भारत के टॉप टेक इंस्टीट्यूट्स में से एक IIT भुवनेशवर एक अनोखा प्रयोग करने जा रहा है। IIT भुवनेश्वर अब लैब में हीरे बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। इस प्रयोग को आगे बढ़ाने के लिए IIT भुवनेश्वर रिसर्च सेंटर्स खोलेगा। इन रिसर्च सेंटर्स को सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस के नाम से जाना जाएगा और इनमें लैब की मदद से हीरे तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
केंद्रीय शिक्षामंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर यह जानकारी जनता के साथ साझा की। शिक्षामंत्री ने देश में उच्च शिक्षा संस्थानों के रिसर्च प्रोजेक्ट्स, फिज़िकल इंफ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी का जायज़ा करने के बाद यह जानकारी दी है।
दो सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस खोलेगा IIT भुवनेश्वर
IIT भुवनेशवर दो सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (COE) खोलेगा। इनमें से एक COE में मटीरियल मेन्युफेक्चरिंग पर रिसर्च वर्क किया जाएगा और एक COE में हीरे बनाने का काम किया जाएगा।
पूर्व छात्रों की मदद लेगा IIT भुवनेश्वर
हीरे बनाने के प्रोजेक्ट में IIT भुवनेश्वर IIT के पूर्व छात्रों की भी मदद लेगा। एक बार केंद्र सरकार से इस प्रोजेक्ट के लिए मंजूरी मिल जाने के बाद इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
शिक्षामंत्री ने इन प्रमुख उच्च संस्थानों का भी किया निरीक्षण
शिक्षामंत्री ने IIT भुवनेश्वर के अलावा भारत के दूसरे प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों जैसे IIM संभलपुर, NIT राउरकेला, सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ उड़ीसा और IISER बेहरमपुर का भी निरीक्षण किया। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस प्रकार के प्रोजेक्ट्स शुरू करने से देश रिसर्च और डेवलपमेंट के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा। शिक्षामंत्री ने नए भर्ती हुए प्रोफेसर्स के बारे में कहा कि उन्हें युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी की समझ विकसित करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि NEP यानि न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत शिक्षा के क्षेत्र में बहुत से सकारात्मक बदलाव किए जा रहे हैं ताकि भारत की ओर से विश्व के लिए global citizens तैयार किए जा सकें।
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