सिविल सर्विसेज की जाॅब में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन यानी लोक प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका है। आईएएस बनने के बाद पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन को संभालने और गवर्नेंस पाॅलिसीज इंप्लीमेंट करने के लिए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन को ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर रखा गया है। यूपीएससी मेंस में ऑप्शनल सब्जेक्ट के 2 पेपर देने होते हैं। इसलिए Public Administration Syllabus for UPSC in Hindi ब्लाॅग में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का सिलेबस विस्तार से बताया गया है और इसकी तैयारी के लिए बुक्स, परीक्षा पैटर्न, सब्जेक्ट वेटेज आदि जानकारी भी दी गई है।
IAS एग्जाम कंडक्टिंग बॉडी | यूपीएससी |
एग्जाम मोड | ऑफलाइन |
IAS एग्जाम के लिए आयुसीमा | (21 से 32 साल) अलग-अलग निर्धारित है। |
IAS एग्जाम के लिए योग्यता | किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पास। |
यूपीएससी मेंस में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ऑप्शनल सब्जेक्ट | पेपर I और पेपर II |
मार्क्स | प्रत्येक पेपर के लिए 250 अंक |
टाइम | 3 घंटा |
IAS एग्जाम पैटर्न | प्रीलिम्स (MCQs), मेन्स (डिस्क्रिप्टिव पेपर) |
IAS एग्जाम- प्रीलिम्स 2023 | रविवार- 28th May 2023 |
IAS एग्जाम- मेन्स 2023 | 15 सितंबर 2023 से। |
ऑफिशियल वेबसाइट | upsc.gov.in |
This Blog Includes:
- UPSC क्या है?
- UPSC में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट की कितनी वेटेज होती है?
- UPSC में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का सिलेबस क्या है?
- UPSC मेंस के लिए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सिलेबस- पेपर 2
- UPSC पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सिलेबस इन हिंदी PDF
- UPSC में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का एग्जाम पैटर्न क्या है?
- UPSC में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स
- UPSC के लिए योग्यता क्या है?
- FAQs
UPSC क्या है?
UPSC उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के साथ-साथ रक्षा सेवाओं दोनों में भर्ती करती है। UPSC भारत की केंद्रीय एजेंसी है जो सरकारी सेवाओं में भर्ती करने के लिए सिविल सेवा परीक्षा (CSE) जैसी परीक्षा आयोजित करती है। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा प्रत्येक वर्ष भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी के पद पर भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती है।
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UPSC में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट की कितनी वेटेज होती है?
यूपीएससी मेंस के एग्जाम में कैंडिडेट्स ऑप्शनल में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट चुनते हैं तो उन्हें पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की नाॅलेज के साथ ही उसकी वेटेज की जानकारी होनी चाहिए। यूपीएससी मेंस एग्जाम में 2 क्वालीफाइंग पेपर होते हैं। प्रत्येक 250 अंकों के होते हैं। कैंडिडेट्स को दोनों क्वालीफाइंग पेपरों में 25 प्रतिशत अंक लाने की आवश्यकता होती है।
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UPSC में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का सिलेबस क्या है?
यूपीएससी मेंस एग्जाम में ऑप्शनल सब्जेक्ट होने पर काफी क्वैश्चन आते हैं और इसे क्वालीफाई करने के लिए कैंडिडेट्स को बेहतर तैयारी करनी होगी। इसलिए आपको Public Administration Syllabus for UPSC in Hindi सही से समझना चाहिए जोकि नीचे विस्तार से बताया गया है।
UPSC मेंस के लिए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सिलेबस- पेपर 1
UPSC मेंस में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ऑप्शनल पेपर 1 के लिए Public Administration Syllabus for UPSC in Hindi इस प्रकार हैः
प्रशासनिक सिद्धांत (एडमिनिस्ट्रेटिव थ्योरी, इंट्रो़डक्शन) | पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन: मीनिंग, वर्क फील्ड और इंपोर्टेंश, लोक प्रशासन के बारे में विल्सन के विचार, अनुशासन का क्रमिक विकास और वर्तमान स्थिति। नया लोक प्रशासन, जनता की पसंद का दृष्टिकोण; उदारीकरण, वैश्वीकरण की चुनौतियां, प्राइवटाइजेशन; अच्छी शासन प्रणाली: अवधारणा और उसे लागू करना; न्यू एडमिनिस्ट्रेशन मैनेजमेंट। |
प्रशासनिक चिंतन (एडमिनिस्ट्रेटिव थिंकिंग) | साइंटिफिक मैनेजमेंट और साइंटिफिक मैनेजमेंट मूवमेंट; क्लासिक सिद्धांत; वेबर का नौकरशाही मॉडल, आलोचना और बाद की गतिविधियां; सक्रिय प्रशासन (मेयो पार्कर फोलेट); कार्यपालिका के कार्य (CI बर्नार्ड); साइमन का निर्णय लेने वाला सिद्धांत; भागीदारी प्रबंधन(मैक ग्रेगर, आर. लिकर्ट ,सी. आजीरिस), मानव संबंध विद्यालय (एल्टोन मायो और अन्य)I |
प्रशासनिक व्यवहार (एडमिनिस्ट्रेटिव प्रैक्टिस) | डिसीजन मेकिंग प्रोसेस और टेक्नोलाॅजी, कम्युनिकेशन, मोरल, मोटिवेश, थ्योरी-कंटेंट, प्रक्रिया एवं समकालीन नेतृत्व सिद्धांत पारंपरिक और आधुनिक। |
संगठन (ऑर्गनाइजेशन) | सिस्टम थ्योरी, प्रासंगिकता; संरचना एवं रूप : मिनिस्ट्री और डिपार्टमेंट, निगम, कंपनियां, बोर्ड तथा आयोग तदर्थ तथा परामर्शदाता निकाय मुख्यालय और रिजनल रिलेशन। रेगुलर ऑथोरिटी, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप। |
उत्तरदायित्व और नियंत्रण (अकाउंटबिलिटी एंड कंट्रोल) | अकाउंटबिलिटी और कंट्रोल की संकल्पनाएं, प्रशासन पर विधायी कार्यकारी और न्यायिक नियंत्रण नागरिक तथा प्रशासन, मीडिया की भूमिका हित समूह, स्वैच्छिक संगठन, सिविल समाज, नागरिकों का अधिकार पत्र (चार्टर), सूचना का अधिकार (RTI), सोशल ऑडिट। |
प्रशासनिक कानून (एडमिनिस्ट्रेटिव लाॅ) | मीनिंग, विस्तार और महत्व, प्रशासनिक विधि पर Dicey, डेलिगेटेड लेजिसलेशन एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रब्यूनल। |
तुलनात्मक लोक प्रशासन (कैंपरेटिव पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) | प्रशासनिक प्रणालियों पर प्रभाव डालने वाले ऐतिहासिक एवं समाज वैज्ञानिक कारक; विभिन्न देशों में प्रशासन एवं राजनीति; तुलनात्मक लोक प्रशासन की अद्यतन स्थिति; परिस्थितिकी की एवं प्रशासन, रिग्सियन मॉडल और उनकी क्रिटिक। |
विकास गतिकी (डेवलपमेंट डायनामिक्स) | डेवलपमेंट का कांसेप्ट, विकास प्रशासन की बदलती परिच्छदिका; विकास विरोधी अभिधारणा, नौकरशाही एवं विकास; शक्तिशाली राज्य बनाम बाजार विवाद; विकासशील देशों में प्रशासन पर उदारीकरण का प्रभावः वूमेन एंड डेवलपमेंट, सेल्फ हेल्प ग्रुप मूवमेंट। |
कार्मिक प्रशासन (पर्सोनेल एडमिनिस्ट्रेशन) | ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट का महत्व, जाॅब ट्रेनिंग, करियर डेवलपमेंट, स्टेटस क्लासीफिकेशन, अनुशासन, निष्पादन मूल्यांकन, पदोन्नति, वेतन और सेवा शर्तें, नियोक्ता कर्मचारी संबंध, शिकायत निवारण क्रिया विधि, कोड ऑफ कंडक्ट, एडमिनिस्ट्रेटिव एथिक्स। |
सार्वजनिक नीति (पब्लिक पाॅलिसी) | नीति निर्माण के मॉडल एवं उनकी क्रिटिक: कांसेप्चुलाइजेशन प्रोसेस, प्लानिंग; इंप्लीमेंटेशन, मानीटरिंग, इवैलुएशन एंड रिव्यू और उनकी सीमाएं; स्टेट थ्योरी और पब्लिक पाॅलिसी फार्मूला। |
प्रशासनिक सुधार तकनीकें (एडमिनिस्ट्रेटिव रिफाॅर्म टेकनिक्स) | ऑर्गनाइजेशन और मेथेड्स, कार्य अध्ययन एवं कार्य प्रबंधन; ई-गवर्नेस और इन्फार्मेशन टेक्नोलाजी; नेटवर्क एनालिसिस, MIS, PERT, CPM आदि मैनेजमेंट सपोर्ट टूल्स। |
वित्तीय प्रशासन (फाइनेंशियल एडमिनिस्ट्रेशन) | फाइनेंशियल और फिजिकल पाॅलिसीज, पब्लिक बारोइंग और पब्लिक डेव्ट बजट टाइप्स और फाॅर्म्स; बजट प्रोसेस, फाइनेंशियल अकाउंटिबिलिटी, लेखा तथा लेखा परीक्षा। |
यह भी पढ़ें- UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi क्या है और इसकी तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स की संपूर्ण जानकारी
UPSC मेंस के लिए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सिलेबस- पेपर 2
UPSC मेंस में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ऑप्शनल पेपर 2 के लिए Public Administration Syllabus for UPSC in Hindi इस प्रकार हैः
भारतीय प्रशासन का विकास (इवोल्यूशन ऑफ इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन) | भारतीय प्रशासन में क्रमिक विकास: कौटिल्य का अर्थशास्त्र, मुगल प्रशासन, राजनीति एवं प्रशासन में ब्रिटिश शासन का रिक्थ लोक सेवाओं का भारतीयकरण, जिला प्रशासन, राजस्व प्रशासन, लोकल सेल्फ गवर्मेंट। |
सरकार का दार्शनिक और संवैधानिक ढांचा (फिलाॅस्फल एंड कांस्टिट्यूशनल फ्रेमवर्क ऑफ गवर्मेंट) | प्रमुख विशेषताएं एवं मूल्य आधारिकाएं: संविधानवाद; राजनैतिक संस्कृति, नौकरशाही एवं लोकतंत्र; नौकरशाही और विकास। |
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पब्लिक सेक्टर अंडरटेंकिंग) | आधुनिक भारत में सार्वजनिक क्षेत्र सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के रूप, स्वायत्ता, जवाबदेही और नियंत्रण की समस्याएं; प्राइवटाइजेशन और लिबर्लाइजेशन का प्रभाव। |
केंद्र सरकार और प्रशासन (सेंट्रल गवर्मेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन) | कार्यपालिका, संसद, विधायिका संरचना, कार्य, कार्य प्रक्रियाएं हाल की प्रवृत्तियां: अंतराशासकीय संबंध: प्रधानमंत्री कार्यालयः कैबिनेट सचिवालय, केंद्रीय सचिवालय: मंत्रालय एवं विभाग; बोर्ड, आयोग, अटैच्ड ऑफिस और फील्ड आर्गनाइजेशन। |
योजनाएं और प्राथमिकताएं (प्लान्स और प्रायरटाइज) | योजना मशीनरी योजना आयोग एवं राष्ट्रीय विकास परिषद की भूमिका, रचना एवं कार्य, संकेतात्मक आयोजना, संघ एवं राज्य स्तरों पर योजना निर्माण प्रक्रिया कंस्टिट्यूशनल अमेडमेंट (1992) एवं आर्थिक विकास तथा सामाजिक न्याय के लिए विकेंद्रीकरण आयोजना। |
राज्य सरकार और प्रशासन (स्टेट गवर्मेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन) | संघ-राज्य प्रशासनिक, विधायी एवं वित्तीय संबंध; वित्त आयोग भूमिका; राज्यपाल ; मुख्यमंत्री; मंत्रिपरिषद; मुख्य सचिव; स्टेट सेक्रेटरियेट, डायक्टरेट। |
स्वतंत्रता के बाद जिला प्रशासन (डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ्टर इंडिपेनडेंस) | कलेक्टर की बदलती भूमिका, संघ-राज्य- स्थानीय संबंध, विकास प्रबंध एवं विधि एवं अन्य प्रशासन के विध्यर्थ, डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन और डेमोक्रैटिक डिसेंट्रलाइजेशन। |
लोक सेवा (सिविल सर्विसेज) | सांविधानिक स्थिति, संरचना, आचरण संहिता एवं अनुशासन कर्मचारी संघ; राजनीतिक अधिकार; भर्ती प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण सुशासन की पहल, शिकायत निवारण क्रियाविधि, सिविल सेवा की तटस्थता; सिविल सेवा सक्रियतावाद। |
वित्तीय प्रबंधन (फिजिकल मैनेजमेंट) | राजनीतिक उपकरण के रूप में बजट लोक व्यय पर संसदीय नियंत्रण; मौद्रिक एवं राजकोषीय क्षेत्र में वित्त मंत्रालय की भूमिका; लेखाकरण तकनीक; लेखापरीक्षा; लेखा महानियंत्रक एवं भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की भूमिका। |
स्वतंत्रता के बाद प्रशासनिक सुधार (एडमिनिस्ट्रेटिव रिफाॅर्म्स सिंस इंडेपेनडेंस) | प्रमुख सरोकार; महत्वपूर्ण समितियां एवं आयोग; वित्तीय प्रबंध एवं मानव संसाधन विकास में हुए सुधार, कार्यान्वयन की समस्याएं। |
ग्रामीण विकास (रूरल डेवलपमेंट) | स्वतंत्रता के बाद से संस्थान एवं अभिकरण; रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम- फोकस एवं कार्यनीतियां; विकेन्द्रीकरण पंचायती राज; 73वां संविधान संशोधन। |
नगरीय स्थानीय सरकार (अर्बन लोकल गवर्मेंट) | म्यूनिसिपल गवर्मेंट साइलेंट फीचर्स, स्ट्रक्चर फाईनेंस एंड प्राॅब्लम एरियाज, 74th Constitutional Amendment; ग्लोबल लोकलिज्म न्यू स्पाटियालिज्म; डेवलपमेंट डायनामिक्ट, पाॅलिटिक्स एंड एडमिनिस्ट्रेशन विद स्पेशल रेफरेंस टू अर्बन मैनेजमेंट। |
कानून और व्यवस्था प्रशासन (लाॅ एंड आर्डर एडमिनिस्ट्रेशन) | ब्रिटिश रिक्थ; नेशनल पुलिस कमीशन; जांच अभिकरण, विधि व्यवस्था बनाए रखने और उपप्लव एवं आतंकवाद का सामना करने में पैरामिलिटरी बलों समेत केंद्रीय एवं राज्य अभिकरणों की भूमिका; राजनीति एवं प्रशासन का अपराधीकरण; पुलिस लोक संबंध, पुलिस में सुधार। |
भारतीय प्रशासन में महत्वपूर्ण मुद्दे (इंपोर्टेंट इश्यूस इन इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन) | लोक सेवा में वैल्यूज; रेगुलेटरी कमीशन; राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग; बहुदलीय शासन प्रणाली में प्रशासन की समस्याएं; नागरिक प्रशासन अंतराफलक, भ्रष्टाचार और प्रशासन, डिजास्टर मैनेजमेंट। |
UPSC पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सिलेबस इन हिंदी PDF
Public Administration Syllabus for UPSC in Hindi की पीडीएफ आप इस लिंक के द्वारा डायरेक्ट देख सकते हैं। यदि आप ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप निम्न स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:
- कैंडिडेट्स को सबसे पहले यूपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट www.upsc.gov.in पर जाना होगा।
- अब “UPSC Syllabus PDF” पर क्लिक करना होगा।
- विंडो ओपन होते ही यूपीएससी का सिलेबस आपके सामने आएगा।
- अब आप सिलेबस डाउनलोड कर सकते हैं।
UPSC में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का एग्जाम पैटर्न क्या है?
Public Administration Syllabus for UPSC in Hindi के लिए एग्जाम पैटर्न इस प्रकार हैः
- यूपीएससी मेंस में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के 2 ऑप्शनल पेपर (पेपर I और पेपर II) होते हैं।
- प्रत्येक पेपर के लिए 250 अंक निर्धारित हैं यानि कुल अंक 500 हैं।
- प्रत्येक पेपर के लिए 3 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
UPSC में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स
Public Administration Syllabus for UPSC in Hindi की तैयारी करने के लिए बेस्ट बुक्स तालिका में दी गई हैंः
बुक्स | राइटर-पब्लिशर | लिंक |
Public Administration ( English| 2nd Edition) | M Laxmikanth | यहां से खरीदें |
Sahitya Bhawan Lok Prashasan book | Dr. B.L.Fadia | यहां से खरीदें |
Sahitya Bhawan Bharat Mein Lok Prashasan | Dr. B.L. Fadia | यहां से खरीदें |
Governance in india | M Laxmikanth | यहां से खरीदें |
Disaster Management | MR. PAVNEET Singh | यहां से खरीदें |
Public Administration | for Civil Services Main Examination | Anupama Puri Mahajan | यहां से खरीदें |
UPSC के लिए योग्यता क्या है?
यूपीएससी के एग्जाम के लिए निम्न योग्यताएं होनी चाहिएः
- कैंडिडेट्स के पास किसी भी मान्यता प्राप्त काॅलेज या यूनिवर्सिटी से किसी भी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री होनी चाहिए।
- कैंडिडेट्स जो लास्ट एटेम्पट दे रहे हैं और परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं, वे प्रीलिम्स एग्ज़ाम के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
- सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित होने के लिए बैचलर डिग्री पास करने का प्रूफ देना चाहिए।
- मेनस एग्ज़ाम के लिए आवेदन के साथ डिग्री अटैच करनी होगी।
- जनरल और EWS के पास 6 अटेम्प्ट्स होते हैं, OBC के पास 9, SC/ST के पास (आयु सीमा तक)
- IAS परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष है, वहीं अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष है।
FAQs
लोक प्रशासन यानी पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट यूपीएससी में ऑप्शनल होता है।
यूपीएससी की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स अगर ऑप्शनल में लोक प्रशासन सब्जेक्ट रखते हैं तो वह इसकी तैयारी कर अपना स्कोर बेहतर कर सकते हैं।
वुडरो विल्सन को लोक प्रशासन का पिता माना जाता है।
लोक प्रशासन को इंग्लिश में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (Public Administration) कहा जाता है।
उम्मीद है कि इस Public Administration Syllabus for UPSC in Hindi ब्लाॅग में आपको यूपीएससी में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सिलेबस की पूरी जानकारी मिल गई होगी, जिससे आपको UPSC परीक्षा क्लियर करने में मदद मिलेगी। ऐसे ही UPSC से जुड़े ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।