(राजस्थान माध्य. शिक्षा बोर्ड, 2022)
उत्तर: तुलसीदास का जन्म सन् 1532 में उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के राजापुर गाँव में हुआ था। बचपन में ही वे माता-पिता से बिछड़ गए थे, जिसके बाद गुरु की कृपा से उनका जीवन रामभक्ति के मार्ग पर चला। तुलसीदास रामभक्ति परंपरा के महान कवि माने जाते हैं। उनकी रचना ‘रामचरितमानस’ में भगवान राम को मानवीय मर्यादाओं और आदर्शों का प्रतीक बनाया गया है। इसके माध्यम से उन्होंने नीति, स्नेहशीलता, विनम्रता, त्याग जैसे उच्चतम जीवन मूल्यों को स्थापित किया। तुलसीदास ने अवधी और ब्रज भाषा में अनेक ग्रंथों की रचना की, जिनमें प्रमुख हैं – ‘रामचरितमानस’, ‘विनयपत्रिका’ आदि। इनके अलावा उन्होंने दोहे, सोरठे, हरि गीतिका, सवैया, कवित्त आदि छन्दों में भी उत्कृष्ट काव्य रचना की, जिनमें उनकी सृजनात्मक प्रतिभा स्पष्ट झलकती है। सन् 1623 में उनका निधन हो गया। तुलसीदास का साहित्य आज भी भक्तिपरक और नैतिक मूल्यों का अमूल्य स्रोत माना जाता है।
इस पाठ के अन्य प्रश्न
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