हाल ही में हायर सेकंड्री एजुकेशन के डायरेक्टर रघुराम आर अय्यर ने स्कूलों में नामांकन में सुधार के लिए संबंधित अधिकारियों से पर्याप्त उपाय करने को कहा था। इसी बीच प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिसमें ओडिशा सरकार ने डीईओ को GVHSS में एनरोलमेंट बढ़ाने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने सभी डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर्स (डीईओ) को 2023-24 शैक्षणिक सत्र में ओडिशा भर के गवर्नमेंट वोकेशनल हायर सेकेंडरी स्कूल (GVHSS) में नामांकन में सुधार के लिए जागरूकता अभियान शुरू करने के लिए कहा है। जिससे छात्रों के जीवन पर इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिले।
हायर सेकंड्री एजुकेशन डायरेक्टरेट (DHSE) ने डीईओ को एक पत्र लिखा है, जिसमें अवगत कराया गया कि मेजबान संस्थानों के भीतर स्कूल और जन शिक्षा विभाग के तहत कुल 231 GVHSS चल रहे हैं। जिनमें या तो सरकारी या सहायता प्राप्त हायर सेकंड्री स्कूल्स हैं।
सूत्रों के अनुसार छात्रों और अभिभावकों के बीच जागरूकता की कमी के कारण GVHSS में छात्रों का नामांकन उत्साहजनक नहीं रहा है। देखा जाए तो प्रत्येक GVHSS में आर्ट, साइंस एंड कॉमर्स से संबंधित अन्य बुनियादी कोर्सेस के साथ-साथ एग्रीकल्चर, हेल्थ और पैरामेडिकल, इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कॉमर्स, होम साइंस और ह्यूमेनिटीज़ जैसे छह अलग-अलग क्षेत्रों में कुल 19 विषयों में से दो वोकेशनल ट्रेड हैं। प्रत्येक ट्रेड में लगभग 24 सीटें होती हैं, जिनमें अनुमानित एनरोलमेंट नहीं हुए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि कम लागत, व्यावहारिक अनुभव और करियर पर ध्यान देने वाली शिक्षा ऐसे ट्रेडों को चुनने के कुछ लाभ हैं। जिनमें बागवानी, कंप्यूटर तकनीक, ऑडियो विजुअल तकनीक, क्रेच और प्री स्कूल मैनेजमेंट, डोमेस्टिक इलेक्ट्रिकल टूल्स, मेडिकल लैब टेक्नीशियन शामिल हैं। यह ऑर्गेनाइज़्ड एंड अनऑर्गेनाइज़्ड दोनों ही प्रकार की इकोनॉमी के बढ़ते क्षेत्रों में स्किल्ड और मिडिल लेवल वर्कर की आवश्यकता को पूरा करने में भी मदद करेगा।
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