इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर (IIM इंदौर) द्वारा 17 अप्रैल, 2024 को अपनी शैक्षिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए ‘ABHYUDAYA’ नामक एक नई परियोजना शुरूआत की गयी। इस परियोजना का उद्देश्य है आधुनिक कक्षाओं, प्रयोगशालाओं और अनुसंधान केंद्रों की स्थापना करके संस्थान के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना। IIM इंदौर ने 432 करोड़ रुपये (+जीएसटी) की लागत से ‘अभ्युदय’ परियोजना की शुरुआत ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के अवसरों को बढ़ाने के लिए की है। बता दें कि इस परियोजना का उद्घाटन आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय द्वारा 17 अप्रैल, 2024 को राम नवमी के शुभ अवसर पर किया गया।
इस परियोजना के लाभ
इस परियोजना के तहत, IIM इंदौर निम्नलिखित सुविधाओं का विकास करेगा:
- अत्याधुनिक कक्षाएं: नवीनतम तकनीकों से लैस, स्मार्ट कक्षाएं जो छात्रों को इंटरैक्टिव और आकर्षक शिक्षण अनुभव प्रदान करेंगी।
- आधुनिक प्रयोगशालाएं: अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रयोगशालाओं में अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाएगा।
- पुस्तकालय और सूचना केंद्र: छात्रों को व्यापक ज्ञान और संसाधन प्रदान करने के लिए विस्तारित पुस्तकालय और सूचना केंद्र होंगे।
जानिए IIM इंदौर के निदेशक ने क्या कहा
इसको लेकर IIM इंदौर के निदेशक, प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा, “ABHYUDAYA परियोजना IIM इंदौर के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह परियोजना हमें अपने छात्रों को सर्वश्रेष्ठ संभव शिक्षा प्रदान करने और भारत में प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बने रहने में मदद करेगी।” यह परियोजना IIM इंदौर के छात्रों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों के लिए कई लाभ प्रदान करेगी। यह छात्रों को बेहतर शिक्षण अनुभव प्रदान करेगा, संकाय सदस्यों को अनुसंधान और नवाचार के लिए अधिक अवसर प्रदान करेगा, और कर्मचारियों के लिए बेहतर कामकाजी वातावरण प्रदान करेगा।
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