Essay on Football in Hindi : जानिए फुटबॉल पर निबंध 200 से 600 शब्दों में

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Essay on Football in Hindi

खेल मानव का शारीरिक विकास तो करते ही हैं, साथ ही खेल इंसान को आत्मिक सुकून देने का भी काम करते हैं। Essay on Football in Hindi के माध्यम से आप खेल की महिमा और फुटबॉल के बारे में गहराई से जान पाएंगे। फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है, जिसके प्रति लोगों में क्रेज़ देखा जा सकता है। इस ब्लॉग में फुटबॉल पर 200 शब्दों, 400 शब्दों, 600 शब्दों में निबंध, फुटबॉल के कुछ खास नियम और फुटबॉल पर इंट्रस्टिंग निबंध लिखने की टिप्स दिए गए हैं जो आपको परीक्षा में, स्कूल प्रोजेक्ट्स में या नेशनल फुटबॉल दिवस के दिन एक्टिविटीज में लिखवाया जाता है।

फुटबॉल पर 200 शब्दों में निबंध

Essay on Football in Hindi का उद्देश्य आपको खेल के प्रति जागरूक करना और फुटबॉल पर 200 शब्दों के निबंध को आपको सामने एक इंट्रस्टिंग वे में प्रस्तुत करने का है।

फुटबॉल को विश्व के प्रसिद्ध खेलों में से एक माना जाता है। इस खेल के लिए यूरोप से लेकर एशियन देश सभी उत्साहित रहते हैं, यह खेल बेहद ही रोमांचकारी और चुनौतीपूर्ण खेल माना जाता है। इस खेल को खेलने के लिए दो टीमों के खिलाड़ी आमने सामने आते हैं, आमतौर पर इस खेल के माध्यम से मनोरंजन और प्रेरणा की लहर से समाज को खेलों के प्रति जागरूक किया जाता है। फुटबॉल को युवाओं के आनंद और मनोरंजन के लिए भी खेला जाता है, जिसके लिए यह कहना अनुचित नहीं होगा कि यह खेल मनोरंजन का एक महान स्रोत है।

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो कि आपके शरीर और मन को तरोताजा तो करता ही है, साथ ही आप को हर प्रकार के रोगों से दूर रखता है और आपके व्यक्तित्व का निर्माण करता है। यह खेल आपको जीवन जीने का एक मकसद देता है और आपको सपने देखने के साथ-साथ, उन्हें पूरा करने के लिए आपको कर्मठ भी बनाता है। इस प्रसिद्ध खेल को विश्व में फुटबॉल के अलावा सॉसर के नाम से भी जाना जाता है, जिसको खेलने के एक गोलाकार गेंद का प्रयोग किया जाता है। इस खेल ने वर्तमान में करोड़ों लोगों को जोड़कर रखा हुआ है, जो कि सरहदों के बंधनों पूरी तरह मुक्त होता है।

फुटबॉल पर 400 शब्दों में निबंध

Essay on Football in Hindi में आप फुटबॉल से होने वाले लाभों के बारे में भी जान सकते हैं। इस लोकप्रिय खेल का आम जन पर क्या प्रभाव है, यह आपको फुटबॉल पर लिखे 400 शब्दों के इस निबंध से सीखने को मिलेगा।

प्रस्तावना

खेल चाहे कोई भी क्यों न हो, उसका लक्ष्य केवल मानव को एकता प्रदान करना होता है। इस तरह हमें हर खेल और खिलाड़ी का सम्मान करना चाहिए, फिर चाहे खेल क्रिकेट हो, हॉकी हो या फुटबॉल ही क्यों न हो। ऐसा ही एक खेल फुटबॉल है, जिसकी महानता यही है कि इस खेल से जुड़ा व्यक्ति कभी अपने पथ से भ्रमित नहीं हो सकता है। इस खेल का आम जन पर बेहद गंभीर प्रभाव है, जिसके लिए आप इससे होने वाले लाभों के बारे में जान सकते हैं। जिस से आप इस खेल से न केवल जुड़ें बल्कि इस खेल से प्रेरणा पा कर समाज का कल्याण कर सकें।

फुटबॉल से आम जन पर पड़ने वाला प्रभाव

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो आपको टीम स्प्रीट भावना से सरावोर कर देता है, यह खेल आपको सबका सम्मान करना और सबको साथ लेकर चलना सिखाता है। इस खेल से प्रेरित होकर मानव इस बात को गहराई से समझ सकता है कि समस्याएं जीवन भर आती है, हमें उनसे घबराए बिना अपने कर्तव्य पथ पर निरंतर कार्यरत रहना चाहिए। साथ ही यह खेल जीवन को कामयाबी के लिए अवसर तलाशने का एक शानदार माध्यम समझता है और इसी कारण यह समाज को सदा से ही जागरूक करता है।

फुटबॉल खेलने के लाभ

फुटबॉल से मिलने वाले लाभ यूँ तो कई प्रकार के हैं पर देखा जाए तो फुटबॉल खेल एक अच्छा शारीरिक व्यायाम है। इस खेल के माध्यम से बच्चों और युवाओं के साथ ही, अन्य आयु वर्ग के लोग भी स्वस्थ रहते हैं और जीवन भर सकारात्मकता को स्वीकार करते हैं। पूरी दुनिया में यह खेल आमतौर पर स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य लाभ के लिए खेला जाता है। यह विद्यार्थियों के विद्यार्थी जीवन में कौशल, एकाग्रता का स्तर और स्मरण शक्ति को सुधारने में सहायक साबित होता है। फुटबॉल खेल ही है, जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रुप से स्वस्थ रखने के साथ-साथ एक अच्छा जीवन प्रदान करता है।

उपसंहार

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो जीवन के हर मोड़ साकारात्मक रहना और टीम स्प्रिट की भावनाओं को सिखाता है। इस निबंध में फुटबॉल से आम जन के जीवन पर पड़ने वाले और फुटबॉल खेलने के लाभों के बारे में विस्तार से समझाया गया है।

फुटबॉल पर 600 शब्दों में निबंध

Essay on Football in Hindi में आपको फुटबॉल की उत्पत्ति, फुटबॉल के नियमों और फुटबॉल के फायदों के बारे में भी जान पाएंगे। यह जानकारी आपको एक सुखद जीवन जीने में आपकी सहायता करेंगी।

प्रस्तावना

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसको यदि नियमित रूप से खेला जाए अथवा यदि इसको अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाया जाए तो यह खेल विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है, साथ ही जीवन के लिए बहुत उपयोगी होता है। देखा जाए तो यह खेल कई मायनों में लाभकारी होता है। यह खेल 11-11 खिलाड़ियों के साथ दो दो टीमों के बीच खेला जाने वाला आउटडोर खेल है। इस खेल को एक अच्छा शारीरिक व्यायाम कहना गलत नहीं, क्योंकि यह खेल मानव को सद्भाव, अनुशासन और खेल भावना के लिए खिलाड़ियों को समर्पण भाव सिखाता है। यह दुनिया के लोकप्रिय खेलों में एक है और कई देशों के विभिन्न शहरों और कस्बों में एक लंबे कालखंड से यह खेल खेला जा रहा है।

फुटबॉल की उत्पत्ति से जुड़ी रोचक बातें

फुटबॉल के इतिहास पर अगर एक नज़र डाली जाए तो हमें पता लगता है कि ऐतिहासिक रुप से फुटबॉल खेल 700-800 साल पुराना है। हालांकि, इस खेल को विश्व का पसंदीदा खेल के रूप में बीते 100 वर्षों से भी अधिक समय से मान्यता प्राप्त है। देखा जाए तो यह खेल रोम के लोगों द्वारा ब्रिटेन के लिए लाया गया था। इसे खेलने की शुरुआत लगभग वर्ष 1863 में इंग्लैंड में हुई थी। इस खेल को नियंत्रित करने के लिए फुटबॉल एसोसिएशन का इंग्लैंड में ही गठन किया गया था। जब यह खेल शुरू हुआ तब शुरुआती दिनों में लोग इसे सामान्य रुप से गेंद को पैर से ठोकर मारकर खेलते थे। जो बाद में धीरे-धीरे बहुत ही रुचिपूर्ण खेल बन गया।

देखा जाए तो इस खेल ने जब अधिक लोकप्रियता प्राप्त कर ली तब इस खेल को कुछ कड़े नियमों के साथ, बाउंडरी लाइन और सेंटर लाइनों से चिह्नित एक आयताकार मैदान में खेला जाना शुरु हो गया। इस खेल को सॉसर के नाम से भी जाना जाता है। इस खेल के नियमों को मूल रूप से व्यवस्थित कोड के रुप में फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा संचालित किया जाता था। बाद में इस खेल को वर्ष 1863 में अन्तर्राष्ट्रीय फीफा के अधीन कर लिया गया और तभी से आज तक फीफा ही इसको संचालित करता आ रहा है। इसी कड़ी में हर चार साल बाद फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाता है।

फुटबॉल के कुछ खास नियम

फुटबॉल जितना पुराना खेल है, समय-समय पर उतने ही उसके नियमों में भी सुधार होता रहा है। यूँ तो इस खेल को खेलने के लिए मूल रूप से लगभग 17 नियम है, जिनमें से कुछ विशेष नियम निम्नलिखित हैं-

  • यह खेल दो लम्बी रेखाओं (स्पर्श लाइन) और दो छोटी साइड (गोल लाइन) वाले आयताकार मैदान में खेला जाता है। इस मैदान को दो बराबर भागों में विभाजित करती लाइनों में यह खेल खेला जाता है।
  • इस खेल में खेली जाने वाली फुटबॉल का आकार 68 से 70 सेमी. होता है, जो कि चमड़े से बनी एक गोलाकार गेंद होती है।
  • इस खेल को खेलने के लिए दोनों टीमों में लगभग 11-11 खिलाड़ी होते हैं। यदि किसी टीम में 7 खिलाड़ी से कम खिलाड़ी हैं, तो इस खेल को किसी भी सूरत में शुरु नहीं किया जा सकता है।
  • इस खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए एक रेफरी और दो सहायक रेफरी होने अनिवार्य हैं।
  • इस खेल की कुल अवधि 90 मिनट की होती है, जिसमें 45-45 मिनट के दो हॉफ होते हैं। साथ ही मध्यान 15 मिनट से ज्यादा का नहीं हो सकता है।
  • खेल के दौरान हर समय एक गेंद रहती है हालांकि, यह खेल के बाहर तभी होती है, जब टीम के खिलाड़ी गोल का स्कोर करते हैं या रेफरी खेल को रोकता है।
  • एक गोल के स्कोर के बाद खेल को दुबारा शुरु करने के लिए हमेशा एक गोल किक की जाती है।

उपसंहार

इस निबंध का उद्देश्य फुटबॉल खेल के इतिहास से जुड़ी रोचक बातों और फुटबॉल के नियमों की जानकारी को आप तक पहुंचाने का था। खेलों की उत्पत्ति मानव को समस्यों के समाधानों तक पहुंचाने और समाज को सशक्त बनाने के लिए हुई है। इस निबंध में इसी बात पर अधिक ध्यान दिया गया है।

फुटबॉल पर इंट्रस्टिंग निबंध लिखने की टिप्स

Essay on Football in Hindi में फुटबॉल पर इंट्रस्टिंग निबंध लिखने की टिप्स निम्नलिखित हैं-

  • सबसे पहले फुटबॉल खेल के इतिहास के बारे में अच्छे से जान लें।
  • आपके निबंध की प्रस्तावना ऐसी होनी चाहिए कि आप निबंध लिखने का उद्देश्य प्रस्तुत कर पाएं।
  • इस खेल के नियमों को अच्छे से पढ़ें।
  • इस खेल से संबंधित अन्य आर्टिकल और ब्लॉग्स भी पढ़ें तांकि आप और ज्ञान अर्जित कर पाएं।
  • अपनी भवनमाओं को उचित शब्दों से व्यक्त करें।
  • निबंध में लिखने वाली भाषा कठिन और जटिल न हो।
  • निबंध में उठ रहे बिंदुओं पर अच्छे से विस्तृत जानकारी देने का प्रयास करें।
  • अपने निबंध का निष्कर्ष अवश्य लिखें।

आशा है कि आपको Essay on Football in Hindi का यह ब्लॉग अच्छा लगा होगा। निबंध पर आधारित अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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