BPT Course Details in Hindi: भारत में कोई भी स्टूडेंट जो दसवीं के बाद साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी के साथ बाहरवीं पास करता है, वह डॉक्टर बनने के ही सपना देखता है। लेकिन हर किसी स्टूडेंट का एमबीबीएस करने का सपना पूरा नहीं हो पाता है। मगर ऐसे स्टूडेंट्स को निराश होने की ज़रूरत नहीं है। ऐसे स्टूडेंट्स चाहें तो BPT कोर्स में एडमिशन लेकर भी अपना मेडिकल लाइन में जाने का सपना पूरा कर सकते हैं। इस ब्लॉग आप बीपीटी कोर्स (BPT Course Details in Hindi) के बारे में आपको विस्तार से जानने का अवसर मिलेगा। यह जानकारी आपको इस कोर्स के फायदों के बारे में भी बताएगी, जिससे आप इस कोर्स की ओर आकर्षित हो पाएंगे।
कोर्स | BPT |
फुल फॉर्म | बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी |
फील्ड | मेडिकल |
डिग्री | बैचलर डिग्री |
कोर्स की अवधि | 4 साल |
न्यूनतम योग्यता | बायोलॉजी के साथ साइंस स्ट्रीम से बारहवीं |
This Blog Includes:
- BPT कोर्स क्या है?
- BPT कोर्स क्यों करें?
- BPT कोर्स के फायदे
- BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक स्किल्स
- BPT कोर्स का सिलेबस
- BPT कोर्स कराने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज़
- BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक योग्यताएं
- BPT के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
- BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- BPT के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाएं
- BPT के लिए बेस्ट बुक्स के नाम
- BPT के बाद करियर स्कोप
- BPT के बाद जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
- FAQs
BPT कोर्स क्या है?
BPT एक मेडिकल कोर्स है जिसमें फिजियोथेरेपी के बारे में विस्तार से सिखाया और पढ़ाया जाता है। यह एक बैचलर डिग्री होती है। इसका संबंध ह्यूमन बॉडी मूवमेंट से होता है। इसमें सिखाया जाता है कि बॉडी मूवमेंट से जुड़ी परेशानियों को कैसे ठीक किया जाता है। मूवमेंट से जुड़ी परेशानियों का अर्थ है कि ऐसी दिक्कतें जिनमें व्यक्ति को चलने फिरने में दर्द महसूस होता हो। बीपीटी कोर्स में ऐसी तकनीकें सिखाई जाती हैं जिनके द्वारा व्यक्ति को बिना किसी दवाई या गोली के केवल एक्सरसाइज़ के द्वारा ही ठीक किया जा सके। BPT कुल चार साल का कोर्स होता है, जिसमें कुल 8 सेमेस्टर होते हैं।
BPT कोर्स क्यों करें?
BPT Course Details in Hindi क्यों करना चाहिए, यह नीचे बताया गया है-
- अगर आप डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन किसी वजह से आप एमबीबीएस में एडमिशन नहीं ले पाए थे तो आपको BPT कोर्स ज़रूर करना चाहिए।
- इस कोर्स को करने के बाद सैलरी लगभग एक एमबीबीएस डॉक्टर के बराबर ही होती है।
- एक फिजियोथेरेपिस्ट को समाज में एक एमबीबीएस डॉक्टर के बराबर ही इज्ज़त दी जाती है।
- बीपीटी कोर्स करने के बाद आप चाहे तो प्राइवेट जॉब के साथ साथ सरकारी जॉब के लिए भी अप्लाई सकते हैं।
- WHO के मुताबिक इस समय भारत में 5,000 सर्टिफाइड फ़िज़ियोथेरेपिस्ट हैं। अत: इस क्षेत्र में अभी करियर के लिए बहुत संभावनाएं हैं।
BPT कोर्स के फायदे
BPT कोर्स के फायदे कुछ इस प्रकार है, जो आपको इस कोर्स को करने के लिए प्रेरित करेंगे –
- आजकल फिजियोथेरेपी की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिसके लिए ये कोर्स लाभकारी होता है।
- मरीजों के दर्द और तकलीफ को कम करने में योगदान देने अथवा रोगियों की मदद करने का भाव रखने वाले छात्रों के लिए भी यह कोर्स फायदेमंद होता है।
- इस कोर्स को करने के बाद आपके जीवन में आर्थिक स्थिरता बढ़ती है, आसान भाषा में समझें तो फिजियोथेरेपिस्ट को अच्छी सैलरी मिलती है। इसके लिए यह कोर्स फायदेमंद रहता है।
- इस कोर्स को करने के बाद आप अपने क्लिनिक खोलने के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं।
BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक स्किल्स
BPT Course Details in Hindi करने के लिए निम्नलिखित स्किल्स ज़रूरी हैं-
- विज्ञान के ज्ञान: फिजियोथेरेपी एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काम करती है। फिजियोथेरेपिस्ट को शारीरिक विज्ञान, रोग विज्ञान, उपचार विज्ञान और चिकित्सा विज्ञान में मास्टर होना चाहिए।
- कम्युनिकेशन स्किल्स: फिजियोथेरेपिस्ट को अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स होना चाहिए ताकि वे अपने रोगियों या उनके परिजनों को ठीक से समझा सकें और अपने उपचार की जानकारी सही ढंग से साझा कर सकें।
- शारीरिक कुशलता: फिजियोथेरेपी उपचार शारीरिक कुशलता पर निर्भर करता है। फिजियोथेरेपिस्ट को शारीरिक एवं चिकित्सा कुशलता का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
- समस्याओं के लिए समाधान ढूंढना: फिजियोथेरेपिस्ट को अपने रोगियों की समस्याओं के लिए समाधान ढूंढने में महारत होनी चाहिए।
- समर्थन देना: फिजियोथेरेपिस्ट को उनके रोगियों के द्वारा प्रदर्शित किए गए शारीरिक शक्ति एवं उत्साह को बढ़ावा देना चाहिए। वे अपने रोगियों को प्रोत्साहित करने और उनके साथ एक सही समय बिताने में महारत होनी चाहिए।
- टीम वर्किंग: फिजियोथेरेपी उपचार में एक टीम वर्क बहुत महत्वपूर्ण होता है। फिजियोथेरेपिस्ट को अन्य स्वास्थ्य के पेशेवरों के साथ अच्छी तरह समझौता करना चाहिए ताकि वे अपने रोगियों को एक समूही दृष्टिकोण से उपचार दे सकें।
- तत्परता: फिजियोथेरेपी उपचार धीमे और स्थिर होते हैं। फिजियोथेरेपिस्ट को अपने उपचार में धैर्य रखना चाहिए और उन्हें संवेदनशीलता से निभाना चाहिए।
- नैतिकता: फिजियोथेरेपी उपचार अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं और फिजियोथेरेपिस्ट को उन्हें नैतिक दृष्टिकोण से देखना चाहिए। उन्हें उनके रोगियों के साथ संवेदनशीलता से काम करना चाहिए और उन्हें उचित सलाह देनी चाहिए I
BPT कोर्स का सिलेबस
बीपीटी कोर्स (BPT Course Details in Hindi) का सिलेबस निम्नलिखित विषयों के साथ ही पूरा माना जाता है, जिसकी जानकारी निम्नलिखित है:-
- Anatomy and Physiology
- Exercise Therapy
- Electrotherapy
- Biomechanics
- Pathology
- Pharmacology
- Research Methodology and Biostatistics
- Community-Based Rehabilitation
- Musculoskeletal System Disorders
- Neurological System Disorders
- Cardiopulmonary System Disorders
- Rehabilitation Techniques
- Clinical Practice Guidelines and Procedures
BPT कोर्स कराने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज़
BPT कोर्स कराने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज़ की जानकारी निम्नलिखित है, जिसमें दुनिया और भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ के बारे में बताया गया है –
बीपीटी कोर्स के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़
- टोरंटो यूनिवर्सिटी
- साउथहैम्प्टन यूनिवर्सिटी
- ओटागो यूनिवर्सिटी
- क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी
- मैक्गिल यूनिवर्सिटी
- सिडनी यूनिवर्सिटी
- पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी
- किंग्स कॉलेज लंदन
- कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी
बीपीटी कोर्स के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज
- श्री रामचन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, चेन्नई
- जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मंगलोर
- क्रिश्चन मेडिकल कॉलेज, लुधियाना
- एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेकनोलॉजी, चेन्नई
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी,चंडीगढ़
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, चिदम्बरम
- डॉ. डी वाई पाटिल विद्यापीठ,पुणे
BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक योग्यताएं
BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक योग्यताएं निम्नलिखित हैं:
- BPT कोर्स करने के लिए आपके पास निम्नलिखित योग्यता होनी ज़रूरी है :
- BPT कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपके बाराहवीं में कम से कम 50% मार्क्स होने ज़रूरी हैं।
- बारहवीं में साइंस स्ट्रीम के साथ बायोलॉजी विषय होना ज़रूरी है।
- बारहवीं में इंगलिश सबजेक्ट ज़रूर होना चाहिए।
- विदेश में इस कोर्स को करने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL के अंक अनिवार्य हैं।
BPT के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
BPT का कोर्स करने लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित आवेदन प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है। इस आवेदन प्रक्रिया में भारतीय यूनिवर्सिटीज और विदेशी यूनिवर्सिटीज में आवेदन प्रक्रिया की जानकारी निम्नलिखित है:-
भारतीय यूनिवर्सिटीज में आवेदन की प्रक्रिया
- जब आप आवेदन पत्र डाउनलोड कर लेते हैं, तो आपको उसमें अपनी जानकारी भरनी होगी, जिसमें आपका नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, पता, शैक्षणिक विवरण और अन्य जानकारी शामिल होगी। आवेदन पत्र में आपको भी आपके शैक्षणिक योग्यता के आधार पर अपनी उपस्थिति के लिए जाँच के लिए संबंधित दस्तावेजों को संलग्न करने की जरूरत होगी।
- BPT प्रोग्राम के लिए एनरोल कर रहे कैंडिडेट का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना आवश्यक है। कुछ युनिवर्सिटीज़ मेरिट बेस यानी आपकी बारहवीं के एग्ज़ाम में आये मार्क्स को ध्यान में रखकर भी एडमिशन स्वीकार करते हैं जिसे कट ऑफ के अनुसार एडमिशन कहा जाता है।
- कई युनिवर्सिटीस आपके एंट्रेंस एग्ज़ाम रिज़ल्ट अनुसार डायरेक्ट एडमिशन भी देतीं हैं जबकि कुछ उसके बाद भी एडिशनल चीज़ों के मुताबिक़ सेलेक्शन किया करतीं हैं जिसमें ज़्यादातर ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू शामिल होतें हैं।
- रिजल्ट आने के बाद,काउंसिलिंग के लिए रजिस्टर करें और प्रोसेस फॉलो करें।
- अपने चुनें गए कॉलेज और कोर्स को काउंसिलिंग में सेलेक्ट करें।
- रजिस्टर करें और दस्तावेज़ जमा कराएं।
विदेशी यूनिवर्सिटीज में आवेदन की प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में आवेदन करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपनी आवेदन प्रक्रिया का ख़ास ध्यान रखना होगा, नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान से पढ़ें:-
- कोर्सेज़ और युनिवर्सिटीज़ को शॉर्टलिस्ट करें: आवेदन प्रक्रिया में पहला स्टेप आपके शैक्षणिक प्रोफ़ाइल के अनुसार कोर्सेज़ और युनिवर्सिटीज़ को शॉर्टलिस्ट करना है। छात्र AI Course Finder के माध्यम से कोर्स और युनिवर्सिटी को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं और उन युनिवर्सिटीज़ की एक लिस्ट तैयार कर सकते हैं, जहां उन्हें अप्लाई करना सही लगता है।
- अपनी समय सीमा जानें: अगला कदम विदेश में उन युनिवर्सिटीज़ और कॉलेजों की समय सीमा जानना है, जिनमें आप आवेदन करने का सोच रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को आवेदन प्रक्रिया के लिए काफी पहले (वास्तविक समय सीमा से एक वर्ष से 6 महीने पहले) ध्यान देना होता है। यह सुनिश्चित करता है कि छात्र कॉलेज की सभी आवश्यकताओं जैसे SOP, सिफारिश के पत्र, फंडिंग / स्कालरशिप का विकल्प और आवास को पूरा कर सकते हैं।
- प्रवेश परीक्षा लें: विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया के तीसरे स्टेप मे छात्रों को IELTS, TOEFL, PTE और यूनिवर्सिटी क्लिनिकल एप्टीट्यूड टेस्ट (UCAT) जैसे टेस्ट देने होते हैं। इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट में एक नया Duolingo टेस्ट है जो छात्रों को अपने घरों से परीक्षा में बैठने की अनुमति देता है और दुनिया भर में स्वीकार किया जाता है।
- अपने दस्तावेज़ कंप्लीट करें: अगला कदम आवेदन प्रक्रिया के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज़ो और स्कोर को पूरा करके एक जगह पर संभल लें। इसका मतलब है कि छात्रों को अपना SOP लिखना शुरू कर देना चाहिए, शिक्षकों और सुपरवाइज़र्स से सिफारिश के पत्र प्राप्त करना चाहिए और अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स को अन्य दस्तावेज़ों जैसे टेस्ट स्कोरकार्ड के साथ सिस्टेमैटिक तरह से रखलें। COVID-19 महामारी के साथ, छात्रों को अपना वैक्सीन प्रमाणपत्र डाउनलोड करना होगा।
- अपने आवेदन करने की प्रक्रिया प्रारंभ करें: एक बार जब आपके पास सभी दस्तावेज़ मौजूद हों, तो छात्र सीधे या UCAS के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। विदेश की युनिवर्सिटीज़ में आवेदन करने वाले छात्र जो सीधे आवेदन स्वीकार करते हैं, वे युनिवर्सिटी वेबसाइट के माध्यम से आवेदन करके शुरू कर सकते हैं। उन्हें कोर्सेज़ का चयन करना होगा, आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करनी होगी।
BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
BPT कोर्स में अप्लाई करने के लिए छात्र को नीचे दिए गए दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी-
- 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण की मार्कशीट।
- ग्रेजुएशन उत्तीर्ण की मार्कशीट।
- भरा गया ऍप्लिकेशन फॉर्म।
- कॉलेज छोड़ने का सर्टिफिकेट।
- हेल्थ सेक्टर में डिप्लोमा या वर्क एक्सपीरियंस की कॉपी।
- भारतीय नागरिकता का प्रमाण जिसमें जन्म पत्री या पासपोर्ट हो सकता है।
- किसी मान्यता प्राप्त डॉक्टर द्वारा दिया गया ‘फिज़िकल फिटनेस सर्टिफिकेट’
- विदेश में पड़ने के लिए जाने वाले छात्र का पासपोर्ट और वीज़ा।
- कैंडिडेट की 5 पासपोर्ट साइज़ फोटो।
- लैंग्वेज टेस्ट स्कोर शीट IELTS, TOEFL आदि।
- Statement of Purpose (SOP) जमा कराएं।
- Letters of Recommendation (LORs). जमा कराएं।
BPT के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाएं
BPT कोर्स में एडमिशन के लिए निम्नलिखित प्रवेश परीक्षाएं दी जाती हैं, जिनकी जानकारी कुछ इस प्रकार है-
- NEET (National Eligibility cum Entrance Test): NEET परीक्षा भारत में चिकित्सा में प्रवेश के लिए सबसे प्रसिद्ध परीक्षा है। NEET UG द्वारा, छात्रों को बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT) के लिए प्रवेश लेने के लिए योग्यता प्राप्त करनी होती है।
- AIIMS BPT Entrance Exam: इस परीक्षा को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) द्वारा आयोजित किया जाता है। AIIMS BPT प्रवेश परीक्षा के माध्यम से, छात्रों को एम्स में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के लिए प्रवेश के लिए योग्यता प्राप्त करनी होती है।
- JIPMER BPT Entrance Exam: जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) द्वारा आयोजित किया जाता है। JIPMER BPT प्रवेश परीक्षा के माध्यम से, छात्रों को JIPMER में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के लिए प्रवेश के लिए योग्यता प्राप्त करें।
BPT के लिए बेस्ट बुक्स के नाम
BPT कोर्स के लिए बेस्ट बुक्स इस प्रकार हैं:
बुक का नाम | लेखक/प्रकाशक का नाम | यहाँ से खरीदें |
“Physics for Joint Entrance Examination JEE (Advanced): Electrostatics and Current Electricity | B.M. Sharma | यहाँ से खरीदें |
Objective Physics for NEET 2021 | DC Pandey | यहाँ से खरीदें |
Biology for NEET/AIIMS/JIPMER/AMU Medical College | Bhatia, Ali and Aggarwal | यहाँ से खरीदें |
Objective Biology for NEET 2021 | R.K. Pillai | यहाँ से खरीदें |
Objective Chemistry for NEET 2021 | R.K. Gupta | यहाँ से खरीदें |
Complete NEET Guide Physics, Chemistry & Biology | MTG Editorial Board | यहाँ से खरीदें |
BPT के बाद करियर स्कोप
BPT कोर्स के लिए करियर स्कोप इस प्रकार हैं:
- BPT कोर्स करने के बाद आप चाहें तो किसी हॉस्पिटल में फिजियोथेरेपिस्ट बन सकते हैं।
- आप चाहे तो सरकारी हॉस्पिटल में भी फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में जॉब कर सकते हैं।
- आप क्रिकेट या किसी अन्य स्पोर्ट्स टीम के साथ जुड़कर फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में काम भी कर सकते हैं।
- आप चाहे तो अपना खुद का क्लिनिक भी खोल सकते है।
- आप किसी शिक्षण संस्थान में फिजियोथेरेपी के टीचर बन सकते हैं।
BPT कोर्स को करने के बाद टॉप रिक्रूटर्स
- Fortis Hospital
- Help Age India
- Intellectual Resource Training Private Limited
- MAX HOSPITAL
- BCCI
- IPL
BPT के बाद जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
फिजियोथेरेपिस्ट की सैलरी उनके काम के क्षेत्र और अनुभव के आधार पर भिन्न होती है। सरकारी सेक्टर में फिजियोथेरेपिस्टों की शुरुआती सैलरी लगभग मासिक INR 20,000 से शुरू होती है जो अनुभव और क्षेत्र के अनुसार बढ़ती है। निजी क्षेत्र में, सैलरी भी आपके काम के अनुसार भिन्न होगी।
शिक्षण संस्थानों में फिजियोथेरेपी के टीचर की सैलरी लगभग INR 25,000-35,000 प्रति माह होती है। प्राइवेट हॉस्पिटल में फिजियोथरेपिस्ट की सैलरी अच्छी होती है। एक प्राइवेट हॉस्पिटल के फिजियोथेरेपिस्ट की सैलरी शुरुआत में INR 40,000-50,000 महीने तक हो सकती है। इसके अलावा किसी स्पोर्ट्स टीम के फिजियोथेरेपिस्ट की सैलरी INR 1-2 लाख मासिक तक हो सकती है।
- सरकारी अस्पतालों या स्वास्थ्य संस्थानों में फिजियोथेरेपिस्ट
- निजी अस्पतालों या क्लिनिकों में फिजियोथेरेपिस्ट
- स्वास्थ्य और रिहैबिलिटेशन सेंटरों में फिजियोथेरेपिस्ट
- स्पोर्ट्स टीमों या स्पोर्ट्स संघों में फिजियोथेरेपिस्ट
- शिक्षण संस्थानों में फिजियोथेरेपी के टीचर
FAQs
BPT एक बहुत ही अच्छा कोर्स है। इसे करने के बाद आपके पास फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में अस्पतालों, हेल्थ सेंटर्स के साथ साथ स्पोर्ट्स टीम के साथ काम करने के भी विकल्प खुल जाते हैं।
BPT कोर्स 4 साल का होता है।
BPT कोर्स MBBS से अलग है। BPT का मतलब होता है बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी
BPT कोर्स पूरा करने के बाद शुरुआती वेतन ₹2.5 लाख से ₹4 लाख प्रति वर्ष तक हो सकता है। अनुभव और विशेषज्ञता के साथ यह ₹6 लाख से ₹10 लाख या उससे अधिक हो सकता है।
भारत में BPT कोर्स के लिए कुछ प्रसिद्ध कॉलेज एम्स (AIIMS), दिल्ली; मणिपाल यूनिवर्सिटी, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर; सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, पुणे; कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल हैं।
BPT कोर्स में मुख्यतः एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलॉजी, फिजिकल थेरेपी तकनीक, ऑर्थोपेडिक्स, न्यूरोलॉजी, कार्डियोरेस्पिरेटरी आदि विषय पढ़ाए जाते हैं।
BPT एक ऐसा कोर्स है जो फिजियोथेरेपी पर केंद्रित होता है और मांसपेशियों व हड्डियों की समस्याओं के लिए फिजिकल थैरेपी का उपयोग करता है। तो वहीं MBBS एक सामान्य चिकित्सा डिग्री है जो विभिन्न बीमारियों का निदान और उपचार करने के लिए डॉक्टर बनने की योग्यता प्रदान करती है।
हाँ, BPT कोर्स के बाद आप MPT (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) कर सकते हैं। यह आपको फिजियोथेरेपी में विशेषज्ञता और अधिक करियर अवसर प्रदान करने का प्रयास करता है।
BPT कोर्स की फीस कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर निर्भर करती है। सरकारी कॉलेजों में इसकी फीस लगभग ₹20,000 से ₹1,00,000 प्रति वर्ष हो सकती है, जबकि निजी कॉलेजों में इसकी फ़ीस लगभग ₹1,00,000 से ₹5,00,000 प्रति वर्ष तक हो सकती है।
BPT कोर्स पूरा करने के बाद आप फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट, हेल्थकेयर कंसल्टेंट, रिसर्चर, फिजिकल ट्रेनर, अस्पताल, खेल संस्थान, और पुनर्वास केंद्र में नौकरी आदि के क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
BPT कोर्स की अवधि आमतौर पर 4.5 साल होती है, जिसमें 4 साल का अकादमिक अध्ययन और 6 महीने की इंटर्नशिप शामिल होती है।
हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग में आपको बीपीटी कोर्स (BPT Course Details in Hindi) के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।