भारतीय सेना ने नेकी का एक और परिचय देते हुए कश्मीर के गुज्जर और बकरवाल जनजातियों के बच्चों को फ्री में ट्यूशन पढ़ाने का अभियान शुरू किया है। यह कोचिंग पुंछ, रियासी और रजौरी जिलों में कराई जाएगी। इस कोचिंग का उद्येश्य बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करना है।
500 से अधिक बच्चों को मिलेगा फ्री कोचिंग का लाभ
इंडियन आर्मी द्वारा चलाए जा रहे इस फ्री ट्यूशन क्लासेस प्रोग्राम के जरिए घाटी के गुज्जर और बकरवाल जनजाति के 500 से अधिक बच्चों को फ्री कोचिंग का लाभ प्रदान किया जाएगा। इस कोचिंग अभियान के लिए मुख्य रूप से कश्मीर के तीन बड़े जिलों पुंछ,रियासी और रजौरी को चुना गया है। इन जिलों में ट्यूशन क्लासेस प्रमुख रूप से बंज, मखीधर, धकिकोट, कालबन,चकल हवालन, बालमकोट, शिकारी, बोल और केसरी हिल को चुना गया है।
तीन महीने चलेगा कोचिंग कैम्प
भारतीय सेना द्वारा चलाया जा रहा यह फ्री कोचिंग अभियान पूरे तीन महीने यानि अगस्त 2023 से लेकर नवम्बर 2023 तक चलेगा। इस कोचिंग अभियान को चलाने के पीछे का उद्देश्य छोटे बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करना और उन्हें भविष्य में एक अच्छे करियर के लिए तैयार करने को लेकर शुरू किया गया है।
वंचित वर्ग के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करना है लक्ष्य
इस फ्री कोचिंग अभियान को चलाने के पीछे भारतीय सेना का उद्देश्य वंचित वर्ग के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करना है ताकि वे ज़माने के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें। यह फ्री कोचिंग अभियान भारतीय सेना की वंचित समुदाय के लिए समान अवसर प्रदान किए जाने की पहल का एक हिस्सा है। इस फ्री कोचिंग अभियान के जरिए भारतीय सेना इन खानाबदोश जनजातियों के बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि जगाना चाहती है। ताकि ये बच्चे भी कल एक अच्छा करियर बना सकें।
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