26 जनवारी हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। इस दिन भारत में गणतंत्र लागू हुआ था। गणतंत्र को लेकर दुनिया से लेकर भारत के कई मगान हस्तियों ने अपने विचार दिए हैं। इन विचारों को जानकर आप अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं और गणतंत्र दिवस पर सुविचार के माध्यम से अपने प्रियजनों का भी ज्ञानवर्धन कर सकते हैं।
इस दिन पारंपरिक नृत्य मंडलियों के साथ भारतीय सशस्त्र बलों की शानदार परेड, भारत के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश का प्रतिनिधित्व नई दिल्ली के राजपथ पर होता है। इसे राष्ट्रीय टेलीविजन पर भी प्रसारित किया जाता है। इसदिन को लेकर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने भी कई अनमोल वचन कहे हैं, ऐसे में चलिए जानते हैं महान लोगों द्वारा गणतंत्र दिवस पर सुविचार के बारे में।
महान लोगों द्वारा गणतंत्र दिवस पर सुविचार
“किसी राष्ट्र की संस्कृति उसके लोगों के दिलों और आत्मा में निवास करती है।”
– महात्मा गांधी
“इतिहास की शुरुआत में भारत ने अपनी अंतहीन खोज शुरू की, और अनगिनत सदियाँ उसके प्रयासों और उसकी सफलताओं और उसकी असफलताओं की भव्यता से भरी हुई हैं। अच्छे और बुरे भाग्य के माध्यम से वह भारत कभी भी उस खोज से ओझल नहीं हुई है या भूली नहीं है वे आदर्श जिन्होंने उसे ताकत दी।”
– जवाहर लाल नेहरू
“अगर मैं देश की सेवा में मर भी जाऊं, तो मुझे इस पर गर्व होगा। मेरे खून की हर बूंद इस देश के विकास और इसे मजबूत और गतिशील बनाने में योगदान देगी।”
– इंदिरा गांधी
“आज़ादी दी नहीं जाती, ली जाती है।”
-सुभाष चंद्र बोस
“उपनिवेशवाद की राख से एक नए भारत को खड़ा करने का महान सपना 1947 में एक ऐतिहासिक परिणति तक पहुंच गया; अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि स्वतंत्रता समान रूप से नाटकीय कथा, राष्ट्र-निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गई। नींव हमारे संविधान के माध्यम से रखी गई थी, जिसे 26 को अपनाया गया था जनवरी 1950, जिसे हम हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। इसका प्रेरक सिद्धांत राज्य और नागरिक के बीच एक समझौता, न्याय, स्वतंत्रता और समानता द्वारा पोषित एक शक्तिशाली सार्वजनिक-निजी भागीदारी थी…”
– डॉ. प्रणब मुखर्जी
“मैं भारत की उन्नति के लिए प्रार्थना करता हूं कि वह सशक्त हो, एक उभरता हुआ और शक्तिशाली राष्ट्र बने, जो आने वाले वर्षों में दुनिया को सभ्यता के उच्च स्तर पर ले जाए। वास्तव में, यह स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष के महान दिग्गजों का सपना, दृष्टिकोण रहा है। भारत की मुक्ति में उन्होंने मानवता के लिए एक नई आशा देखी…”
– शंकर दयाल शर्मा
“हर भारतीय को अब भूल जाना चाहिए कि वह एक राजपूत, एक सिख या एक जाट है। उसे याद रखना चाहिए कि वह एक भारतीय है।”
-सरदार पटेल
“मुझे लगता है कि देश भक्ति दान पुण्य जैसी महान होती है और यह सदैव घर से शुरू होती है”
– हेनरी जेम्स
“गणतंत्र देश का अर्थ है एक राष्ट्र, एक भाषा और एक झंडा”
– एलेग्जेंडर हेनरी
“समाज एक गणतंत्र है. जब कोई खुद को औरों से ऊपर उठाना चाहता है तो उन्हें उपहास या बदनामी के द्वारा लोग हमेशा नीचे खींच लेते है”
– विक्टर ह्यूगो
ये भी पढ़ें :
उम्मीद है, Gantantra Diwas Par Suvichar पसंद आये होंगे। इसी तरह के ट्रेंडिंग इवेंट्स से संबंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।