उगते सूरज का देश कहा जाने वाला जापान पूर्वी एशिया में प्रशांत महासागर पर स्थित एक द्वीप देश है। ये देश चेरी ब्लॉसम, कराओके, बुलेट ट्रेन, इंस्टेंट नूडल और निनटेंडो वी का देश है। प्राचीन परम्पराओं और रीतियों को कायम रखते हुए ये देश वैज्ञानिक अनुसंधानों में टॉप देशों में से एक है। विदेश में पढ़ाई के इच्छुक विश्व भर के छात्रों के लिए ये देश आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है जहां आपको उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं प्राप्त होती हैं। जापान में एमबीबीएस के बारे में सारी जानकारी प्राप्त करनी है तो यह ब्लॉग पढ़ें।
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जापान से ही MBBS क्यों करें?
भारतीय छात्रों में जापान में एमबीबीएस शिक्षा प्राप्त करने की चाहत इसलिए बढ़ती जा रही है क्योंकि ये देश न सिर्फ उच्च शिक्षा के बेहतरीन अवसर प्रदान करता है बल्कि आप यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा भी बन सकते हैं। भारतीय छात्र क्यों जापान में पढ़ना पसंद करते हैं इसके कुछ कारण नीचे दिए गए हैं :
- जापान एमबीबीएस की डिग्री पूरी करने के बाद विज्ञान के विस्तार के अवसरों के क्षेत्र में उच्च शैक्षिक मानक प्रदान करता है।
- उचित शिक्षा शुल्क और छात्रवृत्ति कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला जापान को एमबीबीएस कोर्सेज के लिए अत्यधिक बेहतर बनाती है।
- अपने पूरे डिग्री प्रोग्राम में जापानी भाषा को समझने का एक दिलचस्प अवसर मिलता है।
- जापान में अध्ययन की प्रक्रिया काफी सरल और व्यवस्थित है।
- दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक के रूप में जाना जाता है, जापान में दुनिया की सबसे उन्नत स्वास्थ्य प्रणालियों हैं।
- जापान में स्थायी जापानी चिकित्सा शिक्षा के कारण उच्च योग्य एमबीबीएस पेशेवरों के लिए एक मजबूत रोजगार बाजार है।
- जापान में कई सार्वजनिक विश्वविद्यालय चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा को बढ़ावा देते हैं।
- जापान में अध्ययन करने की योजना बनाने वालों के लिए , देश छात्रों के लिए आरामदायक वातावरण के साथ सुरक्षित आवास सुविधाएं प्रदान करता है।
टॉप स्पेशलाइजेशन
चिकित्सा क्षेत्र में, दुनिया भर के चिकित्सकों की भारी मांग है। जापान में एमबीबीएस स्कूलों द्वारा पेश की जाने वाली सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग एमबीबीएस स्पेशलाइजेशन की सूची नीचे दी गई है–
- आप्थाल्मोलॉजी
- जनरल मेडिसिन
- बोन डिसीज
- जनरल सर्जरी
- अनेस्थिसियोलॉजी
- ऑब्सटेट्रिक एंड गाइनोकोलॉजी
- साइकेट्री
- पीडियाट्रिक्स
- डर्मेटोलॉजी
- ईएनटी (कान, नाक और गला)
एमबीबीएस सिलेबस
जापान में एमबीबीएस सिलेबस एक यूनिवर्सिटी से दूसरी यूनिवर्सिटी में भिन्न हो सकता है। नीचे एक सामान्य एमबीबीएस सिलेबस दिया गया है, जिसके जरिए आप एमबीबीएस सिलेबस का एक आउटलुक पा सकते हैं–
वर्ष 1
सेमेस्टर-I | सेमेस्टर-II |
फंडामेंटल्स ऑफ डिसीज एंड ट्रीटमेंट | हेल्थ एंड एनवायरमेंट |
इंट्रोडक्शन ऑफ मेडिसिन | बेसिक हेमेटोलॉजी |
सेल बायोलॉजी | हेल्थकेयर कॉन्सेप्ट्स |
आईकोमोटर सिस्टम | न्यूरोसाइंस 1 (पेरिफेरल सिस्टम) |
इंट्रोडक्शन ऑफ मॉलिक्युलर मेडिसिन | रेस्पिरेटरी सिस्टम |
इंट्रोडक्शन ऑफ एंब्रियोलॉजी एंड हिस्टोलॉजी |
वर्ष 2
सेमेस्टर- III | सेमेस्टर- IV |
जनरल डिफार्मिटी | सिस्टमिक पैथोलॉजी |
नियोप्लाज्म | ब्लड |
हेरेडिटरी डिसॉर्डर | कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम |
एनवायरमेंटल डिग्रेडेशन | डाइट सिस्टम |
न्यूट्रीशनल डिसॉर्डर इम्युनिटी | कॉमन सिम्पटम्स एंड साइन |
वर्ष 3
सेमेस्टर-V | सेमेस्टर-VI |
स्पेशल पैथोलॉजी | एपिडेमियोलॉजी ऑफ कम्युनिकेबल डिसीज |
क्लीनिकल पैथोलॉजी | एपिडेमियोलॉजी ऑफ नॉन – कम्युनिकेबल डिसीज |
जनरल डिफॉर्मिटी | रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ |
ग्रोथ डिस्टरबेंस एंड नियोप्लासिया | |
इम्युनोपैथोलॉजी | |
इन्फेक्शियस डिसीज |
वर्ष 4
सेमेस्टर-VII | सेमेस्टर-VIII |
टैकटाइल कम्युनिकेबल डिसीज | एंड्रोक्राइन डिसीज |
न्यूट्रीशनल डिसीज | मेटाबॉलिज्म एंड बोन डिसीज |
जिरियाट्रिक डिसीज | द नर्वस सिस्टम |
डिसीज ऑफ द इम्यून सिस्टम, कनेक्टिव टिशू एंड ज्वाइंट्स | इमरजेंसी मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर |
हेमेटोलॉजी एंड ऑनकोलॉजी | ब्रेन डेथ, ऑर्गन डोनेशन, ऑर्गन प्रिजर्वेशन |
वर्ष 5
सेमेस्टर- IX | सेमेस्टर-X |
द नर्वस सिस्टम | इंटर्नशिप |
किडनी डिसीज | |
एनवायरमेंटल डिसॉर्डर्स, पॉइजनिंग एंड स्नेकबाइट्स | |
इमरजेंसी मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर |
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जापान में एमबीबीएस की अवधि
जापान द्वारा प्रस्तावित चिकित्सा विज्ञान में प्रमुख बैचलर डिग्री कोर्सेज की कुल अवधि छह वर्ष है, जिन्हें दो भागों में विभाजित किया गया है:
- 5 साल की पढ़ाई
- 1 वर्ष की इंटर्नशिप या ट्रेनिंग
जापान की टॉप यूनिवर्सिटीज
चिकित्सा विज्ञान में स्नातक डिग्री में विश्वविद्यालय के अनुसार अंतर हो सकता है। नीचे उन विश्वविद्यालयों के नामों की सूची दी गई है जो जापान में एमबीबीएस के पाठ्यक्रम प्रदान करती हैं :
- टोक्यो मेडिकल यूनिवर्सिटी
- तोहोकू विश्वविद्यालय
- नागोया विश्वविद्यालय
- क्यूशू विश्वविद्यालय
- चिबा विश्वविद्यालय
- कीयो विश्वविद्यालय
- वासेदा विश्वविद्यालय
- टोक्यो मेडिकल एंड डेंटल यूनिवर्सिटी
- त्सुकुबास विश्वविद्यालय
- क्योटो विश्वविद्यालय
- ओसाका मेडिकल कॉलेज
- आइची मेडिकल यूनिवर्सिटी
- कोबे विश्वविद्यालय
- वाकायामा मेडिकल यूनिवर्सिटी
- चिकित्सा विज्ञान के शिगा विश्वविद्यालय
जापान से पढ़ने का खर्च
पब्लिक और नेशनल यूनिवर्सिटीज़ प्राइवेट यूनिवर्सिटीज की तुलना में अधिक किफायती कोर्सेज प्रदान करती है। जब कोर्सेज के फीस की बात आती है, तो यूजी कोर्सें के लिए औसत पढ़ाई का खर्चं लगभग 12,40,000 येन से 28,30,000 येन (INR 8 लाख-20 लाख) हो सकता है।पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज और मास्टर डिग्री के लिए, आप प्रति वर्ष लगभग 12,50,000 येन – 44,00,000 येन (INR 9- 31 लाख) का भुगतान करने की उम्मीद कर सकते हैं।
योग्यता
अगर आप जापान में एमबीबीएस की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको नीचे की गई सूचि में वर्णित योग्यता के मानदंडों को पूरा करना होगा :
- आपकी आयु 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- कक्षा 12 में आपने न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हों।
- कक्षा 12 में आपने भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और अंग्रेजी में पढ़ाई की हो।
- NEET एक अनिवार्य परीक्षा है।
- कुछ विश्वविद्यालयों के लिए आपको IELTS, TOEFL पास करना अनिवार्य है।
- LOR और SOP की आवश्यकता होती है।
आवदेन प्रक्रिया
जापान के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
जापान में एमबीबीएस करने के लिए स्कॉलरशिप
जापान से पढ़ाई करने के लिए जापान में भारतीय छात्रों को कई स्तर पर स्कॉलरशिप दी जाती है। ताकि वे भी अपना सपना पूरा कर सकें। नीचे भारतीय छात्रों के लिए टॉप 4 जापान की स्कॉलरशिप दी गई हैं:
- Japanese Government Scholarships for Research Students
- Japanese Government Scholarships for Undergraduate Students
- Japanese Government Scholarships for College of Technology Students
- Japanese Government Scholarships for Specialized Training College Students
कैसे करें वीज़ा के लिए आवेदन
जापान में पढ़ाई करने के लिए सही प्रकार से जापान का वीज़ा पाना सबसे जरूरी है। जापान के लिए वीजा के लिए आवेदन आप अपनी जरूरत के हिसाब से यानी शॉर्ट स्टे वीज़ा और लॉन्ग स्टे वीज़ा प्राप्त कर सकते हैं। नीचे दी गई टेबल के द्वारा आप यहाँ वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जापान स्टूडेंट वीज़ा | अवधि |
शॉर्ट स्टे वीज़ा | लेस देन और लगभग 90 दिन |
लॉन्ग स्टे वीज़ा | मोर देन 90 दिन |
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MBBS के बाद कहाँ काम करें?
MBBS Syllabus in Hindi में आपको बताया जा रहा है कि MBBS के बाद आप कहाँ-कहाँ काम कर सकते हैं, जो इस प्रकार है:
- अस्पताल
- लैब
- बायोमेडिकल कंपनियां
- नर्सिंग होम्स
- मेडिकल कॉलेज
- हेल्थ सेंटर
- फार्मास्युटिकल एंड बायोटेक्नोलॉजी कंपनियां
MBBS के बाद करियर और सैलरी
आप जापान में एमबीबीएस पूरा करने के बाद निम्नलिखित रूप में काम कर सकते है। नीचे लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल और उनकी सैलरी के बारे में बताया गया है:
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
वेटेरिनारियंस | 73-75 लाख |
रजिस्टर्ड नर्स | 55-58 लाख |
डेंटिस्ट | 1.21-1.23 करोड़ |
फिजिशियन और सर्जन | 1.53-1.70 करोड़ |
एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट | 37-38 लाख |
मेडिकल प्रोफेसर और लेक्चरर | 50-52 लाख |
रिसर्चर | 1.10-1.20 करोड़ |
साइंटिस्ट | 1.20-1.24 करोड़ |
होम हेल्थ और पर्सनल केयर | 20-30 लाख |
काउंसलर | 71-75 लाख |
FAQs
उत्तर- हां, जापान में विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए एमबीबीएस कार्यक्रम प्रदान करते हैं, बशर्ते सभी अनिवार्य शर्तें पूरी हों।
उत्तर- हां, कई जापानी विश्वविद्यालय अंग्रेजी में चिकित्सा पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
उत्तर- जापान में एमबीबीएस की पढ़ाई 6 वर्ष की होती है। 5 वर्ष कक्षा में पढ़ाई होती है और 1 वर्ष इंटर्नशिप या प्रशिक्षण होता है।
उत्तर- जापान में पढ़ाई का खर्च विश्वविद्यालय के अनुसार बदलता रहता है, फिर भी यहां सालाना खर्च लगभग 10,000 डॉलर से 40,000 डॉलर तक रहता है।
उत्तर- अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए जापान में पढ़ना एक बेहतर विकल्प हो सकता है क्योंकि यहां आपको देश की समृद्ध परंपरा को जानने का मौका भी मिलता है। साथ ही आप दुनिया की सबसे अच्छी शिक्षण प्रणाली के अंर्तगत अध्ययन कर सकेंगे।
उम्मीद है इस ब्लॉग से आपको जापान में एमबीबीएस कैसे करें के बारे में पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भी जापान में एमबीबीएस कोर्स की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो तो एक उचित मार्गदर्शन के लिए आज ही 1800 572 000 पर कॉल करें और हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।