शिक्षक बनने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए हर वर्ष सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (CBSE) द्वारा CTET का आयोजन किया जाता है। CTET में बैठने वाले उम्मीदवारों को परीक्षा में आने वाले टॉपिक्स की जानकारी जरूर होनी चाहिए, जिससे उम्मीदवारों की काफी मदद होती है। CTET के दो पेपर होते हैं, जिनके सिलेबस से इम्पोर्टटेंट टॉपिक्स पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। CTET Exam के आयोजन से पहले CTET बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक्स की जानकारी इस अपडेट में मिलेगी, जिसकी सहायता से उम्मीदवार परीक्षा के लिए बेहतर तैयारी कर पाएंगे।
परीक्षा का नाम | सेंट्रल टीचर्स एलिजिबिल्टी टेस्ट (CTET) |
परीक्षा के आयोजनकर्ता | सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (CBSE) |
परीक्षा का मोड | ऑफलाइन |
परीक्षा की घोषणा की तिथि | 3 नवंबर 2023 |
परीक्षा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि | 01 दिसंबर 2023 |
परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क भरने की अंतिम तिथि | 01 दिसंबर 2023 |
परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क भरने का समय | 23:59 |
परीक्षा के आयोजन की तिथि | 21 जनवरी 2024 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://ctet.nic.in/ |
CTET Exam में बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के लिए इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स
CTET Exam के आयोजन से पहले यदि उम्मीदवारों को एग्जाम में आने वाले कुछ इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स का पता चल जाए, तो ऐसे में उम्मीदवार परीक्षा के लिए ढंग से तैयारी कर सकते हैं। CTET में आने वाले विषय बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक्स निम्नलिखित हैं, जो ढंग से तैयारी करने में आपकी मदद करेंगी;
- विकास की अवधारणा और सीखने के साथ इसका संबंध
- बाल केंद्रित और प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणाएं
- बुद्धि के निर्माण का महत्वपूर्ण पहलू
- सीखने के लिए आकलन और सीखी गई बातों के आकलन के बीच अंतर
- स्कूल-आधारित मूल्यांकन
- सतत और समग्र मूल्यांकन: परिप्रेक्ष्य और अभ्यास
- शिक्षार्थियों की तैयारी के स्तर का आकलन करने; कक्षा में सीखने और आलोचनात्मक सोच को बढ़ाने के लिए और शिक्षार्थी की उपलब्धि का आकलन करने के लिए उपयुक्त प्रश्न तैयार करना
- बहु-आयामी बुद्धि
- शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत अंतर, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय, धर्म आदि की विविधता के आधार पर मतभेदों को समझना
- समस्या समाधानकर्ता और एक ‘वैज्ञानिक अन्वेषक’ के रूप में बच्चे
- भाषा और विचार
- अनुभूति और भावनाएं
- प्रेरणा और सीखना
- सीखने में योगदान देने वाले कारक – व्यक्तिगत और पर्यावरणीय
- सामाजिक निर्माण के रूप में लिंग; लिंग की भूमिकाएं, लैंगिक-पूर्वाग्रह और शिक्षा
- बच्चों के विकास के सिद्धांत
- आनुवंशिकता और पर्यावरण का प्रभाव
- समाजीकरण प्रक्रियाएं: सामाजिक दुनिया और बच्चे (शिक्षक, माता-पिता, साथी)
- पियाजे, कोहलबर्ग और व्योगत्स्की: सिद्धांत और मुख्य बातें
- बच्चों में सीखने की वैकल्पिक अवधारणाएँ
- बच्चों की ‘त्रुटियों’ को सीखने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण कदमों के रूप में समझना
- कमजोर और वंचित सहित विविध पृष्ठभूमि के शिक्षार्थियों की जरूरतों को पूरा करना
- प्रतिभाशाली, रचनात्मक, विशेष रूप से विकलांग शिक्षार्थियों की जरूरतों को पूरा करना
- सीखने की कठिनाइयों, समस्याओं आदि वाले बच्चों की जरूरतों को पूरा करना।
- बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं?
- बच्चे कैसे और क्यों स्कूल के प्रदर्शन में सफलता पाने में ‘असफल’ होते हैं?
- शिक्षण और सीखने की बुनियादी प्रक्रियाएं
- बच्चों की सीखने की रणनीतियाँ
- सामाजिक गतिविधि के रूप में सीखना
- सीखने का सामाजिक संदर्भ इत्यादि।
CTET Exam से संबंधित विशेष जानकारी
CTET दिसंबर सत्र 2023 की परीक्षा के आयोजन की घोषणा CBSE द्वारा 3 नवंबर, 2023 को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर की गई थी। आवेदनकर्ताओं की संख्या की बढ़ोत्तरी के बाद से आवेदन के लिए अंतिम तिथि को बढ़ाया गया है। CTET का आयोजन 21 जनवरी 2024 को किया जायेगा। यह परीक्षा एक ऑफलाइन मोड परीक्षा होगी। इस परीक्षा का निर्धारित समय 150 मिनट होता है तथा CTET को दो निर्धारित शिफ्ट में संपन्न किया जाता है।
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