बातों की जलेबी छानना मुहावरे का अर्थ (Baaton ki Jalebi Channa Muhavare Ka Arth) बातों को बहुत घुमा-फिरा कर कहना होता है। जब कोई व्यक्ति सीधी बात कहने के बजाय अनावश्यक रूप से बात को उलझाता है या फिर घुमा-फिरा कर करता है तो ऐसी स्थिति में बातों की जलेबी छानना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लाॅग में आप बातों की जलेबी छानना मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बातों की जलेबी छानना मुहावरे का अर्थ क्या है?
बातों की जलेबी छानना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Baaton ki Jalebi Channa Muhavare Ka Arth) बातों को बहुत घुमा-फिरा कर कहना होता है।
बातों की जलेबी छानना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
बातों की जलेबी छानना वाक्यों में प्रयोग इस प्रकार है-
- रोहन ने विशाल से कहा कि मुझे सच्चाई बता दो और हां- बातों की जलेबी छानने की जरूरत नहीं है।
- मीटिंग में बॉस ने रोहित से कहा कि अगर तुम बातों की जलेबी छानना बंद करोगे तो हम जल्दी निर्णय ले सकते हैं।
- खुशी की मां जब भी उससे कोई बात पूछती है तो वह हमेशा बातों की जलेबी छानने लगती है।
- गांव के लोगों ने कहा कि नेता को जनता को सीधा उत्तर चाहिए, बातों की जलेबी छानने से लोग उनके साथ नहीं खड़े होंगे।
- छात्रों ने कक्षा में अध्यापक से बातों की जलेबी छानना मुहावरे के बारे में पूछा।
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आशा है कि आपको बातों की जलेबी छानना मुहावरे का अर्थ (Baaton ki Jalebi Channa Muhavare Ka Arth) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।