कविताओं को समाज का दर्पण कहा जाता है, जो समाज को समाज का सही प्रतिबिंब दिखाती हैं। कविताओं के माध्यम से ही समाज की सोई चेतना को जगाया जा सकता है, कविताओं के माध्यम से ही युवाओं का मार्गदर्शन किया जा सकता है। यूँ तो कविताएं विभिन्न विषयों पर हो सकती हैं लेकिन इस पोस्ट के माध्यम से आपको Vigyan Par Kavita पढ़ने का अवसर मिलेगा, जिन्हें पढ़कर आपका परिचय विज्ञान विषय की महानता से होगा। विज्ञान पर कविताएं विद्यार्थियों को उत्सुकता के साथ ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रेरित करेंगी।
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ज्ञान का खजाना है
विज्ञान पर कविताएं विद्यार्थियों को एक लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना सिखाएंगी। विज्ञान विषय पर आधारित रचनाओं में से एक Vigyan Par Kavita “ज्ञान का खजाना है” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
जिद्द है कि अब ज़माने को आधुनिक बनाना है सही मायनों में विज्ञान ही ज्ञान का खजाना है ज़िंदगी को जीने का अंदाज़ इसका पुराना है सदियों से सदियों तक इसका सफर सुहाना है नकारात्मकताओं को एक पल में ठुकराना है विज्ञान की शक्ति से ही निराशाओं को झुकाना है आशाओं के आसरे सफलता का हाथ उठाना है ये कहना गलत नहीं कि विज्ञान ही ज्ञान का खजाना है साहस के साथ इसकी संरचना को अपनाना है निरंतर अनुसंधानों से जीवन का मोल चुकाना है परिश्रम के दरिया में मिलकर गोते लगाना है समस्याओं को आज समाधान का राह दिखाना है उत्सुकता ही जिसका मूल ठिकाना है वही विज्ञान, ज्ञान का सबसे बड़ा खजाना है...”
-मयंक विश्नोई
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि विज्ञान को ज्ञान का सबसे बड़े खजाने के रूप में देखते हैं, इस कविता का उद्देश्य समाज को विज्ञान का महत्व समझाना है। कविता में मूल रूप से विज्ञान की उपलब्धियां बताकर समाज को ज्ञान के प्रति समर्पित रहने को कहा गया है। इस कविता के माध्यम से कवि विज्ञान को आशाओं का ठिकाना बताते हैं। कविता विज्ञान को उत्सुकता से भरा विषय बताने का सफल प्रयास करती है।
विज्ञान है वरदान समान
विज्ञान पर कविताएं विद्यार्थियों को एक लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना सिखाएंगी। विज्ञान विषय पर आधारित रचनाओं में से एक Vigyan Par Kavita “विज्ञान है वरदान समान” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
विज्ञान है वरदान समान जो सफलता की बनता पहचान जिसकी उपस्थिति से कई अनसुलझे किस्से उभर कर दिखाते हैं अपने निशान विज्ञान ही आशाओं को बढ़ावा देता है विज्ञान ही अनुसंधानों को अपनाता है विज्ञान ही बनता है खजाना ज्ञान का विज्ञान ही उत्सुकता को बढ़ाता है विज्ञान है वरदान समान जो मानवता का बनता है कीर्तिमान विज्ञान ही अथक प्रयासों का राह दिखाता है विज्ञान ही मानव को खोज में लगाता है विज्ञान ही बनता है विषय सम्मान का विज्ञान ही जीवन को सही से जीना सिखाता है विज्ञान है वरदान समान जो गाता है सफलताओं का जयगान
-मयंक विश्नोई
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि ने विज्ञान को एक वरदान के समान समझा है, साथ ही यह कविता विज्ञान का महिमामंडन करती है। इस कविता के माध्यम से कवि ने विज्ञान को एक आशावादी विषय बताया है, जो मानव को आशाओं से भर देता है। यह कविता बताती है कि आशावादी होने के बाद मानव को अनुसंधान यानि कि खोजकर्ता बनने से कोई नहीं रोक सकता है। इस कविता की भाषा सरल और स्पष्ट है, जो युवाओं को इस विषय को पढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
संभावनाओं का सार है विज्ञान
विज्ञान पर कविताएं विद्यार्थियों को एक लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना सिखाएंगी। विज्ञान विषय पर आधारित रचनाओं में से एक Vigyan Par Kavita “संभावनाओं का सार है विज्ञान” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
आशाओं का विस्तार है विज्ञान संभावनाओं का सार है विज्ञान है सुखों की अनुभूति भी ज्ञान का सरल प्रचार है विज्ञान विज्ञान वो विषय है जो युवाओं को संगठित करता है विज्ञान ही युवाओं के सपनों में आशाओं के रंग भरता है विज्ञान ही सदियों से हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा है विज्ञान ही संघर्षों और सफलताओं का एक किस्सा है ज्ञानी का व्यवहार है विज्ञान संभावनाओं का सार है विज्ञान है हर कामयाबी की कहानी भी अनुसंधानों का संचार है विज्ञान विज्ञान ही मानव जीवन को सरल बनाता है विज्ञान ही उत्सुकता का विषय कहलाता है विज्ञान से मानव का एक अनोखा रिश्ता है जिसके साथ बिताया हर क्षण-हर पल बेहद अतरंगा है
-मयंक विश्नोई
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि विज्ञान को जीवन का एक अहम हिस्सा बताते हैं, इसी कविता में कवि ने विज्ञान के आँगन में बिताए हर लम्हें को अतरंगा बताया है। विज्ञान की महिमा का बखान करती यह कविता युवाओं को इस विषय के लिए संगठित करने के उद्देश्य से लिखी गई है। इस कविता का उद्देश्य विज्ञान को संभावनाओं का सार बताना है क्योंकि ये विषय मानव के दृष्टिकोण को बदल कर रख देता है।
विज्ञान का चमत्कार
विज्ञान पर कविताएं विद्यार्थियों को एक लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना सिखाएंगी। विज्ञान विषय पर आधारित रचनाओं में से एक Vigyan Par Kavita “विज्ञान का चमत्कार” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
कैसे भूल सकता है मानव विज्ञान का चमत्कार एक ऐसा चमत्कार जिसने किया है मानव का उपकार विज्ञान ही सपनों को नया आयाम देता है विज्ञान ही ज्ञान का करता है विस्तार विज्ञान ही निराशाओं को आड़े हाथों लेता है विज्ञान ही है जो युवाओं के करता प्रबल विचार युवाओं के सपनों को देता है नई उड़ान विज्ञान की महिमा के आगे नमन है बारंबार जीवन को सरल बनाता है विज्ञान इसके ज्ञान से है प्रकाशित सारा संसार अब मानव के देखे होते है सपने सारे साकार संभावनाओं का सार है, विज्ञान का हर अविष्कार
-मयंक विश्नोई
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि ने विज्ञान को एक चमत्कार के रूप में प्रस्तुत किया है। इस कविता की भाषा सरल एवं स्पष्ट है, जिसके माध्यम से कवि विज्ञान को एक ऐसा चमत्कार कहते हैं जो मानव पर उपकार करता है। कवि का कहना है कि विज्ञान सपनों को नया आयाम देता है जिससे मानव के ज्ञान का विस्तार होता है। इस कविता के माध्यम से कवि ने विज्ञान को ऐसा माध्यम बताया है, जिसकी हर खोज मानव के जीवन को सरल बनाती है, साथ ही इसके हर अविष्कार से संसार ज्ञान के प्रकाश से प्रकाशित होता है।
विज्ञान का भविष्य
विज्ञान पर कविताएं विद्यार्थियों को एक लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना सिखाएंगी। विज्ञान विषय पर आधारित रचनाओं में से एक Vigyan Par Kavita “विज्ञान का भविष्य” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
जीवन को सरल बनाएगा, मतभेद मन के मिटाएगा विज्ञान का भविष्य ही मानव को मानवता का मार्ग दिखाएगा चुनौतियों के साथ यूँ तो नया दौर एक आएगा विज्ञान का भविष्य उसमें भी अपनी महिमा दोहराएगा आशाओं के दीपक को प्रखर ज्वाला से जलाएगा विज्ञान का भविष्य ही नकारात्मकता का नाश कर जाएगा युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा की प्रेरणा बन जाएगा विज्ञान का भविष्य ही सपनों को साकार करवाएगा कई प्रकार के छल-फरेब और झूठ को अपने साथ लाएगा विज्ञान का भविष्य हर परिस्थिति से इंसान को लड़ना सिखाएगा ज़िंदगी को आधुनिकता के साथ-साथ सरल बनाएगा विज्ञान का भविष्य ज्ञान की अविरल धारा को बहाएगा मानव के विचारों को प्रखरता से रख पाएगा विज्ञान का भविष्य सफलताओं के नए आयाम लाएगा
-मयंक विश्नोई
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि विज्ञान का भविष्य कैसा होगा इस बात पर अपनी राय को बड़ी ही प्रखरता से रखते हैं। इस कविता का उद्देश्य ऐसे भविष्य की कल्पना करना है जहाँ मानव का चौतरफा विकास हो और विज्ञान के प्रति युवाओं का रुझान देखा जा सके। इस कविता के माध्यम से कवि भविष्य में आने वाले संकटों के बारे में भी चर्चा करते हैं ताकि वर्तमान में उन समस्याओं पर काम किया जा सके। इस कविता की भाषा सरल व स्पष्ट है, जिसका लक्ष्य विज्ञान को भविष्य की मांग के रूप में प्रस्तुत करना है।
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आशा है कि विज्ञान पर कविताएं युवाओं को प्रेरित करने का काम करेंगी, साथ ही इस पोस्ट में लिखी Vigyan Par Kavita युवाओं के सामने विज्ञान की अद्भुत तस्वीर प्रस्तुत करेंगी। इस ब्लॉग में लिखी हर कविता आपको सदा प्रेरित करती रहेंगी। साथ ही यह ब्लॉग आपको इंट्रस्टिंग और इंफॉर्मेटिव भी लगा होगा, इसी प्रकार की अन्य कविताएं पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।