भारत का पहला नेशनल इवैल्यूएशन रेगुलेटर ‘परख’ देशभर के शिक्षा बोर्डों की ओर से किए जा रहे मूल्यांकन (Evaluation) में एकरूपता लाएगा। एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ईटीएस) के सीईओ अमित सेवक ने कहा कि ‘राष्ट्रीय मूल्यांकन नियामक ‘परख’ देश में 60 से अधिक बोर्ड द्वारा किए जाने वाले मूल्यांकन में बहुप्रतीक्षित एकरूपता लाएगा।
ईटीएस TOEFL और GRE जैसी प्रमुख परीक्षाएं आयोजित करता है। समग्र विकास के लिए कार्य-प्रदर्शन आकलन, समीक्षा और ज्ञान का विश्लेषण अर्थात (परख-परफार्मेंस असेसमेंट, रिव्यू एंड एनालिसिस आफ नालेज फार हालिस्टिक डेवलपमेंट) देश में सभी मान्यता प्राप्त स्कूल बोर्ड के लिए छात्र मूल्यांकन और इसके मानदंड, मानक और दिशानिर्देश स्थापित करने की दिशा में काम करेगा।
PARAKH शिक्षा मंत्रालय से अटैच्ड एक स्वतंत्र संगठन होगा, जो तीन प्रमुख क्षेत्रों- बड़े पैमाने पर मूल्यांकन जैसे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण, स्कूल-आधारित आकलन और तीसरा क्षमता निर्माण पर ध्यान देगा। सेवक ने कहा कि परख का उद्देश्य स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता, मानक एवं मूल्य प्रणाली को बेहतर करना है। हमारा पहला कदम मूल्यांकन के लिए कुछ मानक और मानकीकृत दिशानिर्देश विकसित करना है। भारत में एजुकेशन डेवलप हो रही है और हमें समय के साथ-साथ सर्वेक्षण भी डेवलप करना होगा।
स्टूडेंट्स के अंकों की असमानताओं को दूर करने में करेगा मदद
सेवक ने कहा कि परख लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए ग्लोवलीय मूल्यांकन और सीखने की प्रणाली तैयार करने के लिए वैश्विक मॉडल के रूप में काम करेगा। परख विभिन्न राज्यों के बोर्ड के साथ स्टूडेंट्स के मार्क्स में असमानताओं को दूर करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करेगा। अभी हम परख के लिए एक ब्लूप्रिंट स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं। इसमें योगात्मक परीक्षण और स्टूडेंट्स के आकलन के लिए नए तरीके शामिल हैं।
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