लक्षद्वीप शिक्षा विभाग ने घोषणा की है कि आगामी अकादमिक ईयर से SCERT मलयालम से CBSE इंग्लिश मीडियम में स्विच करेंगे। यह घोषणा ‘शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने’ के लिए की गई है।
CBSE की ओर से कहा कि सभी स्कूल 2024-25 अकादमिक ईयर से क्लास 1 से विशेष रूप से CBSE अंग्रेजी मीडियम स्ट्रीम के तहत छात्रों को एडमिशन देंगे। अगले वर्ष से मलयालम मीडियम भी CBSE अंग्रेजी मीडियम में ट्रांसफर हो जाएगा। क्लास 9 और 10 के छात्रों के लिए, बदलाव को दो साल की समय सीमा के भीतर ‘व्यवस्थित रूप से क्रियान्वित’ किया जाएगा, जिससे ‘चल रही बोर्ड परीक्षाओं में न्यूनतम व्यवधान’ (minimal disruption) सुनिश्चित होगा।
CBSE की ओर से यह भी कहा गया है कि “यह माइग्रेशन छात्रों को कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स और 21वीं सदी की स्किल्स के लिए तैयार करने में CBSE करिकुलम की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए उनके भविष्य की अकादमिक और बिज़नेस एक्टिविटीज के लिए आवश्यक स्किल्स और नॉलेज से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।”
तीन भाषाओँ की जाएगी पेशकश
विभाग ने कहा कि नई शिक्षा नीति के दिशानिर्देशों के अनुसार स्कूलों में अंग्रेजी, मलयालम और हिंदी की पेशकश की जाएगी। शिक्षा विभाग ने कहा कि “यह दृष्टिकोण तीन भाषाओं की कम्प्रेहैन्सिव एजुकेशन सुनिश्चित करता है और छात्रों पर बोझ को कम करता है, जिससे स्कूली पढ़ाई के दौरान तीन से अधिक भाषाएं सीखने की आवश्यकता नहीं होती है।”
वहीं 2022-23 अकादमिक ईयर के अनुसार, लक्षद्वीप में 51 स्कूल थे जिनमें 8,200 से अधिक छात्र और 1,021 शिक्षक थे।
लक्षद्वीप में कितने स्कूल्स हैं?
यूनियन टेरिटरी शिक्षा विभाग के अनुसार, 2022-23 अकादमिक ईयर के अनुसार, लक्षद्वीप में 51 स्कूल थे जिनमें 8,200 से अधिक छात्र और 1,021 शिक्षक थे। इनमें से कई स्कूल वर्तमान में मलयालम और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में क्लासेज ऑफर करते हैं।
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