देश की राजधानी दिल्ली इतिहास और संस्कृति से समृद्ध एवं कई वास्तुशिल्प चमत्कारों का खजाना है। यहाँ हर इलाक़े में आपको कई शानदार ऐतहासिक इमारतें और जगहें मिलेंगी जो अपनी विविधता, सुंदरता और खास विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है। लाल किला, हुमायूं का मकबरा, इंडिया गेट, राजघाट आदि का नाम दिल्ली के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में शुमार है। दिल्ली के व्यस्त शहर में स्थित इन्हीं स्मारकों में से एक कुतुबमीनार भी है जिसने हमेशा से दुनिया भर के पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। आज भी लोग इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व से मंत्रमुग्ध हैं। तो चलिए जानते हैं Facts About Qutub Minar in Hindi से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में।
Facts About Qutub Minar in Hindi
रिसर्च, स्टडी और रिपोर्ट्स के अनुसार स्टूडेंट्स के लिए Facts About Qutub Minar in Hindi यहाँ दिए गए है :
- भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित करीब 73 मीटर ऊंची मीनार क़ुतुबमीनार, दुनिया की सबसे ऊंची इमारतों में से एक है।
- सैकड़ों साल से दिल्ली की पहचान का हिस्सा रही कुतुब मीनार का निर्माण कार्य 1200 ई. में मुस्लिम शासक कुतुबुद्धीन ऐबक द्वारा शुरु कराया गया था।
- यह मीनार करीब 238 फीट ऊँची है जिसमें लगभग 379 सीढ़ियां हैं, जो कि गोलाई में बनाई गई है।
- मीनार की सबसे ऊपरी मंजिल बिजली गिरने से नष्ट हो गई थी और फ़िरोज़ शाह तुगलक ने इसका पुनर्निर्माण कराया था। ये फर्श मीनार के बाकी हिस्सों से काफी अलग हैं क्योंकि ये सफेद संगमरमर से बने हैं।
- 1974 से पहले, आम जनता को मीनार के शीर्ष तक पहुंचने की अनुमति थी।
- 4 दिसंबर, 1981 को बिजली गुल होने के बाद मची भगदड़ में 45 लोग मारे गए और उसके बाद टावर के अंदर तक सार्वजनिक पहुंच पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
- कुतुब मीनार परिसर में आयरन का पिलर 2000 वर्षों से अधिक समय से बिना जंग लगे खड़ा है।
- कुतुब मीनार के ठीक पास भारत में बनने वाली पहली मस्जिद है। इस मस्जिद का नाम अंग्रेजी में “द माइट ऑफ इस्लाम मस्जिद” है।
- कुतुब मीनार का निर्माण 1199 में शुरू हुआ और 1220 में पूरा हुआ।
- कुतुब मीनार को Qutab-ud-din Aibak, Shams-ud-din Iltutmish and Firoze Shah Tughlak ने बनाया था।
- कुतुब मीनार को विजय मीनार (Tower of Victory) के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि 12वीं शताब्दी का यह स्मारक दिल्ली में अंतिम हिंदू साम्राज्य के शासन के अंत को दर्शाता है।
- पूरे मीनार को लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से तैयार किया गया है।
- कुतुब मीनार कई दूसरे स्मारकों जैसे अलाई दरवाजा, अलाई मीनार, अलाउद्दीन का मदरसा और मकबरा, इमाम जमीन का मकबरा, इल्तुतमिश का मकबरा आदि से घिरा हुआ है और इस पूरे परिसर को कुतुब मीनार परिसर कहा जाता है।
- कुतुब मीनार का नाम दिल्ली सल्तनत के पहले मुस्लिम शासक कुतुब-उद-दिन ऐबक के नाम पर रखा गया है जबकि कुछ अन्य इतिहासकारों का मानना है कि कुतुबमीनार का नाम मशहूर मुस्लिम सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर रखा गया है।
- कुतुबमीनार के आर्कषण की वजह से यूनेस्कों ने इसे सन 1993 विश्व धरोहरों की लिस्ट में भी शामिल किया था।
- कुतुब मीनार की खूबसूरती केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी मशहूर है।
- कुतुब मीनार को इंडो इस्लामिक वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण भी माना गया है।
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