उत्तर प्रदेश सरकार लगातार अपने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगी हुई है। इसी क्रम में अब उत्तर प्रदेश राज्य के संस्कृत विद्यालयों का नवीनीकरण करने का काम करेगी। सरकार द्वारा पोषित संस्कृत विद्यालयों की स्थिति में सुधार करने एक लिए उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग को राज्य की सरकार की ओर से आदेश प्राप्त हुए हैं।
राज्य सरकार ने INR 100 करोड़ का बजट जारी किया
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के संस्कृत स्कूलों का नवीनीकरण करने के लिए पूरे INR 100 करोड़ का बजट तय किया है। उत्तर प्रदेश सरकार अपने राज्य के संस्कृत स्कूलों को बेहतर बनाने का काम करेगी। उत्तर प्रदेश इन संस्कृत स्कूलों के बिल्डिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर बनाने के लिए वित्तीय रूप से मदद करेगी। लेकिन उससे पहले स्कूल मैनेजमेंट को भी स्कूल नवीनीकरण पर आने वाले कुल खर्च का 50% व्यय उठाना होगा। उत्तर प्रदेश के इस फैसले का संस्कृत स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से भी स्वागत किया गया है।
प्रदेश में 900 से अधिक संस्कृत स्कूल शिक्षण कार्य कर रहे
उत्तर प्रदेश में वर्तमान में कुल 958 संस्कृत स्कूल छात्रों को शिक्षा प्रदान करने का काम कर रहे हैं। ये सभी स्कूल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पोषित हैं। इन स्कूलों में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की पढ़ाई कराई जाती है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पोषित ऐसे सभी संस्कृत विद्यालयों की सूची बनाने के लिए कहा गया है जिनमें 100 से अधिक छात्र रजिस्टर्ड हैं।
छात्रों को इस कदम से होगा बड़ा फायदा
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संस्कृत स्कूलों के नवीनीकरण से जुड़ा फैसला छात्रों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा-
- इससे संस्कृत स्कूलों की बिल्डिंग का नवीनीकरण होगा जिससे छात्र बड़ी संख्या में संस्कृत स्कूलों की तरफ आकर्षित होंगे और वे अधिक रूचि के साथ अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे।
- संस्कृत स्कूलों के नवीनीकरण में शिक्षा व्यवस्था का आधुनिकरण भी शामिल है। शिक्षा का आधुनिकरण होने से शिक्षकों को स्टूडेंट्स को पढ़ाने के नए तरीके सिखाए जाएंगे जिससे छात्रों को लाभ मिलेगा।
- संस्कृत स्कूलों के नवीनीकरण के तहत कम्प्यूटर एजुकेशन पर खास ध्यान दिया जाएगा जो कि आज के समय की जरूरत है।
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