मुहावरे जिनका प्रयोग हम लगभग प्रतिदिन करते हैं, मुहावरे हमारी बातों को कम शब्दों में बेहतर तरह से प्रस्तुत करने में मदद करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम मुहावरों का सही अर्थ जानें बिना ही उनका प्रयोग कर देते हैं, जिससे अर्थ का अनर्थ हो जाता है। ऐसे में आइए समझते हैं ‘बगले झाँकना मुहावरे का अर्थ’ (Bagle Jhankna Muhavare Ka Arth) और उसका वाक्य प्रयोग।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बगले झाँकना मुहावरे का अर्थ क्या है?
बगले झाँकना मुहावरे का अर्थ (Bagle Jhankna Muhavare Ka Arth) होता है उत्तर ना दे सकना। इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जाता है, जब कोई आप से प्रश्न पूछे और आप जवाब न दे पाए तथा प्रश्न से बचने के लिए इधर-उधर देखने लगे, तो उसके लिए ‘बगले झाँकना’ मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से आप बगले झाँकना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
बगले झाँकना पर व्याख्या
“बगले झाँकना” आसान शब्दों में समझें तो इस मुहावरे का प्रयोग उस स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है- चौकीदार हर महीने पैसा मांगने आ जाता है मगर आज जब चोरी हो गई तब यह प्रश्न करने पर कि तुम कहां थे वह चौकीदार बगले झांकने लगा।
बगले झाँकना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
बगले झाँकना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- जब सड़क निर्माण के लिए लोगों से पूछा गया कि कौन-कौन श्रमदान करेगा तो सब एक-दूसरे की बगले झांकने लगे।
- चंदा मांगने जब लोग हमारे पास आए तब सब बगले झांकने लगे।
- UPSC के इंटरव्यू में ऐसा प्रश्न पूछा गया कि सब बगले झांकने लगे।
- जब टीचर ने पूछा की इस सवाल का जवाब कौन देगा तो सब एक दूसरे की ओर देखकर बगले झांकने लगे।
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आशा है कि बगले झाँकना मुहावरे का अर्थ (Bagle Jhankna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।