हिंदी कक्षा 12 सिलेबस

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Hindi Class 12

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के Hindi Class 12 के नए और कम किये गए सिलेबस से जुड़ी जानकारी इस ब्लॉग में दी गई हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के पास इसका सिलेबस है, और वे इसे छात्रों के लाभ के लिए आगे बदलने के लिए सर्वोच्च अधिकार रखते हैं। आइए इस ब्लॉग में Hindi Class 12 के सिलेबस के बारे में विस्तार से जानते हैं।

This Blog Includes:
  1. CBSE कक्षा 12 हिंदी कोर पाठ्यक्रम 2021-22
  2. उद्देश्य
  3. शिक्षण युक्तियां
  4. श्रवण तथा वाचन परीक्षा हेतु दिशा-निर्देश
    1. श्रवण (सुनना) (5 अक)
    2. वाचन (बोलना) (5 अंक)
  5. टिप्पणी  
    1. वाचन (बोलना) एवं श्रवण (सुनना) कौशल का मूल्यांकन
  6. परीक्षकों के लिए अनुदेश
  7. कौशलों के अंतरण का मूल्यांकन
  8. अनुभाग मंगलवार के साथ पाठ्यक्रम एक विस्तृत नजर डालें
  9. निम्नलिखित हटा दिया गए हैं
  10. हिंदी क्लास 12 कोर परीक्षा पैटर्न 2022
  11. सीबीएसई कक्षा 12 हिंदी वैकल्पिक पाठ्यक्रम 2022
  12. प्रस्तावना
  13. इस पाठ्यक्रम के अध्ययन से
  14. हिंदी कक्षा 12 उद्देश्य
  15. हिंदी कक्षा 12 शिक्षण युक्तियां
  16. श्रवण तथा वाचन परीक्षा हेतु दिशा निर्देश
  17. हिंदी कक्षा 12 टिप्पणी 
  18. हिंदी कक्षा 12 परीक्षकों के लिए अनुदेश
  19. कौशलों के अंतरण का मूल्यांकन
  20. हिंदी कक्षा 12 प्रस्तावित पुस्तकें
  21. NCERT हिंदी कक्षा 12 हिंदी आरोह भाग 2
  22. NCERT हिंदी कक्षा 12 हिंदी वितान भाग 2
  23. हिंदी कक्षा 12 NCERT समाधान पुस्तकें हल करने के लाभ
  24. FAQs

ज़रूर पढ़ें: सीबीएसई कक्षा 9 गणित पाठ्यक्रम

CBSE कक्षा 12 हिंदी कोर पाठ्यक्रम 2021-22

हिंदी (आधार) (कोड सं. 302) कक्षा 11वीं-12वीं (2021-22)

दसवीं कक्षा तक हिंदी का अध्ययन करने वाला विद्यार्थी समझते हुए पढ़ने व सुनने के साथ-साथ हिंदी में सोचने और उसे मौखिक एवं लिखित रूप में व्यक्त कर पाने की सामान्य दक्षता अर्जित कर चुका होता है। उच्चतर माध्यमिक स्तर पर आने के बाद इन सभीदक्षताओं को सामान्य से ऊपर उस स्तर तक ले जाने की आवश्यकता होती है, जहाँ भाषा का प्रयोग भिन्न-भिन्न व्यवहार क्षेत्रों की मांगों के अनुरूप किया जा सके। आधार पाठ्यक्रम, साहित्यिक बोध के साथ-साथ भाषाई दक्षता के विकास को ज्यादा महत्त्व देता है। यह पाठ्यक्रम उन विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगा, जो आगे विश्वविद्यालय में अध्ययन करते हुए हिंदी को एक विषय के रूप में पढ़ेंगे या विज्ञान / सामाजिक विज्ञान के किसी विषय को हिंदी माध्यम से पढ़ना चाहेंगे।

यह उनके लिए भी उपयोगी साबित होगा, जो उच्चतर माध्यमिक स्तर की शिक्षा के बाद किसी तरह के रोजगार में लग जाएंगे। वहाँ कामकाजी हिंदी का आधारभूत अध्ययन काम आएगा। जिन विद्यार्थियों की रुचि जनसंचार माध्यमों में होगी, उनके लिए यह पाठ्यक्रम एक आरंभिक पृष्ठभूमि निर्मित करेगा। इसके साथ ही यह पाठ्यक्रम सामान्य रूप से तरह-तरह के साहित्य के साथ विद्यार्थियों के संबंध को सहज बनाएगा। विद्यार्थी भाषिक अभिव्यक्ति के सूक्ष्म एवं जटिल रूपों से परिचित हो सकेंगे। वे यथार्थ को अपने विचारों में व्यवस्थित करने के साधन के तौर पर भाषा का अधिक सार्थक उपयोग कर पाएँगे और उनमें जीवन के प्रति मानवीय संवेदना एवं सम्यक् दृष्टि का विकास हो सकेगा।

उद्देश्य

Hindi Class 12 के उद्देश्य नीचे लिखे गए गए हैं-

  • संप्रेषण के माध्यम और विधाओं के लिए उपयुक्त भाषा प्रयोग की इतनी क्षमता उनमें आ चुकी होगी कि वे स्वयं इससे जुड़े उच्चतर पाठ्यक्रमों को समझ सकेंगे।
  • भाषा के अंदर सक्रिय सत्ता संबंध की समझ।
  • सृजनात्मक साहित्य की समझ और आलोचनात्मक दृष्टि का विकास।
  • विद्यार्थियों के भीतर सभी प्रकार की विविधताओं धर्म, जाति, लिंग, क्षेत्र एवं भाषा संबंधी) के प्रति सकारात्मक एवं विवेकपूर्ण रवैये का विकास।
  •  पठन-सामग्री को भिन्न-भिन्न कोणों से अलग-अलग सामाजिक, सांस्कृतिक चिंताओं के परिप्रेक्ष्य में देखने का अभ्यास करवाना तथा आलोचनात्मक दृष्टि का विकास करना। 
  •  विद्यार्थी में स्तरीय साहित्य की समझ और उसका आनंद उठाने की क्षमता तथा साहित्य को श्रेष्ठ बनाने वाले तत्वों की संवेदना का विकास।
  • विभिन्न ज्ञानानुशासनों के विमर्श की भाषा के रूप में हिंदी की विशिष्ट प्रकृति और उसकी क्षमताओका बोध।
  •  कामकाजी हिंदी के उपयोग के कौशल का विकास।
  • जनसंचार माध्यमों (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक) में प्रयुक्त हिंदी की प्रकृति से परिचय और इन माध्यमों की आवश्यकता के अनुरूप मौखिक एवं लिखित अभिव्यक्ति का विकास ।
  • विद्यार्थी में किसी भी अपरिचित विषय से संबंधित प्रासंगिक जानकारी के स्रोतों का अनुसंधान और व्यवस्थित ढंग से उनकी मौखिक और लिखित प्रस्तुति की क्षमता का विकास।

शिक्षण युक्तियां

Hindi Class 12 के लिए शिक्षण युक्तियां इस प्रकार हैं:

  • कुछ बाते इस स्तर पर हिंदी शिक्षण के लक्ष्यों के संदर्भ में सामान्य रूप से कही जा सकती है। एक तो यह है कि कक्षा में दबाव एवं तनाव मुक्त माहौल होने की स्थिति में ही ये लक्ष्य हासिल किए जा सकते है। चूँकि इस पाठ्यक्रम में तैयारशुदा उत्तरो को कठस्थ कर लेने की कोई अपेक्षा नहीं है, इसलिए विषय को समझने और उस समझ के आधार पर उत्तर को शब्दबद्ध करने की योग्यता विकसित करना ही शिक्षक का काम है। इस योग्यता के विकास के लिए कक्षा में विद्यार्थियों और शिक्षिका के बीच निर्वाध सवाद जरूरी है। विद्यार्थी अपनी शंकाओ और उलझनों को जितना ही अधिक व्यक्त करेंगे, उतनी ही ज़्यादा स्पष्टता उनमें आ पाएगी।
  •  भाषाकी कक्षा से समाज में मौजूद विभिन्न प्रकार के द्वदों पर बातचीत का मंच बनाना चाहिए। उदाहरण के लिए संविधान में किसी शब्द विशेष के प्रयोग पर निषेध को चर्चा का विषय बनाया जा सकता है। यह समझ जरूरी है कि विद्यार्थियों को सिर्फ सकारात्मक पाठ देने से काम नहीं चलेगा बल्कि उन्हें समझाकर भाषिक यथार्थ का सीधे सामना करवाने वाले पाठों से परिचय होना जरूरी है।
  • शकाओ और उलझनों को रखने के अलावा भी कक्षा में विद्यार्थियों को अधिक से अधिक बोलने के लिए प्रेरित किया जाना जरूरी है। उन्हें यह अहसास कराया जाना चाहिए कि वे पठित सामग्री पर राय देने का अधिकार और ज्ञान रखते है। उनकी राय को प्राथमिकता देने और उसे बेहतर तरीके से पुनः प्रस्तुत करने की अध्यापकीय शैली यहाँ बहुत उपयोगी होगी।
  • विद्यार्थियों को संवाद में शामिल करने के लिए यह भी जरूरी होगा कि उन्हें एक नामहीन समूह न मानकर अलग-अलग व्यक्तियों के रूप में जहमियत दी जाए। शिक्षकों को अक्सर एक कुशल संयोजक की भूमिका में स्वयं देखना होगा जो किसी भी इच्छुक व्यक्ति को संवाद का भागीदार बनने से वंचित नहीं रखते, उसके कच्चे-पक्के वक्तव्य को मानक भाषा-शैली में डाल कर उसे एक आभा दे देते हैं और मौन को अभिव्यंजना मान बैठे लोगों को मुखर होने पर बाध्य कर देते हैं। 
  • अप्रत्याशित विषयों पर चितन तथा उसकी मौखिक व लिखित अभिव्यक्ति की योग्यता का विकास शिक्षकों के सचेत प्रयास से ही संभव है। इसके लिए शिक्षको को एक निश्चित अंतराल पर नए नए विषय प्रस्तावित कर उनपर लिखने तथा संभाषण करने के लिए पूरी कक्षा को प्रेरित करना होगा। यह अभ्यास ऐसा है, जिसमें विषयों की कोई सीमा तय नहीं की जा सकती। विषय की असीम संभावना के बीच शिक्षक यह सुनिश्चित कर सकते है कि उसके विद्यार्थी किसी संकलन या कुंजी से तैयारशूदा सामग्री को उतार भर न ले तैयार शुदा सामग्री के लोभ से बाध्यतावश ही सही मुक्ति पाकर विद्यार्थी नये तरीके से सोचने और उसे शब्दबद्ध करने के लिए तैयार होगे। मौखिक अभिव्यक्ति पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि भविष्य में साक्षात्कार संगोष्ठी जैसे मौको पर यही योग्यता विद्यार्थी के काम आती है। इसके अभ्यास के सिलसिले में शिक्षकों को उचित हावभाव, मानक उच्चारण, पॉज, बलाघात हाजिरजवाबी इत्यादि पर खास बल देना होगा।
  • काव्य की भाषा के मर्म से विद्यार्थी का परिचय कराने के लिए जरूरी होगा कि किताबों में आए काव्याशी की लयबद्ध प्रस्तुतियों के ऑडियो वीडियो कैसेट तैयार किए जाए। अगर आसानी से कोई गायक गायिका मिले तो कक्षा में मध्यकालीन साहित्य के शिक्षण में उससे मदद ली जानी चाहिए। 
  • एन सी ई आर टी मानव संसाधन विकास मंत्रालय के विभिन्न संगठनो तथा स्वतंत्र निर्माताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए कार्यक्रम / ई-सामग्री वृत्तचित्रों और सिनेमा को शिक्षण सामग्री के तौर पर इस्तेमाल करने की जरूरत है। इनके प्रदर्शन के क्रम में इन पर लगातार बातचीत के जरिए सिनेमा के माध्यम से भाषा के प्रयोग की विशिष्टता की पहचान कराई जा सकती है और हिंदी की अलग-अलग छटा दिखाई जा सकती है। विद्यार्थियों को स्तरीय परीक्षा करने को भी कहा जा सकता है।
  • कक्षा में सिर्फ एक पाठ्यपुस्तक की उपस्थिति से बेहतर यह है कि शिक्षक के हाथ में तरह-तरह की पाठ्यसामग्री को विद्यार्थी देख सके और शिक्षक उनका कक्षा में अलग-अलग मौकों पर इस्तेमाल कर सके।
  •  भाषा लगातार ग्रहण करने की क्रिया में बनती है, इसे प्रदर्शित करने का एक तरीका यह भी है कि शिक्षक खुद यह सिखा सके कि वे भी शब्दकोश साहित्यकोश संदर्भग्रंथ की लगातार मदद ले रहे हैं। इससे विद्यार्थियों में इसका इस्तेमाल करने को लेकर तत्परता बढ़ेगी। अनुमान के आधार पर निकटतम अर्थ तक पहुँचकर संतुष्ट होने की जगह वे सही अर्थ की खोज करने के लिए प्रेरित होंगे। इससे शब्दों की अलग-अलग रंगत का पता चलेगा और उनमें संवेदनशीलता बढ़ेगी। वे शब्दों के बारीक अंतर के प्रति और सजग हो पाएँगे।
  • कक्षा अध्यापन के पूरक कार्य के रूप में सेमिनार ट्यूटोरियल कार्य समस्या समाधान कार्य समूहचर्चा परियोजनाकार्य, स्वाध्याय आदि पर बल दिया जाना चाहिए। पाठ्यक्रम में जनसंचार माध्यमों से संबंधित अशो को देखते हुए यह जरूरी है कि समय-समय पर इन माध्यमों से जुड़े व्यक्तियों और विशेषज्ञों को भी विद्यालय में बुलाया जाए तथा उनकी देख-रेख में कार्यशालाएँ आयोजित की जाए। 
  • भिन्न क्षमता वाले विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त शिक्षण सामग्री का इस्तेमाल किया जाए तथा उन्हें किसी भी प्रकार से अन्य विद्यार्थियों से कमतर या अलग न समझा जाए। 
  • कक्षा में शिक्षक को हर प्रकार की विविधताओं (लिग जाति धर्म, वर्ग आदि) के प्रति सकारात्मक और संवेदनशील वातावरण निर्मित करना चाहिए।

ज़रूर पढ़ें: सीबीएसई कक्षा 9 भूगोल पाठ्यक्रम

श्रवण तथा वाचन परीक्षा हेतु दिशा-निर्देश

Hindi Class 12 ले लिए श्रवण तथा वाचन परीक्षा हेतु दिशा-निर्देश नीचे मौजूद हैं-

श्रवण (सुनना) (5 अक)

वर्णित या पठित सामग्री को सुनकर अर्थग्रहण करना, वार्तालाप करना, वाद-विवाद भाषण, कवितापाठ आदि को सुनकर समझना मूल्यांकन करना और अभिव्यक्ति के ढंग को समझना।

वाचन (बोलना) (5 अंक)

भाषण, सस्वर कविता-पाठ, वार्तालाप और उसकी औपचारिकता कार्यक्रम प्रस्तुति कथा-कहानी अथवा घटना सुनाना परिचय देना, भावानुकूल संवाद-वाचन।

टिप्पणी  

वार्तालाप की दक्षताओं का मूल्यांकन निरंतरता के आधार पर परीक्षा के समय ही होगा। निर्धारित 10 अको में से 5 श्रवण (सुनना) कौशल के मूल्यांकन के लिए और 5 वाचन (बोलना) कौशल के मूल्यांकन के लिए होंगे।

वाचन (बोलना) एवं श्रवण (सुनना) कौशल का मूल्यांकन

  • परीक्षक किसी प्रासंगिक विषय पर एक अनुच्छेद का स्पष्ट वाचन करेगा। अनुच्छेद तथ्यात्मक या सुझावात्मक हो सकता है। अनुच्छेद लगभग 250 शब्दों का होना चाहिए।

               या 

  • परीक्षक 2-3 मिनट का श्रव्य अंश (ऑडियो क्लिप) सुनवाएगा अंश रोचक होना चाहिए। कथ्य घटना पूर्ण एवं स्पष्ट होनी चाहिए। वाचक का उच्चारण शुद्ध, स्पष्ट एवं विराम चिह्नों के उचित प्रयोग सहित होना चाहिए।
  • परीक्षार्थी ध्यानपूर्वक परीक्षक / ऑडियो क्लिप को सुनने के पश्चात परीक्षक द्वारा पूछे गए प्रश्नों का अपनी समझ से मौखिक उत्तर देंगे। (1×5=5)
  • किसी निर्धारित विषय पर बोलना : जिससे विद्यार्थी अपने व्यक्तिगत अनुभवों का प्रत्यास्मरण कर सके।
  • कोई कहानी सुनाना या किसी घटना का वर्णन करना।
  • परिचय देना।

( स्व परिवार वातावरण वस्तु व्यक्ति पर्यावरण कवि / लेखक आदि)

परीक्षकों के लिए अनुदेश

  • परीक्षण से पूर्व परीक्षार्थी को तैयारी के लिए कुछ समय दिया जाए।
  • विवरणात्मक भाषा में वर्तमान काल का प्रयोग अपेक्षित है।
  • निर्धारित विषय परीक्षार्थी के अनुभव जगत के हो। 
  • जब परीक्षार्थी बोलना आरंभ करे तो परीक्षक कम से कम हस्तक्षेप करे।

कौशलों के अंतरण का मूल्यांकन

Hindi Class 12 में श्रवण और वाचन की निम्नलिखित योग्यताएं दी गई हैं-

श्रवण (सुनना)वाचन (बोलना)
परिचित संदर्भ में प्रयुक्त शब्दों और पदों को समझने की सामान्य योग्यता है।1. केवल अलग-अलग शब्दों और पदों के प्रयोग की योग्यता प्रदर्शित करता है।
छोटे सुसंबद्ध कथनों को परिचित सदभों में समझने की योग्यता है।2. परिचित संदर्भों में केवल छोटे संबद्ध कथनों का सीमित राखला से प्रयोग करता है।
परिचित या अपरिचित दोनों संदर्भों में कथित सूचना को स्पष्ट समझने की योग्यता है।3. अपेक्षाकृत दीर्घ भाषण में जटिल कथनों के प्रयोग की योग्यता प्रदर्शित करता है।
दीर्घ कथनों की श्रृंखला को पर्याप्त शुद्धता से समझने के ढंग और निष्कर्ष निकाल सकने की योग्यता है।4. अपरिचित स्थितियों में विचारों को तार्किक ढंगसे संगठित कर धाराप्रवाह रूप में प्रस्तुत करता है।
जटिल कथनों के विचार बिंदुओं को समझने की  योग्यता प्रदर्शित करने की क्षमता है।5. उद्देश्य और श्रता के लिए उपयुक्त शैली को अपना सकता है।

ज़रूर पढ़ें: समाजशास्त्र नमूना पत्र कक्षा 12

परियोजना कार्यकुल अंक 10
विषय वस्तु5 अक
भाषा एवं प्रस्तुति3 अंक
शोध एवं मौलिकता2 अंक

अनुभाग मंगलवार के साथ पाठ्यक्रम एक विस्तृत नजर डालें

हिंदी क्लास 12 अनुभाग मंगलवार के साथ पाठ्यक्रम एक विस्तृत नजर डालते हैं-

खंड अ ( वस्तु परक प्रश्न)
अपठित गद्यांश – 18 अंक
A) दो अपठित गद्यांश शो में से कोई एक गद्यांश करना होगा 
1 अंक * 10 प्रश्न = 10 अंक
B) दो अपठित पद्यांश में से कोई भी एक पद्यांश करना होगा 
1 अंक * 8 प्रश्न = 8 अंक

कार्यालयपी हिंदी और रचनात्मक लेखन = 5 अंक
A)अभिव्यक्ति और माध्यम पुस्तक से बहुविकल्पआत्मक प्रश्न
1 अंक * 5  प्रश्न = 5 अंक

पाठ्यपुस्तक अंतरा भाग 2 = 10 अंक
A) पठित काव्यांश
1 अंक * 5 प्रश्न = 5 अंक

B) पठित गद्यांश
1 अंक * 5 प्रश्न = 5 अंक
अनुपूरक पाठ्यपुस्तक अंतराल भाग 2 = 7 अंक
पठित पाठों = 7 अंक
खंड ब  वर्णनात्मक प्रश्न = 40 अंक
कार्यालय हिंदी और रचनात्मक लेखन – 20 अंक

A) रचनात्मक लेखन  = 5 अंक
B)औपचारिक पत्रलेखन = 5 अंक
C)कविता / कहानी / नाटक  पर आधारित दो लघु उत्तरीय प्रश्न = 5 अंक
D)समाचार लेखन / पिक्चर लेकर/ आलेख लेखन पर आधारित  दो लघु उत्तरीय प्रश्न = 5 अंक

पाठ्यपुस्तक अंतर भाग 2 – 20 अंक
A)काव्य खंड पर आधारित तीन प्रश्न मे से कोई दो प्रश्नों के उत्तर लिखो
3 अंक * 5 प्रश्न= 6 अंक
B)काव्य खंड पर आधारित तीन प्रश्न मेरे से कोई दो प्रश्नों के उत्तर लिखो
2 अंक * 2 प्रश्न = 4 अंक
C)गद्य खंड पर आधारित तीन प्रश्न मेरे से कोई दो प्रश्नों के उत्तर लिखो 
3 अंक * 2 प्रश्न = 6 अंक
D)गद्य खंड पर आधारित तीन प्रश्नों में से कोई दो प्रश्न लिखो
2 अंक * 2 प्रश्न = 4 अंक
कुल अंक = 80 
A)श्रवण कथा वाचन = 10 अंक
B)परियोजना कार्य = 10 अंक
कुल अंक = 100 अंक

निम्नलिखित हटा दिया गए हैं

Hindi Class 12 में से निम्नलिखित पाठ हटा दिया गए हैं-

काव्य खंड

 A) सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

  • गीत खाने दो मुझे
  • सरोज स्मृति

B) सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय 

  • यह दीप अकेला
  • मैंने देखा एक बूंद

C) केदारनाथ सिंह

  • बनारस
  • दिशा

D) केशवदास
E) धनानंद

गद्य खंड

A) ब्रजमोहन व्यास – कच्चा चिट्ठा
B) भीष्मा साहनी – गांधी नेहरू और यासर अराफात
C) रामविलास शर्मा यथासमै रोचते विश्वम
D) हजारी प्रसाद द्विवेदी कुटज

हिंदी क्लास 12 कोर परीक्षा पैटर्न 2022

Hindi Class 12 के लिए हिंदी क्लास 12 हिंदी कोर परीक्षा पैटर्न 2022 नीचे दिया गया है-

विषय वस्तुकुल
अपठित गद्य16
रचनात्मक लेखन20
पाठ्य अंक
आरोह भाग 2 – 32 अंकवितान भाग 2 – 12 अंक
44
श्रवण और श्लोक – 10परियोजना – 1020
कुल100

सीबीएसई कक्षा 12 हिंदी वैकल्पिक पाठ्यक्रम 2022

हिंदी क्लास 12 के हिंदी (ऐच्छिक) कोड संख्या 002 कक्षा 11वीं 12वीं (2021-22)

प्रस्तावना

उच्चतर माध्यमिक स्तर में प्रवेश लेने वाला विद्यार्थी पहली बार सामान्य शिक्षा से विशेष अनुशासन की शिक्षा की ओर उन्मुख होता है। दस वर्षों में विद्यार्थी भाषा के कौमाता से परिचित हो जाता है। भाषा और साहित्य के स्तर पर उसका दायरा अब घर पास पड़ोस, स्कूल प्रांत और देश से होता हुआ मेरे-धीरे विश्व तक फैल जाता है। वह इस उम्र में पहुँच चुका है कि देश को सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक समस्याओं पर विचार-विमर्श कर सके, एक जिम्मेदार नागरिक की तरह अपनी जिम्मेदारियों को समझ सके तथा देश और खुद को सही दिशा दे सकने में भाषा की ताकत को पहचान सके ऐसे दृढ भाषिक और वैचारिक आधार के साथ जब विद्यार्थी आता है तो उसे विमर्श की भाषा के रूप में हिंदी की व्यापक समझ और प्रयोग में दक्ष बनाना सबसे पहलाउद्देश्य होगा। किशोरावस्था से युवावस्था के इस नाजुक मोड़ पर किसी भी विषय का चुनाव करते समय बच्चे और उनके अभिभावक इस बात को लेकर सबसे अधिक चिंतित रहते हैं कि चयनित विषय उनके भविष्य और जीविका के अवसरों में मदद करेगा कि नहीं। इस उम्र के विद्यार्थियों में चिंतन और निर्णय करने की प्रवृत्ति भी प्रबत होती है। इसी आधार पर वे अपने मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और भाषिक विकास के प्रति भी सचेत होते हैं और अपने भावी अध्ययन की दिशा तय करते हैं। इस स्तर पर ऐच्छिक हिंदी का अध्ययन एक सृजनात्मक साहित्यिक, सांस्कृतिक और विभिन्न प्रयुक्तियों की भाषा के रूप में होगा। इस बात पर भी बल दिया जाएगा कि निरंतर विकसित होती हिंदी के अखिल भारतीय स्वरूप से बच्चे का रिश्ता बन सके।

इस स्तर पर विद्यार्थियों में भाषा के लिखित प्रयोग के साथ-साथ उसके मौखिक प्रयोग की कुशलता और दक्षता का विकास भी जरूरी है। प्रयास यह भी होगा कि विद्यार्थी अपने बिखरे हुए विचारों और भावों की सहज और मौलिक अभिव्यक्ति की क्षमता हासिल कर सकें।

इस पाठ्यक्रम के अध्ययन से

हिंदी क्लास 12 के लिए कुछ जरूरी बातें इस प्रकार हैं-

  1. विद्यार्थी अपनी रुचि और आवश्यकता के अनुरूप साहित्य का गहन और विशेष अध्ययन जारी रख सकेंगे।
  2.  विश्वविद्यालय स्तर पर निर्धारित हिंदी साहित्य से संबंधित पाठ्यक्रम के साथ सहज संबंध स्थापित कर सकेंगे।
  3. लेखन कौशल के व्यावहारिक और सुजनात्मक रूपों की अभिव्यक्ति में सक्षम हो सकेंगे।
  4.  रोजगार के किसी भी क्षेत्र में जाने पर भाषा का प्रयोग प्रभावी ढंग से कर सकेंगे। 
  5. यह पाठ्यक्रम विद्यार्थी को जनसंचार तथा प्रकाशन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमता व्यक्त करने का अवसर प्रदान कर सकता है।

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हिंदी कक्षा 12 उद्देश्य

Hindi Class 12 के लिए उद्देश्य नीचे मौजूद हैं-

  • सृजनात्मक साहित्य की सराहना उसका आनंद उठाना और उसके प्रति सृजनात्मक और आलोचनात्मक दृष्टि का विकास करना।
  • साहित्य की विविध विधाओं कविता, कहानी, निबंध आदि), महत्त्वपूर्ण कवियों और रचनाकारी प्रमुख धाराओं और पीलियों का परिचय करवाना।
  • भाषा की सृजनाबाक बारीकियों और व्यावहारिक प्रयोगों का बोध तथा संदर्भ और समय के अनुसार प्रभावशाली ढंग से उसकी मौखिक और लिखित अभिव्यक्ति करना। 
  • विभिन्न ज्ञानानुशाचनों के विमर्श की भाषा के रूप में हिंदी की विशिष्ट प्रकृति एवं क्षमता का बोध करवाना।
  • साहित्य की प्रभावशाली क्षमता का उपयोग करते हुए सभी प्रकार की विविधताओं (धर्म, जाति, लिंग, वर्ग, भाषा आदि) एवं अंतरों के प्रति सकारात्मक और संवेदनशील व्यवहार का विकास करना।
  • देश-विदेश में प्रचलित हिंदी के रूपों से परिचित करवाना।
  • संचार माध्यमों (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक) में प्रयुक्त हिंदी की प्रकृति से अवगत करवाना और नवीन विधियों के प्रयोग की क्षमता का विकास करना।
  • साहित्य की व्यापक धारा के बीच रखकर विशिष्ट रचनाओं का विश्लेषण और विवेचन करने की क्षमता हासिल करना।
  •  विपरीत परिस्थितियों में भी भाषा का प्रयोग शांति के साथ करना।
  • अमूर्त विषयों पर प्रयुक्त भाषा का विकास और कल्पनाशीलता और मौलिक चिंतन के लिए प्रयोग करना।

हिंदी कक्षा 12 शिक्षण युक्तियां

इन कक्षाओं में उचित वातावरण निर्माण में अध्यापकों की भूमिका सदैव उत्प्रेरक एवं सहायक की होनी चाहिए। उनको भाषा और साहित्य की पढ़ाई में इस बात पर ध्यान देने की जरूरत होगी कि-

  • कक्षा का वातावरण संवादात्मक हो ताकि अध्यापक विद्यार्थी और पुस्तक तीनों के बीच एक रिश्ता बन सके।
  • बच्चों को स्वतंत्र रूप से बोलने लिखने और पढ़ने दिया जाए और फिर उनसे होने वाली भूलों की पहचान करवा कर अध्यापक अपनी पढ़ाने की शैली में परिवर्तन करे।
  •  ऐसे शिक्षण बिंदुओं की पहचान की जाए, जिससे कक्षा में विद्यार्थी की सक्रिय भागीदारी रहे और अध्यापक भी उनका साथी बना रहे।
  • भिन्न क्षमता वाले विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त शिक्षण सामग्री का उपयोग किया जाए तथा किसी भी प्रकार से उन्हें अन्य विद्यार्थियों से कमतर या अलग न समझा जाए।
  • कक्षा में अध्यापक को हर प्रकार की विविधताओं संवेदनशील वातावरण निर्मित करना चाहिए। लिंग, धर्म, जाति, वर्ग आदि) के प्रति सकारात्मक और सृजनात्मकता के अभ्यास के लिए विद्यार्थी से साल में कम से कम दो रचनाएँ लिखवाई जाएँ।

श्रवण तथा वाचन परीक्षा हेतु दिशा निर्देश

Hindi Class 12 के लिए श्रवण तथा वाचन परीक्षा हेतु दिशा निर्देश नीचे दिए गए हैं-

श्रवण ( सुनना) (5 अंक)

 वर्णित या पठित सामग्री को सुनकर अर्थग्रहण करना, वार्तालाप करना, वाद विवाद, भाषण, कवितापाठ आदि को सुनकर समझना, मूल्यांकन करना और अभिव्यक्ति के ढंग को समझना। 

वाचन (बोलना) (5अंक) 

भाषण, सस्वर कविता-पाठ, वार्तालाप और उसकी औपचारिकता, कार्यक्रम प्रस्तुति कथा कहानी अथवा घटना सुनाना परिचय देना, भावानुकूल संवाद वाचना ।

हिंदी कक्षा 12 टिप्पणी 

वार्तालाप की दक्षताओं का मूल्यांकन निरंतरता के आधार पर परीक्षा के समय ही होगा। निर्धारित 10 अंकों में से 5 श्रवण (सुनना) कौशल के मूल्यांकन के लिए और 5 वाचन (बोलना) कौशल के मूल्यांकन के लिए होंगे।

श्रवण (सुनना) एवं वाचन (बोलना) कौशल का मूल्यांकन

  • परीक्षक किसी प्रासंगिक विषय पर एक अनुच्छेद का स्पष्ट वाचन करेगा। अनुच्छेद तथ्यात्मक या सुझावात्मक हो सकता है। अनुच्छेद लगभग 250 शब्दों का होना चाहिए।

परीक्षक 2-3 मिनट का श्रव्य अंश (ऑडियो क्लिप) सुनवाएगा। अश रोचक होना चाहिए। कथ्य / घटना पूर्ण एवं स्पष्ट होनी चाहिए। वाचक का उच्चारण शुद्ध स्पष्ट एवं विराम चिह्नों के उचित प्रयोग सहित होना चाहिए। 

  •  परीक्षार्थी ध्यानपूर्वक परीक्षक / ऑडियो क्लिप को सुनने के पश्चात परीक्षक द्वारा पूछे गए प्रश्नों का अपनी समझ से मौखिक उत्तर देंगे।
  •  किसी निर्धारित विषय पर बोलना जिससे विद्यार्थी अपने व्यक्तिगत अनुभवों का प्रत्यास्मरण कर सकें।
  • कोई कहानी सुनाना या किसी घटना का वर्णन करना। 
  • परिचय देना ( स्व / परिवार / वातावरण / वस्तु / व्यक्ति पर्यावरण / कवि / लेखक आदि)

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हिंदी कक्षा 12 परीक्षकों के लिए अनुदेश

Hindi Class 12 के लिए अनुदेश नीचे दिए गए हैं-

  •  परीक्षण से पूर्व परीक्षार्थी को तैयारी के लिए कुछ समय दिया जाए।
  • विवरणात्मक भाषा में वर्तमान काल का प्रयोग अपेक्षित है। 
  • निर्धारित विषय परीक्षार्थी के अनुभव-जगत के हो।
  • जब परीक्षार्थी बोलना आरंभ करे तो परीक्षक कम से कम हस्तक्षेप करें।

ज़रूर पढ़ें: 10 वीं के बाद कैरियर काउंसलिंग की आवश्यकता

कौशलों के अंतरण का मूल्यांकन

हिंदी क्लास 12 के लिए श्रवण और वाचन की निम्नलिखित योग्यताएँ इस प्रकार हैं-

श्रवण (सुनना)वाचन (बोलना)
1परिचित संदर्भ में प्रयुक्त शब्दों और पदों को समझने की सामान्य योग्यता है।1केवल अलग अलग शब्दों और पदों के प्रयोगयोग्यता प्रदर्शित करता है।
2छोटे सुसंबद्ध कथनों को परिचित संदर्भ में समझने की योग्यता है।2परिचित संदर्भों में केवल छोटे सुसंबद्ध कथनों कासीमित शुद्धता से प्रयोग करता है।
3परिचित या अपरिचित दोनों संदर्भ में कथित सूचना को स्पष्ट समझने की योग्यता है।3अपेक्षाकृत दीर्घ भाषण में अधिक जटिल कथनों के प्रयोग की योग्यता प्रदर्शित करता है।
4दीर्घ कथनों की श्रृंखला को पर्याप्त शुद्धता से  समझने के ढंग और निष्कर्ष निकाल सकने की योग्यता है।4अपरिचित स्थितियों में विचारों को तार्किक ढंग से संगठित कर धारा प्रवाह रूप में प्रस्तुत करता है।
5जटिल कथनों के विचार बिंदुओं को समझने की  योग्यता प्रदर्शित करने की क्षमता है। वह उद्देश्य के अनुकूल सुनने की कुशलता प्रदर्शित करता है।5उद्देश्य और श्रोता के लिए उपयुक्त शैली को अपना सकता है, ऐसा करते समय वह केवल मामूली गलतियाँ करता है।
परियोजना कार्य कुल अंक 10
विषय वस्तु5 अंक
भाषा एवं प्रस्तुती3 अंक
शोध एवं मौलिकता2 अंक
  •  हिंदी भाषा और साहित्य से जुड़े विविध विषयों/विद्याओं/साहित्यकारों / समकालीन लेखन/वादों/ भाषा के तकनीकी पक्ष प्रभाव / अनुप्रयोग/साहित्य के सामाजिक संदर्भोएवं जीवन-मूल्य संबंधी प्रभावों आदि पर परियोजना कार्य दिए जाने चाहिए।
  • सत्र के प्रारंभ में ही विद्यार्थी को विषय चुनने का अवसर मिले ताकि उसे शोध तैयारी और लेखन के लिए पर्याप्त समय मिल सके।

ज़रूर पढ़ें: कक्षा 12 के लिए अर्थशास्त्र परियोजना

श्रवण वाचन कौशल एवं परियोजना कार्य का मूल्यांकन विद्यालय स्तर पर आंतरिक परीक्षक द्वारा ही किया जाएगा।

हिंदी  ऐचिछक कोड नं  002 कक्षा बारहवीं 2021 -22 परीक्षा भार विभाजन

खंड अ ( वस्तुपरक प्रश्न )

  1. अपठित गद्यांश – 18 अंक

A) दो अपठित गद्यांश में से कोई भी एक पद्यांश करना होगा

1 अंक * 10 प्रश्न = 10 अंक

B)दो अपठित पद्यांश में से कोई भी एक पद्यांश करना होगा 

1 अंक * 8 प्रश्न = 8 अंक

  1. कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखन =05 अंक

अभिव्यक्ति और मध्यम पुस्तक से बहु विकल्पात्मक प्रश्न 

1 अंक * 5 प्रश्न = 5 अंक

  1. पाठ्यपुस्तक अंतरा भाग 2 = 10 अंक

A) पठित काव्यांश

 1 अंक * 5 प्रश्न = 5 अंक

B) पठित गद्यांश

1 अंक * 5 प्रश्न = 5 अंक

  1. अनुपूरक पाठ्यपुस्तक अंतराल भाग 2 = 7  अंक

पठित पाठो 

1 अंक * 7  प्रश्न = 7 अंक

खंड ब

5) कार्यालयी  हिंदी और रचनात्मक लेखन – 20 अंक

A) रचनात्मक लेखन

5 अंक * 1 प्रश्नों = 5 अंक

B)पत्रलेखन

5 अंक * 1 प्रश्न = 5 अंक

C)कविता कहानी नाटक पर आधारित दो लघु उत्तरीय प्रश्न = 5 अंक

D) समाचार लेखन / फीचर लेखन / आलेख लेखन पर आधारित दो लघु उत्तरीय प्रश्न= 5 अंक

6) पाठ्यपुस्तक अंतरा भाग 2 = 20 अंक

A)काव्य खंड पर आधारित 3 प्रश्नों में से कोई दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए

3 अंक * 2 प्रश्न = 6 अंक

B)काव्या खंड पर आधारित 3 प्रश्नों में से कोई दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए

2 अंक * 2 प्रश्न = 4 अंक

C)गद्य खंड पर आधारित इन प्रश्नों में से कोई दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए

3 अंक * 2 प्रश्न = 6 अंक

D)गद्य खंड पर आधारित तीन प्रश्नों में से कोई दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए 

2 अंक * 2 प्रश्न = 4 अंक

7)A)श्रवण तथा वाचन = 10 अंक

B)परियोजना कार्य = 10 अंक

कुल अंक  = 100 अंक

ज़रूर पढ़ें: सीबीएसई कक्षा 12 के सिलेबस को हटा दिया गया

हिंदी कक्षा 12 प्रस्तावित पुस्तकें

Hindi Class 12 के लिए प्रस्तावित पुस्तकों के नाम इस प्रकार हैं:

  1. अंतरा भाग 2
    एनसीईआरटी नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित नवीनतम संस्करण
  2. अंतराल भाग-2
    एनसीईआरटी  नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित नवीनतम संस्करण
  3. अभिव्यक्ति और मध्यम
    एनसीईआरटी  नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित नवीनतम संस्करण

ज़रूर पढ़ें: कक्षा 12 जीवविज्ञान नमूना पेपर

हिंदी क्लास 12 में से निम्नलिखित पाठ हटा दिए गए हैं

काव्य खंड

  1. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला  – बादल राग
  2. हरिवंश राय बच्चन  – आत्म परिचय
  3. आलोक धनवा –  पतंग
  4. कुंवर नारायण  – बात सीधी थी पर
  5. उमाशंकर जोशी –
  •  छोटा मेरा खेत 
  • बगुलों के पास

गद्य खंड

  1. विष्णु खरे  – चार्ली चैप्लिन यानी हम सब
  2. हजारी प्रसाद द्विवेदी  – शिरीष के फूल

NCERT हिंदी कक्षा 12 हिंदी आरोह भाग 2

हिंदी क्लास 12 हिंदी आरोह भाग 2 इस प्रकार है-

खंड-ग : पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पाठ्यपुस्तक

आरोह, भाग 2
(पाठ्यपुस्तक)

(अ) काव्य भाग

  • पाठ 1 आत्म-परिचय, एक गीत
  • पाठ 2 पतंग
  • पाठ 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर
  • पाठ 4 कैमरे में बंद अपाहिज
  • पाठ 5 सहर्ष स्वीकारा है
  • पाठ 6 उषा
  • पाठ 7 बादल राग
  • पाठ 8 कवितावली (उत्तर कांड से), लक्ष्मण-मूच्छ और राम का विलाप
  • पाठ 9 रुबाइयाँ, गज़ल
  • पाठ 10 छोटा मेरा खेत, बगुलों के पंख

(ब) गद्य भाग

  • पाठ 11 भक्तिन
  • पाठ 12 बाजार दर्शन
  • पाठ 13 काले मेघा पानी दे
  • पाठ 14 पहलवान की ढोलक
  • पाठ 15 चार्ली चैप्लिन यानी हम सब
  • पाठ 16 नमक
  • पाठ 17 शिरीष के फूल
  • पाठ 18 श्रम-विभाजन और जाति-प्रथा, मेरी कल्पना का आदर्श समाज

NCERT हिंदी कक्षा 12 हिंदी वितान भाग 2

हिंदी क्लास 12 में हिंदी वितान भाग 2 इस प्रकार है-

वितान, भाग 2
(पूरक पाठ्यपुस्तक)

  • पाठ  1 सिल्वर वैडिंग
  • पाठ  2 जूझ
  • पाठ  3 अतीत में दबे पाँव
  • पाठ  4 डायरी के पन्ने

अपठित बोध

  • अपठित गद्यांश
  • अपठित काव्यांश

कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखन

  • अनुच्छेद लेखन
  • कार्यालयी पत्र
  • जनसंचार माध्यम प्रिंट माध्यम
  • संपादकीय लेखन
  • रिपोर्ट लेखन
  • आलेख लेखन
  • पुस्तक समीक्षा
  • फीचर लेखन

श्रवण एवं वाचन, परियोजना

  • श्रवण एवं वाचन
  • परियोजना

हिंदी कक्षा 12 NCERT समाधान पुस्तकें हल करने के लाभ

Hindi Class 12 NCERT समाधान को हल करके, आप विषय के साथ-साथ बोर्ड परीक्षाओं में भी उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, आप कक्षा 12 NCERT हिंदी समाधान पीडीएफ को हल करते समय बहुत सारे लाभ देख सकते हैं, वे इस प्रकार हैं:

  • आप हिंदी कोर विषय में शामिल सभी अवधारणाओं (कॉन्सेप्ट्स) का पूरा ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
  • ये विषय शिक्षकों द्वारा डिज़ाइन किए गए हैं ताकि आप अपने सभी संदेहों को संदर्भित करके स्पष्ट कर सकें।
  • अध्यायवार (चैप्टर) और इकाईवार (यूनिट) प्रश्नों और उत्तरों को समझने योग्य तरीके से समझाया गया है।
  • ये प्रश्न और समाधान आपको वास्तविक परीक्षा का प्रयास करने और इसे अच्छी तरह से पास करने के लिए आश्वस्त करते हैं।
  • आप कक्षा 12 के हिंदी कोर के लिए इन अध्याय-वार NCERT समाधानों को हल करके पूरे CBSE हिंदी पाठ्यक्रम को कवर कर सकते हैं।
  • साथ ही, आप इस सामग्री का उपयोग परीक्षा से पहले सभी विषयों की त्वरित तैयारी के लिए एक पुनरीक्षण उद्देश्य के रूप में कर सकते हैं।

FAQs

Hindi Class 12 में कितने चैप्टर (पाठ) हैं?

NCERT कक्षा 12 हिंदी के लिए आरोह पाठ्यपुस्तक में कुल 18 चैप्टर (पाठ) हैं।

हिंदी कक्षा 12 वितान में कितने चैप्टर होते हैं?

वितान में 4 चैप्टर हैं।

कक्षा 12 में हिंदी कितने भागों में है?

कक्षा 12 में हिंदी 2 भागों में है।

कक्षा 12 में हिंदी बुकों के नाम क्या हैं?

हिंदी कोर और हिंदी इलेक्टिव

आशा करते हैं कि आपको Hindi Class 12 के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800572000 पर कॉल करें और 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।

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