सियाह कुआला यूनिवर्सिटी (USK) के रेक्टर प्रोफेसर मारवान ने कहा कि USK ने 6 दिसंबर को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर साइन कर भारत सरकार के साथ शिक्षा में अपने सहयोग का विस्तार किया है।
MoU पर मारवान और इंडोनेशिया और तिमोर-लेस्ते में भारत के राजदूत संदीप चक्रवर्ती ने साइन किए। USK की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, मारवान ने आचे और भारत के लोगों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक को देखते हुए स्टूडेंट्स के लिए इसे फायदेमंद बताया।
मारवान ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने भारत के टाॅप इंस्टिट्यूट्स IIT बॉम्बे, मद्रास यूनिवर्सिटी, वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मणिपाल यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के साथ सहयोग किया है।
यहां के स्टूडेंट्स के लिए स्काॅलरशिप की भी योजना
मारवान ने बताया कि USK ने साइंस एंड टेक्नोलाॅजी के लिए संयुक्त टास्क फोर्स में आचे-अंडमान और निकोबार सहयोग में भी अपनी सक्रिय भागीदारी दिखाई है। इस सहयोग के माध्यम से यह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के छात्रों को यूनिवर्सिटी में स्टडी करने के लिए एक स्काॅलरशिप स्कीम देता है।
रिसर्च और स्टूडेंट्स एंड स्टाफ एक्सचेंज प्रोग्राम को भी बढ़ावा
इसके अलावा MoU के माध्यम से USK और भारतीय यूनिवर्सिटीज के बीच स्टूडेंट्स एंड स्टाफ एक्सचेंज प्रोग्राम, ज्वाइंट रिसर्च, एकेडमिक और अन्य एजुकेशनल प्रोग्राम में सहयोग का रास्ता खुलेगा। उन्होंने कहा कि सहयोग के क्षेत्र में साइंस, मेडिकल और इंजीनियरिंग शामिल होंगे।
सियाह कुआला यूनिवर्सिटी (USK) के बारे में
सियाह कुआला यूनिवर्सिटी (USK) सार्वजनिक विश्वविद्यालय है, जो आचे प्रांत की राजधानी बांदा आचे में स्थित है। यह आचे में सबसे पुराना विश्वविद्यालय है जिसे 2 सितंबर, 1961 को स्थापित किया गया था। यूनिवर्सिटी में 135 प्रोग्राम हैं और इनमें डिप्लोमा, ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन के अलावा डॉक्टरेट शामिल हैं। यूनिवर्सिटी में इंडोनेशिया और अन्य देशों के 32,000 से अधिक छात्र हैं।
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