दृष्टि फेरना मुहावरे का अर्थ (Drishti Pherna Muhavare Ka Arth) होता है अप्रसन्न होना, तो उसके लिए दृष्टि फेरना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप दृष्टि फेरना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
दृष्टि फेरना मुहावरे का अर्थ क्या है?
Drishti Pherna Muhavare Ka Arth होता है, अप्रसन्न होना।
दृष्टि फेरना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “दृष्टि फेरना मुहावरे का अर्थ” है कि जब राघव को पता चला की उसके छोटे भाई ने चोरी की है तो राघव ने उससे दृष्टि फेर ली।
दृष्टि फेरना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
दृष्टि फेरना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- रोहन ने अपने घर वालों की बात नहीं मानी तो उसके घर वालों ने उससे दृष्टि फेर ली।
- जब सुमन को पता चला की उसके छोटे भाई ने चोरी की है तो सुमन ने उससे दृष्टि फेर ली।
- कोमल हमेशा सबसे लड़ती रहती है जिस कारण उसके सभी दोस्तों ने उससे दृष्टि फेर ली।
- होमवर्क न करके लाने पर शिक्षक ने मोहन से दृष्टि फेर ली।
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आशा है कि दृष्टि फेरना मुहावरे का अर्थ (Drishti Pherna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।