UPSC 2023 : ISRO Astrosat Mission UPSC in Hindi:UPSC मेंस के लिए इसरो एस्ट्रोसैट मिशन टॉपिक पर महत्वपूर्ण शॉर्ट नोट्स 

1 minute read
ISRO Astrosat mission upsc in Hindi

UPSC मेंस एग्जाम के लिए ISRO Astrosat mission upsc in Hindi  एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक  है। इस साल UPSC मेंस के पेपर में ISRO Astrosat mission upsc in Hindi से  सम्बंधित प्रश्न पूछे जाने की उम्मीद जताई जा रही है। वर्तमान समय को देखते हुए इस विषय की प्रासंगिता और भी बढ़ जाती है। यहाँ ISRO Astrosat mission upsc in Hindi से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण शॉर्ट नोट्स दिए जा रहे हैं। ये नोट्स छोटे हैं इसलिए याद करने में आसान हैं।

मुख्य सुर्खियां 

एस्ट्रोसैट पहला समर्पित भारतीय खगोल विज्ञान मिशन है जिसका उद्देश्य एक साथ एक्स-रे, ऑप्टिकल और यूवी स्पेक्ट्रल बैंड में आकाशीय स्रोतों का अध्ययन करना है।

नीतभार में पराबैंगनी (निकट और दूर), सीमित ऑप्टिकल और एक्स-रे शासन (0.3 केईवी से 100 केईवी) के ऊर्जा बैंड शामिल हैं।

इसे 28 सितंबर, 2015 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से पी.एस.एल.वी.-सी30 द्वारा भूमध्य रेखा पर 6 डिग्री के कोण पर झुकी हुई 650 किमी की कक्षा में लॉन्च किया गया था।

इस मिशन की न्यूनतम अनुमानित आयु 5 वर्ष थी।  

यह भी पढ़ें : UPSC 2023:UPSC मेंस के लिए धारा 370 टॉपिक पर महत्वपूर्ण शॉर्ट नोट्स 

इसरो एस्ट्रोसैट मिशन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य 

यहाँ इसरो एस्ट्रोसैट मिशन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य बताए जा रहे हैं : 

  • यह भारत का पहला समर्पित भारतीय खगोल विज्ञान मिशन है।  
  • इसका उद्देश्य  एक्स-रे, ऑप्टिकल और यूवी स्पेक्ट्रल बैंड में आकाशीय स्रोतों का अध्ययन करना है।
  • यह मल्टीपल स्पेस टेलिस्कोप के साथ लॉन्च किया गया है।  
  •  इसे तीन स्कैनिंग स्काई मॉनीटर्स के साथ लॉन्च किया गया है।   

इसरो एस्ट्रोसैट मिशन की विशेषताएं 

 ISRO Astrosat mission upsc in Hindi की विशेषताएं इस प्रकार हैं : 

  • इस मिशन में एक ही सैटेलाइट  के साथ विभिन्न अंतरिक्ष उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।  
  • इस मिशन की न्यूनतम आयु 5 वर्ष है।  
  • इसका वजन 1,5 15 कि.ग्रा. है।  
  • इसके पांच प्लेडॉट्स मिलकर वैज्ञानिक डाटा एकत्रित करेंगे और इसरो सेंटर को भेजेंगे। 
  • एक वर्ष की इस अवधि के दौरान, अंतरिक्ष यान ने 5400 से अधिक बार पृथ्वी की परिक्रमा की है और 141 विभिन्न ब्रह्मांडीय स्रोतों की ओर 343 व्यक्तिगत बिंदुओं को क्रियान्वित किया था। देखे गए डेटा को भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान डेटा केंद्र (आईएसएसडीसी) में प्रत्येक दृश्यमान पास पर नियमित रूप से डाउनलोड किया जा रहा है और पेलोड ऑपरेशन केंद्रों पर संसाधित किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें : UPSC 2023 : Tropical cyclone UPSC in Hindi : UPSC मेंस के लिए उष्णकटिबंधीय चक्रवात टॉपिक पर महत्वपूर्ण शॉर्ट नोट्स 

इसरो एस्ट्रोसैट मिशन के उद्देशय 

SRO Astrosat mission upsc in Hindi के उद्देश्य इस प्रकार हैं : 

  • बाइनरी स्टार सिस्टम को समझना।  
  • न्यूट्रॉन स्टार्स के चुम्बकीय क्षेत्र का अनुमान लगाना।  
  • पृथ्वी की आकाशगंगा के पार स्थित तारामंडल के उच्च ऊर्जा तंत्र को समझना।  
  • अंतरिक्ष में नए एक्स रे स्रोत का पता लगाना।  
  • पैराबैंगनी क्षेत्र में सीमित सर्वे करना।  

यह भी पढ़ें : 24 अगस्त का इतिहास (24 August Ka Itihas) – 1600 में आज ही के दिन सूरत के तट पर पहुंचा था ईस्ट इंडिया कंपनी का पहला जहाज ‘हेक्टर’

ऐसे ही अन्य इंडियन एग्ज़ाम अपडेट्स के लिए Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।  

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*