बचपन की बात करते ही कुछ चीज़ें होती हैं जो हमेशा हमारे ज़हन में आती है। फिर चाहे वो हमारा साइकिल चलाने का पहला दिन रहा हो या दोस्तों के साथ हर शाम अपनी फेवरेट गेम खेलना। यादें कुछ ऐसे हमारे सामने आ जाती है जैसे अभी कल की ही बात हो। आज के इस ब्लॉग में हम कुछ ऐसी ही चीज़ के बारे में बात करने वाले है। एक चीज़ जिसने उन दिनों को ख़ास बनाने में अपना ख़ास योगदान दिया है। वीडियो गेम्स। बचपन से आपने नोटिस किया होगा कि कैसे इस इंडस्ट्री ने रातो रात इतना फेम और पॉप्युलैरिटी कमाया है। इस इंडस्ट्री की ग्रोथ के चलते दुनिया की काफी सारी यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेस ने इसे करियर बनाने के इरादे से गेमिंग डिजाइनिंग और प्रोग्रामिंग में कोर्सेज के ऑप्शंस को खोला है। इस ब्लॉग के ज़रिए आप उन्ही कोर्सेज में से एक कोर्स बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के बारे में विस्तार से जानेंगे। आइए आगे बढ़ते हैं।
फुल फॉर्म | बैचलर ऑफ़ साइंस इन गेम्स प्रोग्रामिंग |
अवधि | तीन साल |
एंट्रेंस एग्जाम | TNEA, CUET, MET, UCEED, GRE, SAT आदि |
टॉप रिक्रूटर्स | Tencent Games, Sony Computer Entertainment, Microsoft Xbox आदि। |
This Blog Includes:
- बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग क्या है?
- बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग क्यों करें?
- बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए अनिवार्य स्किल्स
- विदेश में बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
- भारत में बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
- योग्यताएं
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए प्रवेश परीक्षाएं
- करियर स्कोप
- जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
- FAQs
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग क्या है?
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग तीन साल का ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स है जो आप अपनी बारहवीं के बाद परस्यु कर सकते हैं। हालांकि इस जितना आप नाम से समझ पा रहे होंगे, इस कोर्स में मुख्य रूप से गेम्स डिजाइनिंग और उससे जुड़ी टेक्निकैलिटी को महत्वता दी जाती है। इस कोर्स में आप अपनी प्रोग्रामिंग स्किल्स पर और कंप्यूटर से जुड़े बाकी टेक्निकल आस्पेक्ट्स पर काम करना सीखते हैं। इस कोर्स में एडमिशन लेने से पहले अगर आपको प्रोग्रामिंग का ज्ञान नहीं भी है तब भी आप इस कोर्स में अपना करियर बनाने में सक्षम हैं। कोर्स के पहले दिन से ही आप अपनी क्रिएटिविटी में बढ़ोतरी, टेक्निकल प्रोग्रामिंग स्किल्स में बदलाव और सॉफ्टवेयरस पर पकड़ महसूस कर पाएंगे।
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग क्यों करें?
वीडियो गेम्स के लिए लगाव आपको वीडियो गेम्स में करियर बनाने के लिए एक्ससाइटेड कर सकता है। लेकिन गेमिंग में मौजूद बाकी सभी कोर्सेज की लिस्ट में से आप बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग को ही क्यों चुनें यह जानना भी आपके लिए आवश्यक है। तो आइए जानते हैं बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग करने के फायदों के बारे में इन पॉइंटर्स के माध्यम से।
- गेमिंग इंडस्ट्री में बढ़ती डिमांड इस करियर ऑप्शन को ख़ास बनाती है। फिर चाहे वो वीडियो गेम डेवेलपर्स हों, डिज़ाइनरस हों या प्रोग्रामर्स। इस करियर को चुनना आपके लिए फायदा का सौदा ही साबित होगा।
- इस कोर्स में आप गेमिंग प्रोग्रामिंग की टेक्निकल स्किल्स, प्रोग्रामिंग के लिए आवश्यक मल्टीपल लैंग्वेजेस, इंडस्ट्री स्टैंडर्ड टूल्स, ग्राफ़िक प्रोग्रामिंग, गेम्स के लिए महत्वपूर्ण फिजिक्स सीखते हैं।
- इस कोर्स का सिलेबस और शेड्यूल कुछ इस प्रकार से स्ट्रक्चर्ड है की आप इसमें प्रोफेशनली काम करने की प्रैक्टिस भी डेवेलप करते हैं जिसमें डिज़ाइन डॉक्युमेंटेशन, टेस्टिंग साइकल्स इशू ट्रैकिंग आदि शामिल हैं।
- अगर आपने ध्यान दिया हो तो आप जान पाएंगे कि कुछ साल पहले तक वीडियो गेम्स का दायरा कुछ मेचिंस तक सिमित था जो बाद में कंप्यूटर्स और अब स्मार्ट फ़ोन्स में भी उपलब्ध है। इस कोर्स के माध्यम से आप इस टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट की नॉलेज के साथ प्रोग्रामिंग सीखते है जो आपको वक़्त से साथ चलना और आगे तरक्की की सीढ़ी चढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
- बैचलर इस साइंस में आने वाली स्पेशलाइज़ेशन का हिस्सा होने के कारण इस डिग्री को रिक्रूटर्स द्वारा प्रेफरेंस मिलती है। एक आर्टिस्टिक फील्ड होने के कारण आपके काम करने का तरीका सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। जिसको मद्दे नज़र रखते हुए आपको अपने सीखने की कला को सबसे ज़्यादा एहमियत देने की ज़रूरत होगी।
- उन्नत्ति की और बढ़ती इस इंडस्ट्री में डिग्री होना आपको भविष्य में मिलने वाली कई बेहतरीन विकल्पों के लिए तैयार करता है। बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग में डिग्री के साथ आप बेहतर करियर स्कोप के साथ बेहतर सैलरी पैकेज पाने के हकदार होते हैं।
- इसके साथ साथ आपको क्रिएटिव तरह से सोचने और आउट ऑफ़ द बॉक्स सोचने के लिए प्रेरित किया जाता है। क्योंकि अगर हम बात करें समय दर समय बढ़ती इंडस्ट्रीज की तो ये कॉम्पिटिशन भी बढ़ाता है। कॉम्पिटिशन में बढ़ोतरी आपके हटके सोचने के तरीके से ही आपको भीड़ से अलग बना सकती है।
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए अनिवार्य स्किल्स
हर आर्टिस्टिक फील्ड एक प्रकार की स्किल और स्किल्स की डिमांड करती है। जैसे एक सिंगर बनने के लिए आपको म्यूज़िक की बेसिक समझ होना अनिवार्य है तभी आप सीखने योग्य माने जाते हैं। वैसे ही एक गेमिंग प्रोग्रामर बनने के लिए भी कुछ स्किल्स की आवश्यकता होती है। बेसिक स्किल्स का वर्णन नीचे किया गया है :-
- गेम्स के प्रति पैशन :- जब बात आती है उन फ़ील्ड्स की जिसमें क्रिएटिविटी और आर्ट का समावेश शामिल होता है। वहां आपका अपने काम को लेकर पैशनेट होना बहुत ज़रूरी हो जाता है। जब आप ऐसा काम करते है जिसमें आपको अपना सौ प्रतिशत देना ही होगा वहां आपके भीतर का हर सैल उसके प्रति इंटरेस्टेड ना हो तो वो आउटपुट कभी नहीं आएगा जो आना चाहिए। इस टर्म में भी गेम्स को लेकर आपका पैशनेट होना आपकी प्लस प्लस स्किल में गिना जाता है क्योंकि तभी आप उस रुझान से काम करने के योग्य माने जाते हैं।
- टाइम मैनेजमेंट स्किल्स :- गेम्स की प्रोग्रामिंग हो या डिजाइनिंग आप एक डेवलपर कहलाते हैं। किसी भी चीज़ को डेवेलप करने में जिस प्रकार की एनर्जी और समय की आवश्यकता है वो आप समझ सकते हैं। स्क्रैच से लेकर हर स्टेप को बारीकी से करने में समय लगता है जिसके लिए आपको टाइम मैनेजमेंट की स्किल में पक्का होना काफी ज़रूरी है।
- क्रिएटिव माइंड :- जब बात आती है एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की या उन चीज़ों की जिसकी शुरुआती स्टेज आपके हाथ में है तो आपका एक नए ढंग से सोचना अति आवश्यक हो जाता है। दुनिया में जिस भी चीज़ ने कभी तरक्की पायी है तो उसका मूलभूत कारण हमेशा उसका नया पन रहा है। और एक चीज़ जब नए आईडिया के साथ मार्किट में उतरती है उसे वाह वाही मिलना तय है। तो इस स्किल का होना आपके लिए आवश्यक है।
- प्रॉब्लम सॉल्विंग एप्टीट्यूड :- जैसा की इस क्षेत्र में आप नए आईडिया के साथ नई चीज़ को बनाने और प्लान करने के बारे में प्रोसेस करते हैं। यह चीज़ आपको आपके सामने आने वाली दिक्कतों से भी आपको वाकिफ कराता है। जिसके लिए प्रॉब्लम सॉल्विंग एप्टीट्यूड जैसी स्किल्स का होना आवश्यक है।
- आईटी स्किल्स :- वैसे तो आपको बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग से पहले कोडिंग का ज्ञान होना आवश्य नहीं है लेकिन यह कोर्स आपकी आईटी स्किल्स के होने से आपके सीखने की स्पीड और कला दोनों को एनहान्स करता है। जो कोर्स के दौरान मिलने वाली टास्कस में आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
विदेश में बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
विदेश की यूनिवर्सिटी से पढ़ाई न सिर्फ आपको बेहतर एक्सपोज़र देती है बल्कि आपकी भविष्य में मिलने वाले जॉब के ऑप्शंस को बढ़ा देती है। क्रिएटिव थिंकिंग को इम्प्रूव करती है और क्वालिटी एजुकेशन बढ़ती है। विदेश की ये यूनिवर्सिटीज बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटीज मानी गई है :
- मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो
- द आर्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ कैलिफोर्निया
- मीडिया डिज़ाइन स्कूल, ऑकलैंड
- न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी
- स्टेफोर्डशायर यूनिवर्सिटी
- टफ्ट्स यूनिवर्सिटी
- डिजिपेन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- द यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्वींसलैंड
- सोलेंट यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ उटाह
- स्वानह कॉलेज ऑफ़ आर्ट एंड डिज़ाइन
- एबर्टी यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यू मेक्सिको
- बेकर कॉलेज
- रॉकेस्टर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
भारत में बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
बीएससी गेम्स के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट निम्नलिखित है :-
- माया अकैडमी ऑफ़ एडवांस्ड सिनेमेटिक (MAAC), मुंबई
- IIFA मल्टीमीडिया
- ग्लोबल स्कूल ऑफ़ एनीमेशन एंड गेम्स, न्यू दिल्ली
- ICAT डिज़ाइन एंड मीडिया कॉलेज
- अकैडमी ऑफ़ एनीमेशन एंड गेमिंग, नॉएडा
- एरीना एनीमेशन
- iPixio एनीमेशन कॉलेज, बैंगलोर
- भारती विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, पुणे
- ज़ी इंस्टिट्यूट ऑफ़ क्रिएटिव आर्ट्स, बैंगलोर
योग्यताएं
यदि आप इस क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा।
- डिप्लोमा या बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो।
- डिप्लोमा और बैचलर डिग्री के लिए आपको किसी पर्टिकुलर स्ट्रीम से होना आवश्यक नहीं है।
- PG डिप्लोमा या मास्टर डिग्री प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रथम श्रेणी के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
- विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुनें हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- अधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉप
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए प्रवेश परीक्षाएं
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए प्रवेश परीक्षाएं नीचे दी गई है :-
- TNEA
- CUET
- MET
- UCEED
- NID
- NIFT
- MITID DAT
- UPES DAT
- WWI
- MRNAT
- JET
- D-ART
- GRE
- SAT
- ACT
करियर स्कोप
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के बाद आप अगर आप मास्टर्स करने का प्लान करते हैं तो आप गेमिंग के क्षेत्र में ही किसी भी सूटेबल कोर्स को चुनकर अपनी फील्ड में बेहतर एजुकेशन पा सकते हैं। मास्टर्स ऑफ़ साइंस गेम प्रोग्रामिंग बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के बाद करने के लिए एक बेहतर ऑप्शन है। लेकिन अगर आप बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के बाद नौकरी का विकल्प चुनते हैं तो आपको बहुत सी गेमिंग कंपनीज की तरफ से नौकरी के ऑप्शंस मिल सकते हैं जिसमें आप काफी अच्छा पैकेज ले सकते हैं।
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के बाद टॉप रिक्रूटर्स
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग में डिग्री पाए कैंडिडेट को निम्नलिखित कंपनिया नौकरी देने में सक्षम है :-
- Tencent Games – Fortnite, PlayerUnknown’s Battlegrounds
- Sony Computer Entertainment – Air Combat, The Last of Us
- Microsoft Xbox – Halo, Minecraft
- Nintendo Company – Mario, Pokémon
- Electronic Arts – FIFA, Need for Speed
- Activision Blizzard – Call of duty, Overwatch
- Valve Corporation – Counter-strike, Half-Life
- Rockstar Games – Grand Theft Auto, Max Payne
- Sega Games Company – Sonic the Hedgehog, Virtua Fighter
- Bandai Namco Entertainment – Tekken, Dragon Ball
- Gameloft – Asphalt, Modern Combat
- King – Candy Crush Saga, Bubble Witch Saga
- Ubisoft – Assassin’s Creed, Prince of Persia
जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के बाद गेमिंग इंडस्ट्री में आप आराम से INR 1,76,000 से INR 20,00,000 सालाना कमा सकते हैं। बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के बाद मिलने वाले जॉब ऑप्शंस निम्नलिखित हैं:
- एक्सपीरियंस डिज़ाइनर
- गेमप्ले प्रोग्रामर
- गेम डिज़ाइनर
- लेवल स्क्रिप्टेर
- लेवल डिज़ाइनर
- टूल्स प्रोग्रामर
- एनिमेटर
- सिनेमेटिक करैक्टर
- फ्रीलान्स गेम डेवलपर
- कंटेंट डेवलपर
- गेम मॉडलर एंड टेक्सटरिंग आर्टिस्ट
- इंटरफ़ेस आर्टिस्ट
- गेम टेस्टर
- विज्युलाइज़र
- स्क्रिप्ट राइटर
- आर्ट डिज़ाइनर
FAQs
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग के लिए प्रवेश परीक्षाएं TNEA, CUET, MET, UCEED, NID, NIFT, MITID DAT, UPES DAT, WWI, MRNAT, JET, D-ART आदि हैं।
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग में डिग्री पाए कैंडिडेट को निम्नलिखित कंपनिया नौकरी देने में सक्षम है :
1. Tencent Games – Fortnite, PlayerUnknown’s Battlegrounds
2. Sony Computer Entertainment – Air Combat, The Last of Us
3. Microsoft Xbox – Halo, Minecraft
4. Nintendo Company – Mario, Pokémon
5. Electronic Arts – FIFA, Need for Speed
बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग में टॉप जॉब प्रोफाइल्स निम्नलिखित हैं :
1. एक्सपीरियंस डिज़ाईनर
2. गेमप्ले प्रोग्रामर
3. गेम डिज़ाइनर
4. लेवल स्क्रिप्टेर
5. लेवल डिज़ाइनर
हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग कैसे करें अगर आप विदेश में बीएससी गेम्स प्रोग्रामिंग करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800572000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।