संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) एग्जाम को लेकर कई बार कहा जाता है कि इंग्लिश में एग्जाम देने वालों को सफलता मिलती है, लेकिन बीते सालों में हम देख सकते हैं कि हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने वाले कई छात्र UPSC एग्जाम क्वालीफाई कर आईएएस अधिकारी बन चुके हैं।
UPSC एग्जाम सबसे कठिन माना जाता है, ऐसे में इंग्लिश की नाॅलेज जरूरी होती है, हालांकि आपको इंग्लिश की इतनी समझ होनी चाहिए कि अगर कोई भी सब्जेक्ट पर कुछ कहा जाए तो समझ लें या कुछ कह सकें।
UPSC में अनिवार्य होता है इंग्लिश का पेपर
UPSC में इंग्लिश के पेपर में 3 टाइप के क्वेश्चन होते हैं, जिनमें इंग्लिश में निबंध लिखना, इंग्लिश ग्रामर और इंग्लिश के गद्यांश से पूछे गए क्वेश्चंस का ऑंसर देना।
UPSC एग्जाम क्लियर होने के बाद इंग्लिश की नाॅलेज आवश्यक
सिविल सर्विस एग्जाम के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम बैचलर की डिग्री होनी चाहिए। इस एग्जाम को क्लियर करने के लिए ज्यादा इंग्लिश की जरूरत न पड़े, लेकिन जब एग्जाम क्लियर कर लेते हैं तो उसके बाद उच्च पदों पर ज्वाइंनिंग के लिए इंटरव्यू इंग्लिश में ही देना पड़ेगा और ज्वाइनिंग होने के बाद कई आधिकारिक कार्य इंग्लिश में करने पड़ सकते हैं। केंद्र सरकार व राज्य सरकार से पत्र भी इंग्लिश में ही होते हैं और बातचीत भी इंग्लिश में करनी होती है। ऐसे में इंग्लिश की नाॅलेज आवश्यक हो जाती है।
FAQ
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में 9 पेपर होते हैं। इसमें एक इंग्लिश लैंग्वेज का पेपर होता है और यह अनिवार्य व क्वालिफाइंग नेचर का होता है।
अगर आप सिविल सर्विस की परीक्षा देना चाहते है तो इसके लिए आप 12वीं क्लास से भी अपनी तैयारी शुरू कर सकते हैं, लेकिन एग्जाम देने के लिए आप ग्रेजुएशन के बाद ही एलिजिबिल हो पाएंगे।
सिविल सेवा के प्री एग्जाम में एक क्वालीफाइंग पेपर होता है। इसे पास करने के लिए कैंडिडेट को 33 प्रतिशत अंक लाने होते हैं।
उम्मीद है कि इस ब्लॉग ने आपको UPSC में इंग्लिश जरूरी है क्या? से जुड़ी जानकारी दी है। यदि आप इसी तरह के और भी आकर्षक ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं तो आप Leverage Edu पर पढ़ सकते हैं।