20 दिसंबर 2023 को राज्यसभा में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि वर्ष 2014-15 से महिला छात्रों के रजिस्ट्रेशन में 31 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई है। इस समय भारत में कुल पढ़ने वालों की संख्या 30 करोड़ से अधिक है। इन 30 करोड़ छात्रों में से 0 से 12 के बीच पढ़ने वालों की संख्या 26 करोड़ के करीब है। वहीं बाकी बचे 4 करोड़ हायर एजुकेशन में हैं।
इतना रहा SC और ST छात्राओं का प्रतिशत
शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में उच्च शिक्षा में छात्रों की संख्या में 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। प्रधान ने आगे कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एसटी) छात्रों रजिस्ट्रेशन में क्रमशः 44% और 65% थी। वहीं स्कूलों में मुस्लिम अल्पसंख्यक महिला छात्रों की संख्या में 45% की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही वर्तमान सरकार के तहत आदिवासी छात्राओं के नामांकन में 80% की वृद्धि देखी गई है।
प्रधान ने आगे कहा कि इससे पता चलता है कि सरकार द्वारा की गई पहल की वजह से अधिक छात्रों ने पढ़ना शुरू किया है। नई शिक्षा नीति के कारण भारत जल्द ही नई ऊंचाइयों को छुएगा। शिक्षा मंत्री ने जवाब में आगे कहा कि भारत की आत्मा अपनी भाषाओं के माध्यम से जीवित है इस कारण सरकार ने भारतीय भाषाओं में पढ़ाई को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है।
केंद्र का भारतीय भाषाओं पर जोर
शिक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। अपडेटेड करिकुलम फ्रेमवर्क के अनुसार अब कक्षा 11-12 के सभी स्टूडेंट्स को कम से कम दो भाषाओं की पढ़ाई करना अनिवार्य होगा, इन दो भाषाओं में एक भारतीय भाषा भी होगी। शिक्षा मंत्री के अनुसार सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी किया है इसके अनुसार स्कूलों में 20 भारतीय भाषाओं को पढ़ाने-सिखाने की सामग्री उपलब्ध करायी जाये।
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