इस समय CBSE बोर्ड के 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को बोर्ड रिज़ल्ट्स का बेसब्री से इंतज़ार है। एक अनुमान के मुताबिक़ CBSE बोर्ड जल्द ही 10वीं और 12वीं बोर्ड के रिज़ल्ट जारी कर सकता है। 10वीं के बाद स्टूडेंट्स अगर स्कूल की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा या स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम में जाते हैं तो उन्हें आगे करियर में बहुत लाभ मिलता है।
यहाँ 10वीं के बाद स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के लाभों के बारे में बताया जा रहा है।
CBSE Board Result 2023 : 10वीं के बाद स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के 10 प्रमुख लाभ
10वीं के बाद स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के 10 प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं :
- पर्सनेलिटी डेवलेपमेंट : अगर स्टूडेंट्स 10वीं के बाद ही अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा या स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम में जाने का मौका मिलता है तो यह आपके के स्टूडेंट के लिए बहुत बड़ी बात होती है। इससे वह नई नई चीज़ें सीखता है और उसकी पर्सनेलिटी में इससे निखार आता है।
- विदेशी संस्कृति से परिचय : एक्सचेंज प्रोग्राम के अंतर्गत स्टूडेंट्स को विदेशी संस्कृति और रहन सहन के बारे में पता चलता है जिससे भविष्य में अगर वह उच्च शिक्षा के लिए विदेश में जाना चाहे तो उसे वहां घुलने मिलने में ज्यादा परेशानी नहीं होती है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि : 10वीं बाद ही ऐसे किसी अंतर्राष्ट्रीय प्रोग्राम में जाना किसी भी स्टूडेंट के लिए एक बड़ी बात होती है इस बात से उसके कॉन्फिडेंस में निश्चित रूप से बहुत वृद्धि होती है।
- विदेशी भाषा की जानकारी : 10वीं के बाद स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम या अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा प्राप्त करने से स्टूडेंट को कम उम्र में ही विदेशी भाषा की जानकारी हो जाती है जो कि भविष्य में बहुत लाभ देती है।
- ट्रेवलिंग का अनुभव : किसी विदेशी देश में यात्रा का अनुभव 11वीं क्लास के किसी बच्चे के लिए निश्चित रूप से एक अवस्मरणीय घटना है। यह उसे जीवन भर याद रहती है और छोटी उम्र में ही जिम्मेदारियां उठाने के लिए प्रेरित करती है।
- नए तरह की शिक्षा का अनुभव : इस तरह के स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम में जाने से स्टूडेंट को काफी लाभ मिलते हैं और वह एक नई तरह की शिक्षा पद्धति के बारे में जान पाता है।
- नए दोस्त बनाना : इस तरह के इंटरनेशनल प्रोग्राम्स स्टूडेंट्स को नए दोस्त बनाने के लिए प्रेरित करते हैं और वे उनसे नई नई चीज़ें सीखते हैं।
- जिम्मेदारी का एहसास : जब एक 11वीं क्लास का बच्चा इतनी छोटी उम्र में अकेला विदेश यात्रा के लिए जाता है तो वह छोटी उम्र बड़ी जिम्मेदारियां उठाना सीख जाता है।
- ग्लोबल एक्सपोज़र : इंटरनेशनल स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम स्टूडेंट्स को एक ग्लोबल एक्सपोज़र देते हैं और उन्हें अलग अलग देशों के स्टूडेंट्स के साथ घुलने मिलने का मौका मिलता है।
- भविष्य में विदेशी शिक्षा प्राप्त करने की संभावनाओं में वृद्धि : ऐसे इंटरनेशनल स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम कर चुके स्टूडेंट्स के लिए भविष्य में विदेशी यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त करना काफी आसान हो जाता है क्योंकि विदेश की बहुत सी यूनिवर्सिटीज़ इस तरह के इंटरनेशनल स्टूडेंट प्रोग्राम कर चुके स्टूडेंट्स को अपने यहाँ प्रवेश के लिए प्राथमिकता देती हैं।
यह भी पढ़ें : CBSE Board Result 2023: जानिए CBSE 10वीं और 12वीं रिजल्ट 2023 कैसे कैलकुलेट किया जाता है?
ऐसे ही अन्य इंडियन एग्जाम अपडेट्स के लिए Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।