Commerce subjects in Hindi: जानिए कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

2 minute read
Commerce subjects in Hindi

कॉमर्स अकाउंटेंसी, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, फाइनेंस, इकोनॉमिक्स, मार्केटिंग और ई-कॉमर्स सहित कई अन्य विषयों का मिलाजुला विस्तृत क्षेत्र है। इसलिए इसमें पढ़ाई और रोजगार के लिए पर्याप्त विकल्प उपलब्ध हैं। हर विषय की तरह कॉमर्स और उससे संबंधित विषयों की पढ़ाई के लिए भी कुछ अभिरुचियों का होना जरूरी होता है। क्या आप अपनी आगे की पढ़ाई कॉमर्स विषय में करना चाहते हैं? पर क्या आप जानते हैं कि Commerce subjects in Hindi में कौन-कौन से सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं? अगर नहीं जानते तो आज हम आपको हमारे इस ब्लॉग में बताएंगे कि Commerce subjects in Hindi क्या है। 

कॉमर्स क्या होता है? 

कॉमर्स का अर्थ होता है-‘व्यापार या व्यवसाय’। कॉमर्स स्ट्रीम को दसवीं पास करने के बाद चुना जाता है। आप में से कई सारे बच्चों की रुचि व्यवसाय में होती है यह उन सभी बच्चों के लिए एकदम सही करियर विकल्प साबित हो सकता है। इसमें आपको व्यवसाय के बारे में पढ़ाया जाता है जो विद्यार्थी अपना भविष्य बैंकिंग सेक्टर में देखते हैं या वे विद्यार्थी जिनकी गणित में पकड़ बहुत अच्छी है उन सभी के लिए यह एक बेहतरीन सब्जेक्ट है।

कॉमर्स में आपको क्या पढ़ना होता है?

कॉमर्स लेने के बाद आपको 11वीं और 12वीं में बिजनेस से जुड़े सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं जिसमें मुख्यतः व्यवसाय अध्ययन, अर्थशास्त्र, लेखा, अर्थशास्त्र और इंग्लिश शामिल हैं।

इन विषयों के अलावा, कुछ वैकल्पिक विषय, सूचना विज्ञान अभ्यास, गणित और शारीरिक शिक्षा शामिल हैं। इसके बाद आप 12th पास कर अपने कॉलेज की पढ़ाई के लिए आवेदन कर सकते हैं जिसमें आपको कई तरह के कोर्सेज करने को मिलते हैं। कुछ मुख्य कोर्सेज निम्नलिखित है जिनके बारे में आपको इस ब्लॉग Commerce subject in Hindi में बताया जा रहा हैं-

  1. CA- CA कोर्स को करने के लिए आपका 12th पास होना और कॉलेज से कुल 50℅ अंको से पास होना जरूरी है।
  2. B.Com in accounting- बीकॉम (बैचलर ऑफ कॉमर्स) 12th के बाद कॉलेज में लिया जाने वाला सबसे अधिक प्रसिद्ध कोर्सेज में से एक है,यह कोर्स 3 साल का होता है।
  3. BBA and LLB (bachelor of business administration और bachelor of law)- अगर आपने 50% अंकों के साथ 12वीं पास की है तो आप यह कोर्स कर सकते हैं| यह एक ग्रेजुएशन प्रशासनिक कानून प्रोफेशनल इंटीग्रेटेड कोर्स है जिसमें छात्रों को बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और लॉ का अध्ययन करवाया जाता हैं।
  4. BCA (bachelor of computer application)- अगर आपकी कंप्यूटर में रुचि है तो यह कोर्स आपके लिए उपयुक्त है। यह कोर्स कंप्यूटर साइंस में बीटेक/बीई के बराबर माना जाता है इस कोर्स को करने के लिए आपका 12वीं में 45% अंक होने जरुरी हैं।
  5. Bachelor of management studies- बिजनेस मैनेजमेंट में करियर चलने के लिए एक बैचलर डिग्री है। BMS और BBA, एमबीए में  मास्टर के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस कोर्स को किसी भी स्ट्रीम के स्टूडेंट कर सकते हैं लेकिन कॉमर्स स्टूडेंट के लिए ये एक आसान कोर्स है।
  6. CS- कंपनी सचिव,सीए के बाद छात्रों के बीच सबसे प्रसिद्ध व  पसंदीदा कोर्सेज में से एक है। इस कोर्स को करने के बाद आपके सामने नौकरी की कई संभावनाएं होती है। 

ज़रूर पढ़ें: 10th Commerce ke Baad Career

कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

Commerce subjects in Hindi में कौन-कौन से विषय होते हैं, इनके नाम इस प्रकार हैं:

  • एकाउंटेंसी (accountancy)
  • बिजनेस स्टडीज (business studies)
  • अर्थशास्त्र (economics)
  • अंग्रेज़ी (English)
  • गणित (mathematics)
  • इंफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस (informatics practices)
  • एंटरप्रेन्योरशिप (entrepreneurship)
  • फिजिकल एजुकेशन (physical education)

ज़रूर पढ़ें: Commerce Students के लिए 15 Highest Salary Jobs

कॉमर्स विषय कक्षा 11

कक्षा 11 के कॉमर्स विषय में दिए जाने वाले मुख्य विषय और ऑप्शनल सब्जेक्ट्स नीचे दिए गए जो आपको विषय चुनने में सहायता प्रदान करेंगें। 

मुख्य विषय

नीचे आपको main subjects के बारे में बताया जा रहा हैम जो कि इस प्रकार है। Commerce subjects in hindi में जानिए इनके बारे में।

  • लेखाकर्म (accountancy)
  • अर्थशास्त्र (economics)
  • बिजनेस स्टडीज (business studies
  • अंग्रेज़ी (English)

वैकल्पिक विषय

नीचे आपको वैकल्पिक विषय के बारे में बताया जा रहा है, जो कि इस प्रकार है:

  • गणित (maths)
  • सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practice)
  • कंप्यूटर विज्ञान (computer science)
  • गृह विज्ञान (home science)
  • शारीरिक शिक्षा (physical education)
  • मनोविज्ञान (psychology)
  • ललित कला (fine arts)
  • भाषा अध्ययन (Hindi, French, German)

वैकल्पिक विषय: ICSE कक्षा 11

  • बिजनेस स्टडीज (business studies)
  • कंप्यूटर की पढ़ाई (computer studies)
  • विधिक अध्ययन (legal Studies)
  • नागरिकशास्र (civics)
  • गणित (maths)

पश्चिम बंगाल बोर्ड कक्षा के तहत वैकल्पिक विषय 11

  • उद्यमिता (entrepreneurship) 
  • सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practices) 
  • बंगाल (Bengal)
  • वित्तीय बाजारों की नींव (foundations of financial markets)
  • म्युचुअल फंड (FMM विशेषज्ञता)

यूपी बोर्ड कक्षा के तहत वैकल्पिक विषय 11

  • अर्थशास्त्र और वाणिज्यिक भूगोल (economics and commercial geography)
  • बैंकिंग (banking)
  • औद्योगिक (Industrial)संगठन 
  • गणित और प्रारंभिक सांख्यिकी (mathematics and elementary statistics)
  • बीमा पॉलिसी (insurance policy)
  • खेल और शारीरिक शिक्षा (sports and physical education)
  • लेखा और लेखा परीक्षा (accounts and audit)
  • मार्केटिंग और सेल्समैनशिप (marketing and salesmanship)

बिहार बोर्ड कक्षा के तहत वैकल्पिक विषय 11

  • सूचना विज्ञान (Informatics) 
  • उद्यमिता (entrepreneurship) 
  • विधिक अध्ययन (legal studies) 
  • व्यावहारिक गणित (applied mathematics)

कक्षा 11 वाणिज्य पुस्तकें

नीचे आपको Commerce subjects in Hindi में कक्षा 11 वाणिज्य पुस्तकों के बारे में बताया जा रहा है, जहाँ से आप इन्हें खरीद भी सकते हैं।

कॉमर्स सब्जेक्ट कक्षा 12वीं

नीचे आपको कॉमर्स विषय के बारे में बताया जा रहा है, जो कि इस प्रकार है:

कक्षा 12 में वाणिज्य विषयों की सूचीप्रकार
लेखाकर्म (Accountancy) अनिवार्य
बिजनेस स्टडीज (business studies)अनिवार्य
अंग्रेज़ी (English)अनिवार्य
अर्थशास्त्र (economics)अनिवार्य
गणित (maths)ऐच्छिक
सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practice)ऐच्छिक
मनोविज्ञान (psychology)ऐच्छिक
शारीरिक शिक्षा (physical education)ऐच्छिक

बी कॉम विषय सूची

नीचे आपको बी कॉम विषय सूची के बारे में बताया जा रहा है, जो कि इस प्रकार है:

सेमेस्टर I

  • इंग्लिश एंड बिज़नेस कम्युनिकेशन
  • बिज़नेस इकोनॉमिक्स-I
  • कमर्शियल लॉ
  • इंटरडिसिप्लिनरी साइकोलॉजी फॉर मैनेजर
  • प्रिंसिपल्स ऑफ़ फाइनेंसियल एकाउंटिंग
  • मैनेजमेंट थ्योरी एंड प्रक्टिस

सेमेस्टर II

  • इंग्लिश एंड बिज़नेस कम्युनिकेशन
  • इंटरडिसिप्लिनरी इ-कॉमर्स
  • बिज़नेस इकोनॉमिक्स– II
  • कॉर्पोरेट एकाउंटिंग
  • बिज़नेस लॉ

सेमेस्टर III

  • इंटरडिसिप्लिनरी इश्यूज इन इंडियन कॉमर्स
  • कॉस्ट एकाउंटिंग
  • कंपनी लॉ
  • बिज़नेस मैथमेटिक्स एंड स्टेटिस्टिक्स
  • बैंकिंग एंड इन्शुरन्स
  • इनडायरेक्ट टैक्स लॉ

सेमेस्टर IV

  • इंटरडिसिप्लिनरी सिक्योरिटी एनालिसिस एंड पोर्टफोलियो मैनेजमेंट
  • इंटरडिसिप्लिनरी सिक्योरिटी एनालिसिस एंड पोर्टफोलियो मैनेजमेंट
  • इंटरडिसिप्लिनरी सिक्योरिटी एनालिसिस एंड पोर्टफोलियो मैनेजमेंट
  • कॉस्ट मैनेजमेंट
  • मार्केटिंग मैनेजमेंट
  • क्वांटिटेटिव टेक्निक्स एंड मेथड्स

सेमेस्टर V

  • इनकम टैक्स लॉ
  • मैनेजमेंट एकाउंटिंग
  • इंडियन इकॉनमी
  • प्रोडक्शन एंड ऑपरेशन्स मैनेजमेंट
  • एंट्रेप्रेन्योरशिप एंड स्मॉल बिज़नेस
  • फाइनेंसियल मार्केट्स एंड सर्विसेज

सेमेस्टर VI

  • डायरेक्ट टैक्स लॉ
  • फाइनेंसियल मैनेजमेंट
  • इश्यूज इन फाइनेंसियल रिपोर्टिंग
  • सोशल एंड बिज़नेस एथिक्स
  • ऑपरेशनल रिसर्च
  • सेक्टरल आस्पेक्ट्स ऑफ़ द इंडियन इकॉनमी

कॉमर्स के बाद जॉब्स

नीचे आपको कॉमर्स के बाद जॉब्स के बारे में बताया जा रहा है, जो कि इस प्रकार है:

  • चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए)
  • मार्केटिंग मैनेजर
  • इन्वेस्टमेंट बैंकर
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर
  • चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट
  • सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटेंट (सीपीए)
  • कॉस्ट एकाउंटेंट
  • बिजनेस एकाउंटेंट और कराधान
  • रिटेल मैनेजर
  • कंपनी सेक्रेटरी
  • परस्नल फाइनेंशियल एडवाईज़र
  • रिसर्च एनालिस्ट
  • एंटरप्रेन्योर
  • चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिस(सीईओ)

कॉमर्स में करियर

 क्या आपने भी यह सुना है कि कॉमर्स में कुछ लिमिटेड कॅरिअर विकल्प होते है लेकिन यह सच नहीं है,कॉमर्स में कई सारी जॉब आपशन के साथ अच्छा सैलरी पैकेज होता है।कॉमर्स लेने के बाद आप चार्टर्ड अकाउंटेंसी, कंपनी सेक्रेटरी, बिजनेस मैनेजमेंट, कॉस्ट अकाउंटेंसी आदि पदों पर कार्यरत हो सकते है|

  1. BCom (एकाउंटिंग और फाइनेंस)- यह 3 साल का डिग्री प्रोग्राम है जिसमें एकाउंट्स और फाइनेंस में करियर बनाने के कई अवसर मिलते है,इसमें बैंकिंग, अकाउंट, फाइनेंस, टैक्सेशन के 35 से ज्यादा विषय पढ़ाए जाते हैं। इसे करने के बाद आप चाहे तो किसी कंपनी में बतौर ट्रेनी अकाउंटेंट भी काम कर सकते हैं। 
  2. BCom (फाइनेंशियल मार्केट)- यह 3 वर्ष का डिग्री प्रोग्राम जिसमें आपको फाइनेंस, इंवेस्टमेंट, स्टॉक मार्केट, कैपिटल, mutual फंड्स के बारे में जानकारी दी जाती है, इस डिग्री प्रोग्राम को करने के बाद आप ट्रेनी एसोसिएट,  फाइनेंस ऑफिसर, फाइनेंस कंट्रोलर, फाइनेंस प्लानर, मनी मार्केट डीलर, इन्शुरन्स रिस्क मैनेजमेंट जॉब्स कर सकते है।
  3. BCom (बैंकिंग और इंश्योरेंस)- यह एक प्रोफेशनल और ऐकेडेमिक 3 वर्ष का डिग्री प्रोग्राम होता है, इस कोर्स को करने के बाद कई सारे जॉब ऑफर बाजार में मौजूद होते हैं इस डिग्री प्रोग्राम में बैंकिंग और इंश्योरेंस के साथ-साथ अकाउंटिंग, इंश्योरेंस रिस्क कवर जैसे विषयों की जानकारी दी जाती है इस डिग्री को करने के बाद आप एमबीए,एम.कॉम जैसी हायर एजुकेशन कोर्सेज कर सकते हैं जिनका पैकेज लाखों में होता है। 
  4. कॉस्ट और वर्क अकाउंट- यह सीए से मिलता-जुलता कोर्स है जिसे द इंस्टिट्यूट ऑफ़ कॉस्ट एंड वर्क्स एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया द्वारा कराया जाता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्रों को कॉस्ट अकाउंटेंट और इससे जुड़े कई पदों पर काम करने का मौका मिलता है।  अगर आप सरकारी नौकरी करना चाहते हैं तो आपको द इंस्टिट्यूट ऑफ़ कॉस्ट एंड वर्क्स एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया में आवेदन करना होगा,जिसकी प्रवेश परीक्षा हर साल जून और दिसंबर में होती है।

FAQs

कॉमर्स में कितने विषय होते हैं?

कॉमर्स में  8 सब्जेक्ट होते हैं । 

कॉमर्स में कौन से कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

एकाउंटेंसी (Accountancy)
बिजनेस स्टडीज (Business Studies)
अर्थशास्त्र (इकोनॉमिक्स)
अंग्रेज़ी (English)
गणित (Mathematics)
इंफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस (Informatics Practices)
एंटरप्रेन्योरशिप (Entrepreneurship)
फिजिकल एजुकेशन (Physical Education)

कॉमर्स को हिंदी में क्या बोलते हैं?

वाणिज्य

कॉमर्स पढ़ने से क्या बनते हैं?

चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए) 
कंपनी सचिव (सीएस) 
बीकॉम इन अकाउंटिंग एंड कॉमर्स
बीबीए एलएलबी (BBA LLB) 
बीसीए (आईटी एंड सॉफ्टवेयर) 
बीबीए / बीएमएस

बैंकिंग के लिए 12 वीं कॉमर्स के बाद क्या करना है?

ग्रेजुएशन के बाद आप बैंकिंग में पोस्ट ग्रेजुएट मे डिप्लोमा कर सकते है और इसके अलावा आप एमबीए फाइनेंस एंड बैंकिंग या टॉप एमबीए कॉलेज से बैंकिंग में MBA कर सकते हैं। इसके अलावा प्रोफेशनल कोर्स भी होते है जो आप कर सकते हो जो है- CA, CM, CS, LLB इसे करने के बाद भी आप बैंकिंग लाइन में जा सकते हैं। 

उम्मीद है आपको हमारा यह ब्लॉग Commerce Subjects in Hindi पसंद आया होगा। यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।  

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*

14 comments
    1. चन्द्रिका जी, LLB करने के लिए आप 11वीं में कॉमर्स ले सकते हैं।

    1. आपका आभार, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।

  1. Kya commerce me math easy hote Hai. jisko math me interest per use math thik thak aate ho.ese student ke liye commerce subject right 👍Hai ya Rong 👎.{please reply to my question}

    1. दोनों के लिए अलग-अलग कोर्सेज होते हैं। ऐसे ही आप हमारे ब्लॉग्स पढ़ते रहिए।

    2. दोनों के लिए अलग-अलग कोर्सेज होते हैं। ऐसे ही आप हमारे ब्लॉग्स पढ़ते रहिए।

    1. Kya 10th main second division aane se aur math main 50%week ho to kya vo commerce subject le sakta hai

      1. गोकुल जी, आप बिलकुल कॉमर्स विषय ले सकते हैं।

    1. दोनों के लिए अलग-अलग कोर्सेज होते हैं। ऐसे ही आप हमारे ब्लॉग्स पढ़ते रहिए।

    2. दोनों के लिए अलग-अलग कोर्सेज होते हैं। ऐसे ही आप हमारे ब्लॉग्स पढ़ते रहिए।

    1. Kya 10th main second division aane se aur math main 50%week ho to kya vo commerce subject le sakta hai

      1. गोकुल जी, आप बिलकुल कॉमर्स विषय ले सकते हैं।