5 अक्टूबर को देश को IIT जोधपुर समर्पित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी 

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5 october ke din desh ko iit jodhpur samarpit karenge pm modi

प्रधानमंत्री मोदी 5 अक्टूबर 2023 के दिन देश को IIT जोधपुर कैम्पस देश को समर्पित करेंगे। IIT जोधपुर भारत का एक प्रीमियर इंस्टीट्यूट है जो बीटेक और एमटेक की अलग-अलग ट्रेड्स में कोर्सेज उपलब्ध कराता है। IIT जोधपुर भारत के बेस्ट प्लांड इंस्टीट्यूट्स में से एक है। IIT जोधपुर नागपुर जोधपुर हाइवे पर जोधपुर शहर में स्थित है।  

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत IIT जोधपुर को दी जाएँगी विशेष सुविधाएं 

IIT जोधपुर अपने यहाँ नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) को लागू करने वाला है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बहुत सी सुविधाएं स्टूडेंट्स के लिए शुरू की जाएँगी-

  • IIT जोधपुर में न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत एक सोशल कनेक्ट प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है, जो कि स्टूडेंट्स और फेकल्टी को साइंस प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए साथ में काम करने के लिए जोड़ेगा।  
  • IIT जोधपुर में एक इन्क्यूबेशन प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है जिसमें स्टूडेंट्स की एन्त्रोप्रेन्योरशिप स्किल्स को बढ़ाने का काम किया जाएगा। 
  • स्टूडेंट्स को विभिन्न क्षेत्रों जैसे डिजिटल ह्यूमेनिटीज़, कम्प्यूटेशनल सोशल साइंस, क्वांटम कम्प्यूटेशन, स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी और रोबोटिक्स एंड मोबेलिटी आदि विषयों में रिसर्च करने का मौका मिलेगा। 
  • IIT जोधपुर और IIM जोधपुर ने मिलकर एक अनोखा जॉइंट मेडिकल डिग्री प्रोग्राम लॉन्च किया है।  

विभिन्न सरकारी एजेंसियों के प्रोजेक्ट्स हैंडल करेगा IIT जोधपुर 

IIT जोधपुर शुरू से ही अपने इनोवेशन प्रोजेक्ट्स के लिए जाना जाता रहा है। फिलहाल IIT जोधपुर विभिन्न सरकारी एजेंसियों के प्रोजेक्ट्स हैंडल कर रहा है। इन सरकारी एजेंसियों में DRDO, DST, DAE, ISRO और आयुष मंत्रालय प्रमुख हैं। भविष्य में अन्य सरकारी एजेंसियां भी अपने प्रोजेक्ट्स हैंडल करवाने के लिए IIT जोधपुर से संपर्क करेंगी।  

IIT जोधपुर के बारे में  

आईआईटी जोधपुर की घोषणा पहली बार केंद्र सरकार द्वारा जुलाई 2007 में की गई थी, हालाँकि औपचारिक घोषणा 2008 में की गई थी, जिसमें आईआईटी कानपुर ने आईआईटी जोधपुर का मार्गदर्शन किया था। जुलाई 2008 में, आईआईटी जोधपुर का पहला अकादमिक सेशन आईआईटी कानपुर परिसर में शुरू हुआ, जिसमें कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग , मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 109 UG छात्र शामिल हुए।

संस्थान को राजस्थान के लिए आईआईटी के रूप में मंजूरी दी गई थी, विशेष रूप से जोधपुर के लिए नहीं। यह अजमेर, बीकानेर, जयपुर सहित विभिन्न शहरों पर विचार करने के बाद किया गया था, जोधपुर, कोटा और उदयपुर कि प्रोफेसर विजय शंकर व्यास के नेतृत्व वाली समिति ने राजस्थान में आईआईटी के लिए स्थान के रूप में जोधपुर का सुझाव दिया था। 2009 के अंत में, एमएचआरडी ने जोधपुर में संस्थान की स्थापना के लिए अंतिम मंजूरी दे दी।

जेएनवी विश्वविद्यालय, जोधपुर के तहत एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के एक हिस्से को आईआईटी जोधपुर के ट्रांजिट कैंपस के स्थान के रूप में पहचाना गया था। मई 2010 में, आईआईटी जोधपुर की कक्षाएं आईआईटी कानपुर से जोधपुर के ट्रांजिट कैंपस में ट्रांसफर कर दी गईं। जुलाई 2017 में, आईआईटी जोधपुर के शैक्षणिक और आवासीय परिसरों को स्थायी परिसर में ट्रांसफर कर दिया गया था। टेम्पररी कैंपस का निर्माण अभी भी प्रगति पर है।

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