदेश के उज्जैन नगर में 8 अगस्त 2022 को किया गया था।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने वैदिक शिक्षा से जुड़े छात्रों और शिक्षकों का डाटा प्रस्तुत किया
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने राज्यसभा में सदन को बताया कि वर्तमान में पूरे देश में 123 पाठशालाओं में वैदिक शिक्षा देने का कार्य किया जा रहा है। इन स्कूलों में कुल 632 शिक्षक 4,600 छात्रों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। भारत में गुरु-शिष्य परंपरा की कुल 258 ब्रांचेज मौजूद हैं जिनमें 2,240 शिष्य 430 शिक्षकों से वैदिक ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं।
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