किसी विशेष वर्ष में जन्में 1000 जीवित बच्चों के पीछे मरने वाले बच्चों की संख्या को शिशु मृत्यु दर (Infant Mortality Rate-IMR) कहते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार देश का औसत IMR प्रति 1,000 जीवित जन्मों पर 32 है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में औसतन 36 और शहरी क्षेत्रों में 23 मौतें शामिल हैं।
शिशु मृत्यु दर क्या है?
शिशु मृत्यु दर (Infant Mortality Rate) उस आँकड़े को कहते हैं, जो प्रति 1,000 जीवित जन्मों पर एक वर्ष की आयु से पहले मरने वाले शिशुओं की संख्या को दर्शाता है। बताना चाहेंगे शिशु मृत्यु दर किसी देश या क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था, सामाजिक-आर्थिक स्थिति और विकास स्तर का संकेतक मानी जाती है। इसे घटाना सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों का एक प्रमुख लक्ष्य होता है। विश्व में शिशु मृत्यु दर का सबसे सामान्य कारण निमोनिया है। शिशु मृत्यु दर निम्न रखने के उपाय निम्नलिखित हैं:-
- मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रावधान।
- उचित शैक्षिक सुविधा का प्रावधान।
- सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कार्य।
शिशु मृत्यु दर को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारण
शिशु मृत्यु दर को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं;-
- स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता
- मातृ स्वास्थ्य
- पोषण की स्थिति (माँ और बच्चे दोनों की)
- स्वच्छ पेयजल और साफ-सफाई
- टीकाकरण और रोगों से सुरक्षा
- शिक्षा और जागरूकता
यह भी पढ़ें:
60,000+ students trusted us with their dreams. Take the first step today!

One app for all your study abroad needs
