यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड ने भारतीय छात्रों के लिए निकाली छात्रवृत्ति

1 minute read

न्यूजीलैंड की सीमाएँ अब पूरी तरह से खुली होने के साथ, ऑकलैंड विश्वविद्यालय ने भारतीय छात्रों के लिए नई छात्रवृत्ति की एक विस्तृत श्रृंखला की घोषणा की है, जिसकी कीमत NZD 20,000 (INR 9.92 लाख) तक है।

न्यूजीलैंड विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया कि वे भारतीय छात्रों को परिसर में वापस लाने के लिए इच्छुक हैं। वहीं यह भी कहा गया कि उसने 200 से अधिक छात्रवृत्तियां शुरू की हैं, जो वर्ष 2023 के लिए लगभग NZD 1.5 मिलियन (INR 75 लाख) हो जाएगी।

यूनिवर्सिटी ने आवेदन करने के ऑर्डर में कहा कि यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड India High Achievers Scholarship के लिए आवेदन 10 अक्टूबर को होंगे, जिसमें बैचलर्स और मास्टर्स दोनों छात्र आवेदन कर सकते हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड की डायरेक्टर इंटरनेशनल आइंस्ली मूर ने कहा कि छात्रवृत्ति वर्ष में दो बार प्रदान की जाएगी, जिसमें वर्ष में दो बार 115 उपलब्ध होंगे। प्रत्येक साइकिल में NZD 20,000 (INR 9.92 लाख) तक की पांच छात्रवृत्तियां, NZD 10,000 (INR 4.96 लाख) तक की 10 और NZD 5,000 (INR 2.48 लाख) तक की 100 छात्रवृत्तियां प्रदान की जाएंगी।

आइंस्ली मूर ने आगे कहा कि यह ऑकलैंड विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश है और हम इन टॉप छात्रों का ऑकलैंड में स्वागत करने के लिए काफी उत्सुक हैं, खासकर COVID और लॉकडाउन के पिछले कुछ वर्षों के बाद। अंतरराष्ट्रीय छात्र हमारे कैंपस में विविधता और समृद्धि जोड़ते हैं और साथ ही विश्वविद्यालय के बाहर रिसर्च और न्यूजीलैंड के कार्यबल (workforce) में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड के डिप्टी वाइस चांसलर, स्ट्रैटेजिक एंगेजमेंट, डॉ एरिक लिथेंडर ने कहा कि UoA को कैंपस में टॉप परफॉर्म करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है।

वह आगे कहते हैं कि COVID हर किसी के लिए कठिन रहा है, विशेष रूप से हमारे अंतरराष्ट्रीय छात्र जो इतने लंबे समय से यहां पढ़ने से वंचित रहे हैं। हम हर कदम पर उनका समर्थन कर रहे हैं और अब कैंपस में उनके खुश, मुस्कुराते चेहरों को देखना बहुत फायदेमंद है।

हाल ही में 26 जुलाई को, न्यूजीलैंड सरकार ने इमीग्रेशन रीबैलेंस स्ट्रेटेजी के तहत नई इन्वेस्टर माइग्रेंट वीज़ा श्रेणी की शुरुआत की जिसका उद्देश्य अनुभवी, हाई वैल्यू इन्वेस्टर्स को घरेलू व्यवसायों में निवेश करने के लिए आकर्षित करना है।

मार्च 2020 में COVID-19 महामारी के चलते बंद होने के बाद पहली बार, न्यूजीलैंड ने 1 अगस्त को दुनिया भर के विज़िटर्स के लिए अपनी सीमाओं को पूरी तरह से फिर से खोल दिया। न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। सीमाओं को फिर से खोलने से न्यूजीलैंड के समूचे स्कूलों और विश्वविद्यालयों को फिर से बढ़ावा मिलेगा।

इसी वर्ष फरवरी में सिर्फ न्यूजीलैंड के ही लोगों के लिए सीमाएं फिर से खुलनी शुरू हुईं थी और अब बाकियों के लिए प्रतिबंधों में ढील दी गई। उन विज़िटर्स के साथ सीमाओं को फिर से खोलने की प्रक्रिया जिन्हें वीज़ा की आवश्यकता है और जो छात्र वीजा पर हैं, उन्हें भी अब न्यूजीलैंड लौटने की अनुमति है। न्यूजीलैंड अब क्रूज जहाजों और विदेशी मनोरंजक नौकाओं (yachts) को अपने बंदरगाह (seaports) पर आने दे रहा है।

न्यूजीलैंड में आने वाले ज्यादातर विज़िटर्स को अभी भी COVID के खिलाफ टीका लगाने की आवश्यकता है और आने के बाद दो COVID टेस्ट्स लेने की आवश्यकता भी होगी। हालांकि, अब कोई संगरोध (quarantine) में रहने की आवश्यकताएं नहीं हैं।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*