मुँह फुलाना मुहावरे का अर्थ (Muh Fulana Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति किसी बात से रूठ कर बैठ जाता है या अप्रसन्नता हो जाता है, तो उसके लिए हम मुँह फुलाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप मुँह फुलाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मुँह फुलाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
मुँह फुलाना मुहावरे का अर्थ (Muh Fulana Muhavare Ka Arth) होता है- रूठ कर बैठ जाना या अप्रसन्नता होना आदि।
मुँह फुलाना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “मुँह फुलाना मुहावरे का अर्थ” अनुराग को उसके पिता जी ने कई बार समझाया की ऐसे मुँह फुलाना अच्छी बात नहीं होती है।
मुँह फुलाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
मुँह फुलाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- शुभम की आदत है की वो हर किसी से छोटी-छोटी बातों पर मुँह फुला लेता है।
- कल दोस्त से थोड़ी सी झड़प होने के बाद देवांग ने उससे मुँह फुला लिया।
- आज-कल के बच्चे अपने माता-पिता की छोटी सी बात पर मुँह फुला लेते हैं।
- हमेशा मुँह फुलाने वाले व्यक्ति से कोई ज्यादा बात करना पसंद नहीं करता हैं।
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आशा है कि मुँह फुलाना मुहावरे का अर्थ (Muh Fulana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।