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सही उत्तर है (A) 13
संस्कृत वर्णमाला में स्वर की संख्या 13 होती हैं। बताना चाहेंगे पाणिनि द्वारा रचित सूत्र “अस्य च्चौ” के आधार पर अ इ उ ऋ इन चार स्वरों के दीर्घ रूप शामिल करने पर स्वरों की व्यावहारिक संख्या तेरह मानी जाती हैं।
विस्तृत उत्तर:
संस्कृत में 13 स्वर होते हैं। बता दें कि जिन शब्दों को बोलने के लिए किसी सहारे की आवश्यकता नहीं होती व जिनका उच्चारण स्वतंत्र रूप से किया जा सकता है उन्हें स्वर कहते हैं।
- अ
- इ
- उ
- ऋ
- लृ
- आ
- ई
- ऊ
- ॠ
- ए
- ऐ
- ओ
- औ
इस प्रकार, कुल स्वरों की संख्या 5(ह्रस्व)+8(दीर्घ)=13 होती है।
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