गुण संधि : परिभाषा, प्रकार, नियम और उदाहरण

1 minute read
गुण संधि

संधि, हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। इसका शाब्दिक अर्थ है- मेल। संधि से संबंधित प्रश्न हिंदी व संस्कृत की परीक्षाओं में कई बार पूछे जाते हैं। इसी कड़ी में आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको गुण संधि की परिभाषा, उदाहरण और नियम के बारे में बताएंगे। तो आईये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

आपको बता दें कि दो वर्णों के परस्पर मेल से जो परिवर्तन होता है, उसे संधि कहा जाता है। संधि में पहले शब्द के अंतिम वर्ण या ध्वनि और दूसरे शब्द के प्रथम वर्ण या ध्वनि का मेल होने पर एक अलग स्वर बनता है।

जैसे-

  • हिम + आलय = हिमालय
  • विद्या + आलय = विद्यालय
  • सत् + आनन्द = सदानन्द

हिमालय दो शब्द हिम और आलय से मिलकर बना है। पहला शब्द हिम का अंतिम वर्ण ‘म‘ है और ‘म‘ वर्ण (म् + अ) से मिलकर बना है इसलिए हिम का अंतिम वर्ण ‘अ‘ है दूसरा शब्द (आलय) का पहला वर्ण ‘आ‘ है । जब अ + आ मिलता तो ‘आ‘ बनता है और ‘आ‘ की मात्रा लगती है इसलिए हिम्(अ) + (आ)लय = हिमालय

गुण संधि

यदि ‘अ’ या ‘आ’ के साथ इ/ई  आए तो ‘ए’ ; ऊ/ऊ आए तो ‘ओ’ और ‘ऋ’ आए तो ‘अर’ बनता है। इस प्रकार से बनने वाले शब्दों को गुण संधि कहा जाता है।

उदाहरण

  • प्र + ईक्षा = प्रेक्षा
  • यथा + इच्छा = यथेच्छा
  • अतिशय + उक्ति = अतिश्योक्ति

गुण संधि का सूत्र

गुण संधि के सूत्र निम्नलिखित है-

  • जब अ,आ के साथ इ, ई हो तो “ए” बनता है।
  • जब अ,आ के साथ उ,ऊ हो तो “ओ” बनता है।
  • जब अ,आ के साथ ऋ हो तो” अर” बनता है।

गुण संधि में (अ + इ =ए ) के उदाहरण

गुण संधि में (अ + इ =ए )के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

गज + इंद्रगजेन्द्र
नर + इंद्रनरेंद्र
भारत + इंदुभारतेंदु
अंत्य + इष्टिअंत्येष्टि
उप + इंद्रउपेन्द्र

गुण संधि में (अ + ई =ए ) के उदाहरण

गुण संधि में (अ + ई =ए )के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

नर + ईशनरेश 
ज्ञान + ईशज्ञानेश 
गण + ईशगणेश  
उप + ईक्षाउपेक्षा 
प्र + ईक्षाप्रेक्षा

गुण संधि में (आ + इ =ए ) के उदाहरण

गुण संधि में (आ + इ =ए )के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

महा + इंद्र महेंद्र
यथा + इच्छायथेच्छा
यथा + इष्ठयथेष्ठ

गुण संधि में (आ + ई =ए ) के उदाहरण

गुण संधि में (आ + ई =ए )के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

महा + ईशमहेश
उमा + ईशउमेश
रमा + ईशरमेश
ऋषिका + ईशऋषिकेश
कमला + ईशकमलेश

गुण संधि में ( अ + उ = ओ ) के उदाहरण

गुण संधि में (अ + उ = ओ) के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

अतिशय + उक्तिअतिश्योक्ति
अत्य + उदयअत्योदय
आनन्द + उत्सवआन्दोत्सव
अन्य + उक्तिअन्योक्ति
ज्ञान + उदयज्ञानोदय

गुण संधि में (आ + उ = ओ ) के उदाहरण

गुण संधि में (आ + उ = ओ) के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

महा + उत्सवमहोत्सव
महा + उपकारमहोपकर
यथा + उचितयथोचित
महा + उदयमहोदय
होलिका + उत्सवहोलिकोत्सव

गुण संधि में (अ + ऊ = ओ) के उदाहरण

गुण संधि में (अ + ऊ = ओ) के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

जल + ऊर्जाजलोर्जा
उच्च + उधर्वउच्चोधर्व
जल + ऊष्माजलोष्मा
समुद्र + ऊर्मिसमुद्रोमि
जल + उर्मिजलोर्मि

गुण संधि में (आ + ऊ = ओ) के उदाहरण

गुण संधि में (आ + ऊ = ओ) के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

महा + ऊर्जामहोर्जा
गंगा + ऊर्मिगंगोर्मि

गुण संधि में (अ / आ + ऋ = अर्) के उदाहरण

गुण संधि में (अ / आ + ऋ = अर्) के उदाहरण आप नीचे दी गयी तालिका में देखे सकते हैं:-

महा + ऋषिमहर्षि
देव + ऋषिदेवर्षि
उत्तम + ऋणउतमर्ण

संबंधित आर्टिकल्स :

स्वर संधि

दीर्घ संधि

वृद्धि संधि

यण संधि

आशा करते हैं कि आपको इस ब्लॉग से आपको गुण संधि के बारे में जानकारी प्राप्त हुई होगी। संधि से जुड़े हुए अन्य महत्वपूर्ण और रोचक ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहिए।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*