मुंबई भारत का सबसे बड़ा महानगर है। यह शहर कभी सोता नहीं है। इसे भारत का न्यूयॉर्क भी कहा जाता है। इसकी वजह है कि मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी है। इसके अलावा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री मुंबई में स्थापित होने के कारण इसे फिल्म सिटी भी कहा जाता है। मुंबई का भारत के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण है। मुंबई नगर अंग्रेजों ने बसाया था। बहुत कम लोग जानते होंगे कि मुंबई में एक प्राचीन किला मौजूद है जिसे Mumbai Durg के नाम से जाना जाता है। Mumbai Durg से संबंधित प्रश्न प्राय : प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं। इसलिए परीक्षा की दृष्टि से मुंबई दुर्ग बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। यहाँ मुंबई दुर्ग के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
किला | मुंबई दुर्ग |
अन्य नाम | जॉर्ज फोर्ट |
नगर | मुंबई |
राज्य | महाराष्ट्र |
निर्माता | ईस्ट इंडिया कम्पनी |
निर्माण वर्ष | 1769 |
मुख्य आकर्षण | एशियाटिक सोसाइटी लाइब्रेरी, काला घोड़ा कला परिसर, हॉर्निमन सर्कल गार्डन, पुरानी तोप |
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मुंबई दुर्ग का शानदार इतिहास
Mumbai Durg दुर्ग को जॉर्ज दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह मुंबई शहर के पूर्व में स्थित है। इसका निर्माण डोंगरी दुर्ग के स्थान पर किया गया था। सन 1769 में डोंगरी दुर्ग को ध्वस्त करके उसकी जगह मुंबई दुर्ग का निर्माण किया गया था। यह एक पहाड़ी पर स्थित है। इसका निर्माण ईस्ट इंडिया कम्पनी के द्वारा किया गया था। इसका नाम यूनाइटेड किंगडम के राजा जॉर्ज तृतीय के आदर में फोर्ट जॉर्ज रखा गया था।
मुंबई दुर्ग की वास्तुकला
यहाँ Mumbai Durg की वास्तुकला के बारे में बताया जा रहा है-
- यह किला बम्बई नगर की दीवारों का विस्तार कर बनाया गया था।
- इस किले में एक पुरानी लाइब्रेरी स्थित है, जिसे एशियाटिक सोसाइटी लाइब्रेरी कहा जाता है। इस लाइब्रेरी को ग्रीक वास्तु कला के अनुसार बनाया गया है।
- किला 1 मील (1.6 किमी) लंबा और लगभग एक तिहाई मील (500 मीटर) चौड़ा है।
मुंबई दुर्ग के मुख्य आकर्षण
यहाँ मुंबई किले के मुख्य आकर्षणों के बारे में बताया जा रहा है-
एशियाटिक सोसाइटी लाइब्रेरी
Mumbai Durg में एक प्राचीन लाइब्रेरी भी मौजूद है जिसे एशियाटिक सोसाइटी लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता है। इस लाइब्रेरी में दांते की “डिवाइन कॉमेडी” की 15वीं शताब्दी की मूल पांडुलिपि रखी हुई है।
हॉर्निमन सर्कल गार्डन
हॉर्निमन सर्कल गार्डन भी Mumbai Durg का एक प्रमुख आकर्षण है। यह ब्रिटिश काल में विकसित किया गया था जो कि एक बहुत ही सुन्दर उद्यान है। इसमें यूरोपियन बागानी की झलक देखने को मिलती है।
काला घोड़ा कला परिसर
Mumbai Durg क्षेत्र में काला घोड़ा कला परिसर भी है, जो मुंबई का बेहद लोकप्रिय कला केंद्र है। यह स्थान कला प्रेमियों के लिए एक केंद्र है, और यहां एक ऐसा माहौल है जो अधिकांश अन्य स्थानों से भिन्न है।
पुरानी तोप
Mumbai Durg के प्रमुख आकर्षणों में से एक पुरानी तोप भी है। यह तोप ब्रिटिश काल में लगाई गई थी। यह मुंबई दुर्ग परिसर के गेट के पास ही मौजूद है।
मुंबई दुर्ग से संबंधित रोचक तथ्य
यहाँ Mumbai Durg सम्बंधित रोचक तथ्य दिए जा रहे हैं। प्राय : प्रतियोगी परीक्षाओं में ऐतिहासिक धरोहरों से संबंधित प्रश्न पूछ लिए जाते हैं। इस दृष्टि से इन तथ्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करना छात्रों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है-
- मुंबई दुर्ग का नाम ब्रिटेन के राजा जॉर्ज III के सम्मान में जॉर्ज फोर्ट रखा गया था।
- मुंबई दुर्ग का निर्माण होने से पहले उस पहाड़ी पर पूर्व में डोंगरी किला हुआ करता था। उस किले को नष्ट करके मुंबई दुर्ग का निर्माण किया गया।
- Mumbai Durg का निर्माण वास्तव में बम्बई जिले के विस्तार के रूप में किया गया था।
- Mumbai Durg का अधिकांश भाग खंडहर में तब्दील हो चुका है।
- Mumbai Durg के अवशेष का एक हिस्सा पास ही में बने जेजे हॉस्पिटल में भी देखा जा सकता है।
- मुंबई दुर्ग में एक प्राचीन लाइब्रेरी भी मौजूद है जिसे सोसाइटी लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता है। इस लाइब्रेरी में दांते की “डिवाइन कॉमेडी” की 15वीं शताब्दी की मूल पांडुलिपि रखी हुई है।
FAQs
मुंबई दुर्ग का निर्माण ईस्ट इंडिया कम्पनी ने कराया था।
मुंबई दुर्ग का नाम ब्रिटेन के राजा जॉर्ज III के नाम पर रखा गया था।
मुंबई दुर्ग का निर्माण डोंगरी किले को ध्वस्त करके बनाया गया था।
आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में मुंबई दुर्ग (Mumbai Durg) के बारे में जानने को मिल गया होगा। इसी प्रकार के अन्य दुर्ग और किलों का इतिहास पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।