Pitri Shabd Roop Sanskrit Mein : ऋकारान्त पुल्लिंग संज्ञापद – पितृ के शब्द रूप संस्कृत में

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Pitri Shabd Roop

क्या आपके संस्कृत के अध्यापक ने कभी आपको Pitri Shabd Roop लिखने या कक्षा में सुनाने के लिए कहा है? या आपने उन्हें ये कहते सुना है कि पितृ शब्द रूप बहुत महत्वपूर्ण है। Pitri Shabd Roop छोटी कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक पूछा जाता है क्योंकि यह संस्कृत की नींव है। आपको बता दें कि इससे जुड़े हुए प्रश्न कई प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। Shabd Roop के जरिए हम किसी भी शब्द का प्रयोग सही ढंग से कर सकते हैं और उसका अर्थ भी सही से समझ सकते हैं। इस ब्लॉग में Pitri Shabd Roop Sanskrit mein, शब्द रूप किसे कहते हैं?, ऋकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द किसे कहते हैं? के बारे में दिया गया है।

ऋकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द किसे कहते हैं?

ऋकारान्त पुल्लिंग संज्ञा वे शब्द होते हैं जिनके अंत में “ऋ” आता है और पुल्लिंग होते हैं। आपको बता दें कि सभी ऋकारान्त पुल्लिंग संज्ञापदों के शब्द रूप एक ही प्रकार से बनते हैं।

शब्द रूप किसे कहते हैं?

जैसा कि हम उच्चारण से समझ सकते हैं शब्द रूप अर्थात एक शब्द के विभिन्न रूप होते हैं। शब्द रूप की परिभाषा यह है कि शब्द के विभिन्न विभक्तियों में होने वाले परिवर्तन को शब्द रूप कहते हैं। शब्द रूप व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय है, इसे याद करने से हमें यह जानने में मदद मिलती है कि किसी शब्द का प्रयोग विभक्ति और वचन के अनुसार किस प्रकार किया जाता है।

पितृ शब्द रूप संस्कृत में (Pitri Shabd Roop Sanskrit Mein)

पितृ शब्द रूप (Pitri Shabd Roop) समझ लेने से संस्कृत में वचन के अनुसार वाक्यों में इसका प्रयोग करना आसान हो जाता है, जो इस प्रकार हैं –

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमापितापितरौपितरः
द्वितीयापितरम्पितरौपितॄन्
तृतीयापित्रापितृभ्याम्पितृभि
चतुर्थीपित्रेपितृभ्याम्पितृभ्यः
पंचमीपितुःपितृभ्याम्पितृभ्यः
षष्ठीपितुःपित्रोःपितृणाम्
सप्तमीपितरिपित्रोःपितृषु
सम्बोधनहे पितः !हे पितरौ !हे पितरः !
pitri shabd roop

अकारान्त पुल्लिंग के शब्द रूप से संबंधित

आकारांत स्त्रीलिंग के शब्द रूप से संबंधित

इकारांत पुल्लिंग के शब्द रूप से संबंधित

उम्मीद है आप सभी को Pitri Shabd Roop Sanskrit mein समझ आए होंगे। संस्कृत व्याकरण के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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