स्टूडेंट्स के उज्जवल भविष्य और उनकी पढ़ाई बेहतर बनाने के लिए जम्मू कश्मीर अपने स्कूलों की सूरत बदलेगा। केरल का ‘नादकावु’ माॅडल अपनाने के बाद जम्मू कश्मीर में स्कूलों की स्थिति पहले से काफी सुधरेगी और बच्चों को नई राह मिलेगी। जम्मू कश्मीर सरकारी स्कूलों को माडर्न बनाने के लिए केरल का ‘नादकावु’ मॉडल अपनाने के लिए तैयार है।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने कोझिकोड स्थित फैजल और शबना फाउंडेशन के साथ समझौता किया। सरकार ने मेमो पर हस्ताक्षर किए हैं और इस समझौते में ‘नादकावु’ मॉडल पेश किया गया था, जिसे अपनाने के बाद जम्मू कश्मीर के सरकारी स्कूलों में शिक्षा में नए बदलवा देखने को मिलेंगे। बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर में मॉडल को सबसे पहले श्रीनगर के कोठीबाग में गर्ल्स गवर्मेंट हायर स्कूल में पेश किया जाएगा।
माॅडल में स्कूलों का ऑलओवर डेवलपमेंट शामिल
फाउंडेशन प्रोजेक्ट के लिए फंडिंग देगा और शिक्षा के लिए सही दिशा में काम हो, इसकी जिम्मेदारी भी लेगा। इसमें स्कूल का ऑलओवर डेवलपमेंट शामिल है। फाउंडेशन के प्रेसीडेंट फैजल कोट्टिकोलोन ने कहा है कि यह माॅडल जम्मू-कश्मीर के पब्लिक स्कूलों में शिक्षा के परिवर्तन के लिए होगा और देश में मजबूत शिक्षा प्रणाली बनाने की दिशा में प्रयास करेगा।
केरल और तमिलनाडु में 1,000 से अधिक गवर्मेंट स्कूल इस माॅडल को शुरू कर चुके हैं
किसी भी स्टूडेंट के लिए एजुकेशन महत्वपूर्ण है। इस माॅडल के तहत केरल में शिक्षा की फील्ड में कई बड़े बदलाव किए गए। केरल और तमिलनाडु में 1,000 से अधिक गवर्मेंट स्कूलों ने इस मॉडल को अपनाया है। इन राज्यों के स्कूलों में इस माॅडल के शुरू होने के 10 सालों में इसे अपनाया गया है।
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