Shiksha ka Mahatva: समाज और व्यक्ति के विकास में शिक्षा के महत्व की भूमिका

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Shiksha ka Mahatva

Shiksha ka Mahatva: मनुष्य के जीवन में जितना महत्त्व भोजन, कपड़े, हवा और पानी का है, उससे कहीं अधिक महत्त्व शिक्षा का है। शिक्षा हमारे देश की प्रगति के लिए बहुत ज़रूरी है। हमारे देश में शहरों की तुलना में गाँव के लोग कम शिक्षित होते हैं। शिक्षा हमारी खुद की और देश की प्रगति में मदद करती है। शिक्षित आदमी को समाज में मान सम्मान भी खूब मिलता है। हम शिक्षा के माध्यम से जीवन में बहुत सफलता प्राप्त कर सकते है। इसलिए हमारे और समाज का शिक्षित होना जरूरी है। हम इस ब्लॉग के माध्यम से आपको Shiksha ka Mahatva क्या है इसके बारे में विस्तार से बताएंगे।

शिक्षा का महत्व – Shiksha ka Mahatva

आजकल के युग में अगर इंसान शिक्षित ना रहा तो उसे जीवन बिताने में कठिनाई हो सकती है। पढ़ाई करना इंसान के जीवन में बहुत जरूरी होता है। गरीब से गरीब आदमी भी अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर अफसर बनाने का सपना देखता है। अगर कोई बच्चा ठान ले तो बहुत पढ़ लिखकर डॉक्टर, वकील, जज या upsc की परीक्षा देकर बड़ा अफसर बन सकता है। आजकल के युग में यदि इंसान शिक्षित ना हो तो उसे सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जा सकता है। शिक्षा का महत्व (Shiksha ka Mahatva) जानने के लिए नीचे दिए गए बिंदुओं को अवश्य पढ़ें, जो कुछ इस प्रकार हैं :-

  • व्यक्तिगत विकास में शिक्षा एक विशेष योगदान निभाती है, जो व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
  • शिक्षा सामाजिक असमानता को कम करती है, साथ ही शिक्षित समाज में अपराध दर कम होती है।
  • शिक्षा ही रोजगार और आय के अवसर बढ़ाती है। शिक्षित नागरिक देश की प्रगति में योगदान देते हैं।
  • शिक्षा से देश वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकता है, आसान भाषा में समझें तो राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर शिक्षा के प्रभाव को देखा जा सकता है।

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शिक्षा की मुख्य भूमिका

आधुनिक तकनीकी संसार में शिक्षा मुख्य भूमिका को निभाती है। आजकल, शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए बहुत तरीके हैं। शिक्षा का पूरा तंत्र अब बदल दिया गया है। हम अब 12वीं कक्षा के बाद दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम (डिस्टेंस एजूकेशन) के माध्यम से भी नौकरी के साथ ही पढ़ाई भी कर सकते हैं। शिक्षा बहुत महंगी नहीं है, कोई भी कम धन होने के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकता है। दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से हम आसानी से किसी भी बड़े और प्रसिद्ध विश्वविद्यालय में बहुत कम शुल्क पर प्रवेश ले सकते हैं। अन्य छोटे संस्थान भी किसी विशेष क्षेत्र में कौशल को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।

विकास का एक मूल मंत्र: शिक्षा

शिक्षा लोगों के मस्तिष्क को उच्च स्तर पर विकसित करने का कार्य करती है और समाज में लोगों के बीच सभी भेदभावों को हटाने में मदद करती है। यह हमारी अच्छा अध्ययन कर्ता बनने में मदद करती है और जीवन के हर पहलू को समझने के लिए सूझ-बूझ को विकसित करती है। यह सभी मानव अधिकारों, सामाजिक अधिकारों, देश के प्रति कर्तव्यों और दायित्वों को समझने में भी हमारी सहायता करता है।

शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक उपकरण है। हम जीवन में शिक्षा के इस उपकरण का प्रयोग करके कुछ भी अच्छा प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा का उच्च स्तर लोगों को सामाजिक और पारिवारिक आदर और एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है। शिक्षा का समय सभी के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत रुप से बहुत महत्वपूर्ण समय होता है। यह एक व्यक्ति को जीवन में एक अलग स्तर और अच्छाई की भावना को विकसित करती है। 

लड़कियों के लिए शिक्षा का महत्व 

भारत में लड़कियों की शिक्षा का प्रमाण लड़कों से कम है। भारत के लोग लड़कियों को ज्यादा पढ़ाने में नहीं मानते। स्कूल तक ही पढ़ाते है और लड़कियों की शादी करवा देते है। लड़कियों की शिक्षा भी उतनी ही जरूरी होती है जितनी लड़को की। हर इंसान को पढ़ने लिखने का हक होता है। हमें लड़कियों के माता पिता को Shiksha ka mahatva समझाना चाहिए। और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की सोच को ज़्यादा से ज़्यादा प्रोत्साहन देना चाहिए। हमारे देश को सावित्री बाई फुले जैसे स्वतंत्रता सैनिकों की वजह से जाना जाता है और हम उसी देश में लड़कियों को नहीं पढ़ाएँगे तो हमारे देश की प्रगति खंडित हो जाएगी। हमारा देश कभी पूरी तरह से डेवलप नहीं होगा और प्रगति न होने के कारण हमारा देश बाक़ी देशों से पीछे रह जाएगा।

आधुनिक युग में शिक्षा का महत्व

आधुनिक युग आज इतनी तेज़ी से चल रहा है कि इस इस युग को आधुनिकता का क्रांतिकारी युग बोला जा सकता है। किसी भी समय में बदलाव अपने आप नहीं आते, बदलाव लाए जाते हैं और इनके पीछे की यह प्रक्रिया शिक्षा के बिना असंभव है। आधुनिक युग में शिक्षा का महत्व पहले की तुलना में काफी बढ़ गया है।

लोगों को अपना जीवन जीने में और अपने जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए शिक्षा की काफी जरूरत है। शिक्षा जीवन को बेहतर बनाने वाली संभावनाओं तक पहुँचती है। आज सिर्फ ज्ञान प्राप्त करना ही काफी नहीं, औद्योगिकरण के युग में ज्ञान के प्रयोग पर अधिक बल दिया जाता है। इसे व्यावहारिक ज्ञान कहा गया है। इसलिए शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण भी दिए जाते हैं। जिससे बच्चे छात्र जीवन में ही अपने व्यावसायिक समस्याओं के समाधान प्राप्त कर कुशल कर्मचारी बन सके।

आधुनिक युग में विकसित होती सभ्यता तथा मशीनीकरण ने जहां एक और मनुष्य का काम कम किया है। वहीं दूसरी ओर लोग बेरोज़गार भी हुए हैं। वर्तमान समय में शिक्षा के द्वारा आत्मनिर्भर बनने की मुहिम चलाई जा रही है।

इससे ना सिर्फ नए रोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे बल्कि नए व्यवसाय व कार्य क्षेत्र के मार्ग भी खोजे जाएँगे। शिक्षा समाज में आवश्यकता से बढ़कर एक मापदंड बन गई है। समाज में उन्हीं लोगों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, जिन्होंने अच्छी शिक्षा प्राप्त की है। इसलिए कहा जा सकता है कि आधुनिक युग में शिक्षा बहुत आवश्यक है।

यह भी पढ़ें : शिक्षा के महत्व पर निबंध

समाज में शिक्षा का महत्व

शिक्षा मनुष्य के अंदर अच्छे विचारों को लाती है और बुरे विचारों को बाहर करती है। शिक्षा मनुष्य के जीवन का मार्ग दिखाती है। यह मनुष्य को समाज में प्रतिष्ठित काम करने के लिए प्रेरणा देती है। इससे मनुष्य के अंदर मनुष्यता आती है। इसके माध्यम से मानव समुदाय में अच्छे संस्कार डालने में पर्याप्त मदद मिलती है।

शिक्षा मनुष्य को पशु से ऊपर उठाने वाली प्रक्रिया है। पशु अज्ञानी होता है उसे सही या ग़लत का बहुत कम ज्ञान होता है। अशिक्षित मनुष्य भी पशुतुल्य होता है। वह सही निर्णय लेने में समर्थ नहीं होता है। लेकिन जब वह शिक्षा प्राप्त कर लेता है तो उसकी ज्ञानचक्षु खुल जाती है। तब वह प्रत्येक कार्य सोच-समझकर करता है। उसके अंदर जितने प्रकार की उलझनें होती हैं, उन्हें वह दूर कर पाने में सक्षम होता है। शिक्षा का मूल अर्थ यही है कि वह व्यक्ति का उचित मार्गदर्शन करे। जिस शिक्षा से व्यक्ति का सही मार्गदर्शन नहीं होता, वह शिक्षा नहीं बल्कि अशिक्षा है।

शिक्षा का उद्देश्य

हमारे देश में सब लोग शिक्षित होने चाहिए उसका अहम उद्देश्य यह है की हमारे देश को प्रगति और सफलता मिले। जैसे की इस ब्लॉग में पहले बताया गया है कि आज भी हमारे देश के लगभग 23 प्रतिशत लोग शिक्षित नहीं है। अगर हमारे देश की 100 प्रतिशत आबादी शिक्षित हो जाएगी तो हमारे देश की ज़्यादा से ज़्यादा प्रगति होगी। शिक्षा हमारे जीवन को अच्छा बनाती है। शिक्षा हमें एक खुशहाल जिंदगी बिताने में मदद करती है। हर व्यक्ति को भी कम से कम स्कूल तक की शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए, स्कूल का शिक्षण ज़िंदगी में अति आवश्यक होता है।

शिक्षा के प्रकार

शिक्षा का महत्व जानने के साथ-साथ आपको इसके प्रकार की भी जानकारी होनी चाहिए, जो नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से आसानी से समझी जा सकती है :-

  • औपचारिक शिक्षा (Formal Education): इसके माध्यम से विद्यालय और विश्वविद्यालय की शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम आधारित और प्रमाणपत्र प्रदान किए जाते हैं।
  • अनौपचारिक शिक्षा (Informal Education): इसके अंतर्गत घर, समाज और अनुभवों से मिलने वाली शिक्षा आती है, जो कि जीवनभर चलने वाली प्रक्रिया है।
  • गैर-औपचारिक शिक्षा (Non-Formal Education): इसमें व्यावसायिक प्रशिक्षण, ऑनलाइन कोर्स, आदि को शामिल किया जाता है, जो आपके कौशल विकास के लिए उपयुक्त होती है।

शिक्षा से मानवीय गुणो का विकास 

शिक्षा से मानवीय गुणो का विकास अधिक मात्रा में बढ़ गया है। अगर कोई इंसान शिक्षित होगा तो बाकी लोग उसकी इज्जत करते है और शिक्षित आदमी का समाज में एक अलग स्थान होता है। हमें शिक्षित होने के कारण अच्छी नौकरी मिलती है और हमें अच्छी पगार भी मिलती है। उसके कारण हम एक अच्छा जीवन बिता सकेंगे। कोई भी इंसान पढ़ाई न करने की वजह से एक खुशहाल जीवन जीने से वंचित हो रहा है। हमारे देश में केरल राज्य में लोगों की शिक्षा स्तर सबसे अधिक है।

शिक्षा से संबंधित चुनौतियां

शिक्षा से संबंधित चुनौतियां निम्नलिखित हैं :-

  • ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का अभाव।
  • लैंगिक असमानता।
  • गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी।
  • आर्थिक समस्याएं और शिक्षा का महंगा होना।

शिक्षा के सुधार हेतु सुझाव

शिक्षा के सुधार हेतु सुझावों को नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है, जो कुछ इस प्रकार हैं :-

  • शिक्षा में डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जाना आवश्यक है।
  • सभी के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा करना अनिवार्य है।
  • शिक्षक प्रशिक्षण पर जोर देकर शिक्षा को अधिकाधिक लोगों तक पहुँचाया जा सकता है।
  • सरकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन होने से शिक्षा के क्षेत्र में सुधार किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें: Importance of Education in Hindi – शिक्षा का महत्व पर निबंध

शिक्षा के महत्व पर 10 मुख्य लाइन

शिक्षा के महत्व पर 10 मुख्य लाइन इस प्रकार है :

  1. आज के आधुनिक समय में हर किसी के लिए अच्छा जीवन जीने के लिए शिक्षा एक अत्यंत आवश्यक आवश्यकता है।
  2. शिक्षा हमें टेक्निकल सिस्टम्स और सेवाओं का उपयोग करने में सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  3. अच्छी तरह से शिक्षित लोग विभिन्न नौकरियां कर सकते हैं और आगे अपने-अपने जीवन में सफल हो सकते हैं।
  4. अच्छी शिक्षा के बिना, व्यक्ति अच्छी कमाई के शानदार अवसरों से वंचित रह जाते हैं।
  5. शिक्षा हमें दूसरों द्वारा शोषण होने से बचाती है।
  6. शिक्षित लोगों की एक बड़ी आबादी देश के लिए एक असीम धन है।
  7. समाज को आगे बढ़ने और सोच और आचरण के पुराने और अनप्रोडक्टीव तरीकों को त्यागने में शिक्षा हर संभव मदद करती है।
  8. इकॉनमी के गरीब तबके के लोगों के विकास के लिए शिक्षा आवश्यक है।
  9. शिक्षा व्यक्ति के साथ-साथ उसके परिवार और समुदाय का भी भला करेगी और उन्होंने अच्छी आजीविका कमाने के लिए भी तैयार करती है।
  10. अपनी शिक्षा को हमें महत्व देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि समाज के हर वर्ग के बच्चों को शिक्षा का समान अवसर मिले।

शिक्षा पर आधारित कोट्स

सफल लोगों द्वारा शिक्षा पर आधारित सुविचार इस प्रकार है :

बिना शिक्षा प्राप्त किये कोई व्यक्ति अपनी परम ऊँचाइयों को नहीं छू सकता।

सपनों को सच करने से पहले सपनों को ध्यान से देखना होता है। -अब्दुल कलाम

वो जो स्कूल के दरवाजे खोलता है, जेल के दरवाजे बंद करता है।

जिम्मेदारी इंसान को शिक्षित करती है।

शिक्षा का उद्देश्य है युवाओं को खुद को जीवन भर शिक्षित करने के लिए तैयार करना। 

सच है, अल्प ज्ञान खतरनाक है, पर फिर भी ये पूर्ण रूप से अज्ञानी होने से बेहतर है।

शिक्षा प्राप्त करने वाला हर मानव शिक्षित होकर समाज को शक्तिशाली बनाता है।

जब कोई विषय पूरी तरह से अप्रचलित हो जाता है तो हम उसे आवश्यक पाठ्यक्रम बना देते हैं।

शिक्षा का मकसद है एक खाली दिमाग को खुले दिमाग में परिवर्तित करना। 

जो आपने सीखा है उसे भूल जाने के बाद जो रह जाता है वो शिक्षा है। 

शिक्षा स्वतंत्रता के स्वर्ण द्वार खोलने की चाबी है। 

    FAQs

    जीवन में शिक्षा का महत्व क्या है?

    अपना जीवन जीने में और अपने जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए शिक्षा की काफी जरूरत है। शिक्षा जीवन को बेहतर बनाने वाली संभावनाओं तक पहुँचती है।

    समाज में शिक्षा का महत्व बताएं?

    शिक्षा मनुष्य के अंदर अच्छे विचारों को लाती है और बुरे विचारों को बाहर करती है। शिक्षा मनुष्य के जीवन का मार्ग दिखाती है। यह मनुष्य को समाज में प्रतिष्ठित काम करने के लिए प्रेरणा देती है। इससे मनुष्य के अंदर मनुष्यता आती है। इसके माध्यम से मानव समुदाय में अच्छे संस्कार डालने में पर्याप्त मदद मिलती है।

    शिक्षा का उद्देश्य क्या है?

    शिक्षा हमारे जीवन को अच्छा बनाती है। शिक्षा हमें एक खुशहाल जिंदगी बिताने में मदद करती है। हर व्यक्ति को भी कम से कम स्कूल तक की शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए, स्कूल का शिक्षण ज़िंदगी में अति आवश्यक होता है।

    शिक्षा का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    शिक्षा समाज को सशक्त, समृद्ध और प्रगतिशील बनाती है। यह कहना अनुचित नहीं होगा कि शिक्षित समाज में अपराध दर कम होती है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होती हैं। इसी से आर्थिक विकास में भी तेजी आती है।

    ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का महत्व क्यों अधिक है?

    ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, जिससे गरीबी को दूर किया जाता है। इसके साथ ही शिक्षा के माध्यम से बाल विवाह, अशिक्षा तथा अंधविश्वास जैसी समस्याओं को समाप्त किया जा सकता है, जो ग्रामीण विकास के लिए आवश्यक होता है।

    भारतीय संविधान में शिक्षा का क्या महत्व है?

    भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21(A) के तहत 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए शिक्षा को मौलिक अधिकार घोषित किया गया है। यह शिक्षा के महत्व को दर्शाता है और सभी को समान अवसर प्रदान करता है।

    शिक्षा और आर्थिक विकास के बीच क्या संबंध है?

    शिक्षा से कौशल और ज्ञान में वृद्धि होती है, जिससे रोजगार के बेहतर अवसर मिलते हैं। यह आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है, जो गरीबी उन्मूलन में सहायक साबित होती है।

    प्राचीन भारत में शिक्षा का क्या महत्व था?

    प्राचीन भारत में भी शिक्षा को जीवन का आधार माना जाता था। इसका जीवंत उदाहरण गुरुकुल प्रणाली थी, जिसमें विद्यार्थियों को न केवल शास्त्रों का ज्ञान दिया जाता था, बल्कि नैतिकता, आत्मनिर्भरता और सामाजिक जिम्मेदारियों की शिक्षा भी दी जाती थी।

    महिलाओं के लिए शिक्षा का महत्व क्या है?

    महिलाओं की शिक्षा से परिवार, समाज और देश का विकास होता है। शिक्षित महिलाएं अपने बच्चों की बेहतर परवरिश करने, उनके स्वास्थ्य और पोषण का ध्यान रखने और समाज में समानता स्थापित करने में अहम भूमिका निभाती हैं।

    आधुनिक शिक्षा प्रणाली में क्या सुधार आवश्यक हैं?

    आधुनिक शिक्षा प्रणाली में व्यावहारिक ज्ञान, नैतिक शिक्षा और रोजगार-उन्मुख पाठ्यक्रम को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसमें डिजिटल शिक्षा और तकनीकी कौशल को बढ़ावा देना भी आवश्यक है।

    आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में Shiksha ka Mahatva के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के अन्य कोर्स और सिलेबस से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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    5 comments
    1. आर्थिक रूप से कमजोर,अनाथ व असहाय तबके के बच्चों को शिक्षा देने की के लिए क्या कदम उठाए ताकि उनका उज्जवल भविष्य बन सके ?

      1. आपका धन्यवाद, मनुष्य के विकास के लिए मानव शिक्षा बेहद ज़रूरी है।

    2. आर्थिक रूप से कमजोर,अनाथ व असहाय तबके के बच्चों को शिक्षा देने की के लिए क्या कदम उठाए ताकि उनका उज्जवल भविष्य बन सके ?

      1. आपका धन्यवाद, मनुष्य के विकास के लिए मानव शिक्षा बेहद ज़रूरी है।

    1. आर्थिक रूप से कमजोर,अनाथ व असहाय तबके के बच्चों को शिक्षा देने की के लिए क्या कदम उठाए ताकि उनका उज्जवल भविष्य बन सके ?